BIG NEWS: दूसरे चरण में गांधी सागर में आएंगे अफ्रीकी चीते, इतने नर, तो इतने मादा लाने की तैयारी, नामीबिया के जंगलों में TIGER के साथ रहा जावरा का ये युवक, पढ़े खबर

दूसरे चरण में गांधी सागर में आएंगे अफ्रीकी चीते, इतने नर, तो इतने मादा लाने की तैयारी, नामीबिया के जंगलों में TIGER के साथ रहा जावरा का ये युवक, पढ़े खबर

BIG NEWS: दूसरे चरण में गांधी सागर में आएंगे अफ्रीकी चीते, इतने नर, तो इतने मादा लाने की तैयारी, नामीबिया के जंगलों में TIGER के साथ रहा जावरा का ये युवक, पढ़े खबर

मंदसौर। गांधी सागर में भी अफ्रीकी चीते आएंगे। इसमें तीन नर व पांच मादा चीते लाने की तैयारी है। इसके लिए वन विभाग संसाधनों पर फोकस रहा है। कई बार विभागीय अमले के साथ विशेषज्ञों की टीमों ने यहां पहुंचकर निरीक्षण कर अनुकूलता को देखा है। चीतों के लिए यहां तमाम अनुकूलता है, लेकिन अभयारण्य में ग्रामीणों के मवेशी बड़ी समस्या बने हुए हैं। चीतों के लिए पहले चीतल को यहां बसाने का काम शुरू किया। जो सफल रहा। 266 चीतल छोड़ गए थे, जो अब 350 तक हो गए हैं।

डीएफओ आदेश श्रीवास्तव का कहना है कि, दूसरे चरण में हमारे यहां 3 नर व 5 मादा चीता अफ्रीका से लाने की योजना है। 38 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में गांधी सागर अभयारण्य फैला है। चंबल नदी से सटा होने के साथ घास वाला और चीते के दौडऩे के लिए पर्याप्त स्थान है। जैसे-जैसे बजट मिल रहा है, बाउंड्रीवाल का काम कर रहे हैं।

नामीबिया के जंगलों में चीतों के साथ रहा जावरा का युवक-

नामीबिया के चीतों की चर्चा देशभर में हो रही है। सभी इसे देखने के लिए उत्साहित हैं। इन्हें कूनो नेशनल पार्क में शनिवार को लाया गया। इस बीच जिले के जावरा में जन्मे, पले-पढ़े एक इंजीनियर के नामीबिया के चीतों के साथ फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इंजीनियर युवक अपने काम के सिलसिले में दो साल तक नामिबिया में रहा है। शहर के इंजीनियर निखिलेश त्रिवेदी वर्ष 2018-19 में नामीबिया में इन चीतों से मिल चुके हैं।