ELECTION NEWS : नीमच नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव, कांग्रेस से इस नाम पर लगी मुहर, भाजपा को मिलेगी कड़ी चुनौती, कांग्रेसी नेताओं के दावों में बड़ा दम, क्या होने जा रहा कोई बड़ा उलटफेर, भाजपाई खेमे में सेंधमारी की आशंका, पढ़े अभिषेक शर्मा की ये EXCLUCIVE रिपोर्ट

नीमच नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव, कांग्रेस से इस नाम पर लगी मुहर, भाजपा को मिलेगी कड़ी चुनौती, कांग्रेसी नेताओं के दावों में बड़ा दम, क्या होने जा रहा कोई बड़ा उलटफेर, भाजपाई खेमे में सेंधमारी की आशंका, पढ़े अभिषेक शर्मा की ये EXCLUCIVE रिपोर्ट

ELECTION NEWS : नीमच नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव, कांग्रेस से इस नाम पर लगी मुहर, भाजपा को मिलेगी कड़ी चुनौती, कांग्रेसी नेताओं के दावों में बड़ा दम, क्या होने जा रहा कोई बड़ा उलटफेर, भाजपाई खेमे में सेंधमारी की आशंका, पढ़े अभिषेक शर्मा की ये EXCLUCIVE रिपोर्ट

नीमच। नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव 6 अगस्त शनिवार को होने जा रहा है। वैसे तो भाजपा के पार्षद ज्यादा चुन कर आये है, और ये दावा भी भाजपा की और से किया जा रहा है कि, उनका ही अध्यक्ष बनेगा। जो कि संख्या के हिसाब से अभी तक तो सही भी लगता है, लेकिन जो आत्मविश्वास कांग्रेस जता रही है, और अध्यक्ष ही नहीं बल्कि उपाध्यक्ष का चुनाव भी वो लड़ने जा रही है। उसने जरूर यह शंका कुशंका पैदा कर दी है। ऐसे में अब शनिवार को होने वाले चुनाव बड़े ही दिलचस्प से है। क्योंकि कांग्रेस नेताओं के दावे भाजपाई पार्षदों में सेंधमारी की और इशारा कर रहे है। 

वैसे तो कांग्रेस की और से अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार का नाम लगभग तय ही है। सूत्रों की माने वार्ड न. 36 की पार्षद बीना ब्रजेश सक्सेना कांग्रेस की और से अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ने जा रही है, जबकि उपाध्यक्ष के लिए अभी तक किसी का नाम सामने नहीं आया है, पर शाम होते-होते वो भी नाम तय होकर सबके सामने होगा। हालंकि अध्यक्ष पद के लिए मनीषा ओम दीवान भी दावा कर रही थी। मगर अब लगता है कि, आपसी सामंजस्य बैठाकर एक नाम पर सभी की सहमति बन गई। 

अब बात करले पार्षदों की संख्या की, तो कांग्रेस के पास 14 पार्षद है। जिनकी एक गोपनीय बैठक भी हो चुकी है, और सभी ने एकमत होकर अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के लिए वोट करने का भरोसा जताया भी है। वहीँ जिस तरह का आत्मविश्वास कांग्रेस के पार्षदों में दिखाई पद रहा है, उससे लगता है कि, कहीं कुछ चल तो रहा है। जिसके दम पर चुनावी मैदान में डटकर मुकाबले को सभी तैयार दिखाई पड़ रहे है। 

अब कांग्रेसी नेताओ के दावों पर अगर हम जाये, तो लगता है कि, भाजपाई पार्षदों में टूट-फुट होने वाली है। क्योंकि जब हमने जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजित कांठेड़ से बात की, तो उनका कहना था कि, भले हमारे पास संख्या के तोर पर 14 पार्षद हो। लेकिन लोकतंत्र में चुनाव लड़ने का वैधानिक अधिकार सबको है। जनसेवा के उद्देश्य से हम चुनावी मैदान में है। हमें पूरी उम्मीद है कि, भाजपा पार्षदों में ऐसे लोग भी जीतकर आये है जो कि ईमानदार और शहरहित में विकास को चाहते है। वे लोग हमें वॉर करेंगे। हम भी अपनी और से उन लोगों से आव्हान करते है कि, वे हमारे उम्मीदवार को अपना मत दें। 

जबकि इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जिले के कार्यवाहक अध्यक्ष ओम दीवान का कहना था कि, हम पूरे दम से चुनावी मैदान में लड़ेंगे, और हमारे पार्षदों की संख्या 14 होने के बावजूद हमें ज्यादा ही वोट अध्यक्ष पद के लिए मिलने जा रहे है। सख्या बढ़नी ही है, कांग्रेस के सभी पार्षद एकजुट है। 

वही कांग्रेस नेता राजेश जयसवाल ने बताया कि, हमारा अध्यक्ष उम्मीदवार जीतेगा। ये हमें विश्वास है, पार्षद भले ही हमारे कम हो, लेकिन इस बार अच्छे पार्षद समझदार पार्षद चुनकर आये है, जो कि अच्छे चेहरें पर अपना मत देंगे, ये हमें पूरा भरोसा है। 

अब बड़ा सवाल ये है कि, कांग्रेस नेताओं को अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा पार्षदों से वोट मिलने का भरोसा कैसे है, क्या कोई अंदरखाने भाजपाई पार्षदों को लेकर खेल तो नहीं खेला जा रहा है, क्या कुछ पार्षद गुलाटी मारकर वोट कांग्रेस उम्मीदवार को देने वाले है। इसके साथ ही निर्दलीय तीन पार्षदों की भूमिका भी बड़ी ही महत्वपूर्ण होने वाली है, कहीं इनमे भी तो सेंधमारी कांग्रेसी नेताओ ने करते हुए वोट की गणित जमाई हो। बहरहाल सारी बातों पर शनिवार को विराम लग ही जायेगा, और ये भी पता चल जायेगा कि, कांग्रेस नेताओं के दावों में कितना दम था, और क्या कोई क्रॉस वोटिंग हुई या नहीं हुई।