NEWS: अनिश्चितकालीन आंदोलन का पांचवां दिन, संविदा कर्मचारियों का चौराहे पर प्रदर्शन, मानव श्रंखला बनाई, CM शिवराज से ये मांग, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर

अनिश्चितकालीन आंदोलन का पांचवां दिन, संविदा कर्मचारियों का चौराहे पर प्रदर्शन, मानव श्रंखला बनाई, CM शिवराज से ये मांग, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर

NEWS: अनिश्चितकालीन आंदोलन का पांचवां दिन, संविदा कर्मचारियों का चौराहे पर प्रदर्शन, मानव श्रंखला बनाई, CM शिवराज से ये मांग, पढ़े नरेंद्र राठौर की खबर

मंदसौर। अनिश्चितकालीन आंदोलन के पांचवे दिन सोमवार सुबह संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इकाई अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे सभी संविदा स्वास्थ कर्मचारियों ने मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सीएम शिवराज को संकेत दिया कि, मामा आपकी जनता के लिए हमारा पूरा जीवन समर्पित है, लेकिन आप भी तो हमारे साथ न्याय करो। आपने जो संविदाकर्मी को नियमित करने का संकल्प लिया था, उसे पूर्ण करें, आपने स्वयं ट्विटर, सोशल मीडिया, फेस बुक के माध्यम से संविदा नीति को अन्याय पूर्ण माना है, तो फिर आपकी ही सरकार होते हुए भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी के साथ न्याय क्यों नही कर रहे। कोरोना काल में भी दी गई जिम्मेदारी  को बेहतर ढंग से निभा रहे हैं। ऐसे में कम से कम जो काम कर रहे हैं। उनकी सुध तो सरकार ले ले। 

गौरतलब है कि, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी मंदसौर के अंर्तगत समस्त कर्मचारी हड़ताल पर है, और गांधी चौराहे पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। यह अनिश्चित कालीन हड़ताल तब तक जारी रहेगी। जब तक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियो की 2 सूत्रीय मांगों को सरकार द्वारा पूरा नहीं किया जाता है। 

यह मांगे- 

एमपी के एन.एच.एम. के संविदा स्‍वास्‍थ्‍य कर्मचारियों को अन्‍य राज्‍यों की भांति नियमित किया जावे। तथा नियमित की प्रक्रिया के प्रचलन में सामान्‍य प्रशासन विभाग के पत्र 5 जून 2018 की नीति लागू कर उसके अनुसान  नियमित कर्मचारियों का न्‍यूनतम 90 प्रतिशत वेतन एवं अन्‍य सुविधा आज दिनांक तक एरियर सहित राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मिशन के समस्‍त संविदा कर्मचारियों को तत्‍काल आदेश करने का कष्‍ट करें।

एन.एच.एम. सपोर्ट स्‍टाफ को आउट सोर्सिग से हटाकर तत्‍काल एन.एच.एम. में वापस लिया जाए, तथा बी.मॉक लेखापाल, मलेरिया एम.पी.डब्‍ल्‍यू व अप्रेजल से निष्‍काशित कर्मचारियों को तत्‍काल एन.एच.एम. में वापस लिये जाने संबंधित आदेश प्रदान करे।