BIG BREAKING: सफलता की और विश्व हिन्दू परिषद का आव्हान, शहर के साथ संपूर्ण नीमच जिला बंद !... व्यापारियों और दुकानदारों ने किया समर्थन, मामला लापता नेहा जोशी का, पढ़े ये खबर

सफलता की और विश्व हिन्दू परिषद का आव्हान, शहर के साथ संपूर्ण नीमच जिला बंद !... व्यापारियों और दुकानदारों ने किया समर्थन, मामला लापता नेहा जोशी का, पढ़े ये खबर

BIG BREAKING: सफलता की और विश्व हिन्दू परिषद का आव्हान, शहर के साथ संपूर्ण नीमच जिला बंद !... व्यापारियों और दुकानदारों ने किया समर्थन, मामला  लापता नेहा जोशी का, पढ़े ये खबर

नीमच। लापता बेटी की तलाश और पिता को न्याय दिलाने के लिए विहित द्वारा किए गए बंद के आव्हान का असर देखने को मिला है। नीमच शहर के अलावा जिले के अन्य क्षेत्रों से भी विहिप को मिलने वाले समर्थन की तस्वीरे भी सामने आई है। जिला बंद के दौरान आपातकालीन सुविधाएं सुचारू रूप से संचालित है। 

जानकारी के अनुसार नीमच जिले के ग्राम आतरीमाता निवासी नेहा जोशी बीते करीब 14 महिनों से लापता है। बेटी की तलाश को लेकर उसके पिता राकेश जोशी करीब 25 दिनों से जिला कलेक्टोरेट कार्यालय में अनशन पर भी रहें। जिस पर नीमच जिले के कई सामाजिक संगठनों ने उनका समर्थन किया, और कलेक्टर-एसपी को मांगों के संबंध में ज्ञानों का दौर शुरू हुआ। फिर इसी न्याय की लड़ाई में विश्व हिन्दू परिषद भी मैदान में आया, और सबसे पहले एसपी कार्यालय का घेराव किया गया। 

घेराव के दौरान अपनी मांगों को रखते हुए विहिप ने मनासा थाना प्रभारी और वहां पदस्थ एसआई को निलंबित करने की मांग की। जब यह मांग पूरी नहीं हुई, तो विहिप ने संपूर्ण नीमच बंद करने का आव्हान किया। जिसमे लगभग सभी समाजों ने विहिप को समर्थन भी किया, और फिर आज वह दिन आ गया कि, आज संपूर्ण नीमच जिला स्वैच्छिक रूप से बंद है। जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से बंद की तस्वीरे भी सामने आई है। 

सबसे पहले यदि बात की जाए नीमच शहर की, तो यहां कमल चौक, सब्जी मंडी चौराहा, फारजीरों, टीवीएस चौहारा और फव्वारा चौक सहित अन्य क्षेत्रों में मौजूद बाजार स्वैच्छिक रूप से बंद है। वहीं जिले के रतनगढ़ क्षेत्र की तस्वीर भी हिन्दी खबरवाला के रिपोर्टर शिवनंदन छिपा द्वारा भेजी गई है। जिसमे रतनगढ़ भी संपूर्ण रूप से बंद नजर आ रहा है। 

बीते दिनों विहिप द्वारा प्रेसवार्ता का आयोजन भी किया गया था। जिसमे विहिप के विभाग मंत्री अनुपाल सिंह झाला ने बताया था कि, बंद का समर्थन लगभग सभी समाजों द्वारा दिया गया है। अगर इसके बाद भी शासन-प्रशासन नहीं जागता है, तो आगामी दिनों में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन की और भी रणनीति तैयार की जाएगी।