NEWS : नागदा के मोतीसिंह शेखावत की पहल: इन ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए लगाएंगे क्लोज सर्किट कैमरे, खर्च भी खुद का, फिर यहां से होगी मॉनिटरिंग, पढ़े बबलू यादव की खबर

नागदा के मोतीसिंह शेखावत की पहल: इन ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए लगाएंगे क्लोज सर्किट कैमरे, खर्च भी खुद का, फिर यहां से होगी मॉनिटरिंग, पढ़े बबलू यादव की खबर

NEWS : नागदा के मोतीसिंह शेखावत की पहल: इन ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए लगाएंगे क्लोज सर्किट कैमरे, खर्च भी खुद का, फिर यहां से होगी मॉनिटरिंग, पढ़े बबलू यादव की खबर

नागदा। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले की नागदा-खाचरौद विधानसभा के एक युवा ने गावों की सुरक्षा का बीड़ा उठाया है। इस युवा उद्यमी का नाम मोतीसिंह शेखावत है। वही मोतीसिंह जिन्होंने कोरोना काल में मौत से जूझते मरीज़ों की ज़िंदगी बचाने के लिए अपने निजी होटल को अस्पताल में तब्दील कर देश-दुनिया के लोगों को विपत्ति से सामना करने का हौंसला दिया था। इसी युवा ने अब नागदा-खाचरौद विधानसभा के गावों में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए विधानसभा क्षेत्र के हर गाँव को क्लोज़ सर्किट कैमरों से लैस करने का संकल्प लिया है। 

इस अभिनव योजना के प्रथम चरण में 50 पंचायतों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही गांव के प्रमुख चौराहों को कैमरे की निगरानी में लाने के अलावा इनके कनेक्शन क्षेत्रीय थानों तक जोड़े जाएंगे। क्षेत्रीय थानों में बनाए गए कंट्रोल रूम में किस गांव में कब कौन सा व्यक्ति प्रवेश कर रहा है यह विशाल स्क्रीन पर नजर आता रहेगा। मोती सिंह के अनुसार सभी कैमरे नाइट विजन के लगाए जाएंगे ताकि अंधेरों में भी यह पता चल सके कि गांव के भीतर किसकी आवाजाही हो रही है। 

सीसीटीवी कैमरों का डिस्प्ले देखने के लिए पंचायतों में भी स्क्रीन लगाई जाएगी ताकि सरपंच व ग्रामीण इस स्क्रीन से भी गांव पर नजर रख सकें।  गौरतलब है कि नागदा-खाचरौद विधानसभा में 130 पंचायतें हैं। पूरी योजना पर लगभग 50 लाख का खर्च अनुमानित है, प्रथम चरण में 50 पंचायतों के गांव कैमरों से लैस होंगे । बता दें कि पूर्व में पुलिस ने गांव को भी हाईटेक बनाने की कोशिश तो जरूर की है लेकिन बजट की वजह से योजना साकार रूप नहीं ले सकी। 

ऐसे में नगर के युवा समाजसेवी ने यह बीड़ा उठाया है। गौरतलब है कि फिलहाल नागदा थाना क्षेत्र में लगभग 110 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इससे अपराधों का ग्राफ तेजी से गिरा है। मोतीसिंह के प्रयासों से गांव में कैमरे लगने से बल की समस्या से जूझ रही पुलिस का काम तो आसान होगा ही ग्रामीणों की सुरक्षा भी पुख्ता होगी और अपराधों का ग्राफ भी तेजी से गिरेगा।