BIG NEWS :गैंगस्टर बंटी आंजना हत्याकांड,भाजपा आंदोलन पर उतारू,चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन फ्लॉप !,बडे नेताओ ने नहीं ली रूचि,या जिलाध्यक्ष जिम्मेदार .....,क्या रहा कारण,पढ़े ये खबर

गैंगस्टर बंटी आंजना हत्याकांड,भाजपा आंदोलन पर उतारू,चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन फ्लॉप !,बडे नेताओ ने नहीं ली रूचि,या जिलाध्यक्ष जिम्मेदार .....,क्या रहा कारण,पढ़े ये खबर

BIG NEWS :गैंगस्टर बंटी आंजना हत्याकांड,भाजपा आंदोलन पर उतारू,चित्तौड़गढ़ में प्रदर्शन फ्लॉप !,बडे नेताओ ने नहीं ली रूचि,या जिलाध्यक्ष जिम्मेदार .....,क्या रहा कारण,पढ़े ये खबर

चित्तौड़गढ़। निम्बाहेड़ा बंटी आंजना हत्याकांड को लेकर भाजपा का धरना प्रदर्शन लगातार चल ही रहा था वही आज जिला स्तर पर भी मानव शृंखला बनाते हुए एक ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंप जल्द हत्यारों की गिरफ़्तारी के साथ ही पुरे मामले की सीबीआई जाँच करवाए जाने की मांग जरूर की,लेकिन भाजपाइयों का ये प्रदर्शन कुछ फीका फीका सा ही रहा,

जानकारी के मुताबिक जिला स्तरीय इस धरना कार्यक्रम को लेकर बड़ी संख्या में कार्यक्रताओ के जुटाने का दंम्भ नेता भर रहे थे,लेकिन यहाँ 100 लोग भी बमुश्किल देखने को मिले,जिससे साफ पता चलता है की भाजपा के ही लोगो ने इस आंदोलन को कही न कही नकार सा दिया है,जिसके चलते ही ये भीड़ जुटा न पाए और सिर्फ नेता ही नेता मंच की शोभा बढ़ाते देखे गए,

वैसे तो एक आपराधिक व्यक्ति के लिए पूरी की पूरी भारतीय जनता पार्टी के जिले भर के नेता लग जाये ये कुछ समझ तो नहीं आता,लेकिन आज के चित्तौड़गढ़ फ्लॉप धरना प्रदर्शन ने ये जरूर बता दिया है की कही न कही श्रीचंद जी के आलावा और किसी नेता ने इस और अपनी रूचि नहीं ली,

अब श्रीचंद जी के आलावा कोई और नेता रूचि ले तो भी क्यों ले,ये उनका क्षेत्र का मामला था भी नहीं,पर निम्बाहेड़ा भाजपाई नेताओ ने तो बंटी आंजना को अपना कार्यकर्त्ता बताते हुए धरना प्रदर्शन पहले ही दिन से शुरु कर दिया था,पर बंटी की गैंगस्टर वाली छवि ने भाजपा को बैकफुट पर धकेला और बंटी आंजना से अपना दमन छुड़ाने उसके पिता को अपना कार्यकर्ता बताना शुरू कर दिया,यहाँ भी जब नेताओ को लगा की ये भी पासा सही नहीं चल रहा तो इस आंदोलन को क्षेत्र ही नहीं बल्कि चित्तौड़गढ़ प्रतापगढ़ जिले में आपराधिक मामलो के बढ़ने को लेकर ये प्रदर्शन किये जाने की बात करने लगे,

ऐसे में जब निम्बाहेड़ा के भाजपाई नेता ही कन्फ्यूजन में रहे हो तो अन्य क्षेत्र के नेताओ का क्या दोष,वे भी सिर्फ अपनी मुँह दिखाई करने चित्तौड़गढ़ आ पहुंचे,धरना दिया ज्ञापन दिया और सभी अपने अपने रास्ते,हां पर जिलाध्यक्ष गौतम जी दक ने जरूर बड़ी मेहनत की,और करना भी चाइये थी,आखिर वे इस क्षेत्र के संगठन के मुखिया जो ठहरे,पर एक बात समझ नहीं आई इतनी मेहनत करने के बाद वे अपने लोगो को जुटा नहीं पाए,जिला स्तर पर बड़ा आंदोलन करना हो और लोग मात्र 100 के करीब ही आये तो इसे क्या समझा जाये,लगता है की माननीय जिलाध्यक्ष जी की संगठन पर पकड़ ढीली है,

खेर जो भी हो ये भाजपा का अंदरूनी मामला है,वो ही देखे उनके क्षेत्र का नेतृत्वकर्ता एक आंदोलन तक को सफल नहीं करवा पाया है या गलत मुद्दे पर प्रदर्शन नेताओ के कहने पर कर डाला हो,