WOW ! बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करने का उद्देश्य, CM राइस स्कूल की छात्राएं सिख रहीं आत्मरक्षा के गुर, सुरक्षा की तकनीक सीखना जरुरी, पढ़े खबर
बालिकाओं में आत्मविश्वास पैदा करने का उद्देश्य
नीमच। वर्तमान दौर में पढ़ाई के साथ-साथ बालिकाओं को आत्मनिर्भर होना और आवश्यकता पड़ने पर अपनी सुरक्षा स्वयं करना आना चाहिए, म.प्र. शासन के माध्यम से सीएम राइज विद्यालय नीमच केंट की बालिकाओं हेतु शिक्षण के साथ साथ आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी अनिवार्य किया है, क्योंकि यह विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढाने, उनको अपने परिवेश के प्रति जागरूक करने और किसी भी अप्रत्याशित परिस्थितियो से मुकाबला करने हेतु स्वयं को तैयार रहने में मदद करता है। उक्त विचार प्राचार्य के.एस जैन ने रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण के दौरान व्यक्त किए।
जैन ने कि, छात्राएं पढ़ाई के साथ-साथ आत्मसुरक्षा के गुर सीख कर नवीन शिक्षा नीति के सर्वांगीण विकास की सोच को पूर्णता एवं सार्थकता प्रदान कर रहीं है। इस अवसर पर विद्यालय की पूर्व व्याख्याता सविता चौधरी ने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण बालिकाओं को संकट के समय अपनी रक्षा के लिए मानसिक एवं शारीरिक रूप से मजबूत करता है, बालिका-छेड़छाड़ व अपराधों को देखते हुए वर्तमान में बालिकाओं का शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत होना जरूरी है। स्वसुरक्षा की विभिन्न तकनीकी ज्ञान से बालिकाओं में आत्मविश्वास जाग्रत होता हैं।
बालिकाओं का इसे सीखना वर्तमान समय की अनिवार्य आवश्यकता है जब वे अकेले घर से स्कूल आती-जातीं हैं तो किसी अप्रिय घटना परिस्थिति में अपना बचाव कैसे करें, यह आर्ट आत्मरक्षा द्वारा आसानी से सीखी जा सकती है, साथ ही आपने बालिकाओं को पौष्टिक आहार का महत्व बताते हुए फास्टफूड के सेवन से बचने की समझाइश भी दी। यह भी एक जीवन कौशल है जिसमें छात्राएं विपरीत परिस्थितियों में स्वयं सुरक्षा की तकनीकी सीख कर अपना बचाव करना सीखतीं हैं।
आपने छात्राओं से आव्हान किया कि, वे आत्मरक्षा के पंच स्वयं सीख कर अपनी छोटी बहनों को भी यह गुर अवश्य सिखाएंगी एवं वर्तमान समय में स्वयं को शारीरिक रूप से और अधिक मजबूत, आत्मविश्वासी व सक्षम बनाएंगी। विद्यालय की छात्राओं कुमारी जाग्रति एवं कु तस्लीम ने आत्मरक्षा प्रशिक्षण सत्र का प्रतिनिधित्व कुशलता पूर्वक किया। संस्था के व्यायाम शिक्षक मानसिंह गहलोत ने सभी बालिकाओ को आत्म रक्षा के पंच, किक, ब्लॉकिंग के गुर सिखाते हुए सड़क पर होने वाली छेड़खानी से कैसे बचा जाए आदि ट्रिक्ब बताई। इस अवसर पर शिक्षिका जया शर्मा ने सरस्वती वंदना की सुंदर स्वरों में प्रस्तुति दी।