OMG ! प्रेमी के साथ भागी युवती, पुलिस ने खौज भी निकाला, जब घर वालों को पहचानने से किया इनकार, तो छप गया शोक संदेश...! पूरे गांव को इसलिए दिया न्यौता, हैरान कर देने वाला मामला आया सामने, पढ़े ये खबर
प्रेमी के साथ भागी युवती, पुलिस ने खौज भी निकाला, जब घर वालों को पहचानने से किया इनकार, तो छप गया शोक संदेश...! पूरे गांव को इसलिए दिया न्यौता, हैरान कर देने वाला मामला आया सामने, पढ़े ये खबर
डेस्क। भीलवाड़ा के हमीरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम रतनपुरा में एक लड़की परिजनों के खिलाफ अपनी पसंद के अपनी ही जाति के युवक के साथ घर से भाग गई। नाराज परिजनों ने एक जून 2023 को उसके स्वर्गवास की खबर के साथ 13 जून 2023 को सुबह नौ बजे पीहर की गोरनी यानी मृत्यु भोज का कार्यक्रम तय कर दिया। मृत्यु भोज के लिए समाज के लोगों को आमंत्रित कर दिया। यह शोक संदेश सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
जानकारी के अनुसार रतनपुरा गांव की एक लड़की अपने परिजनों की मर्जी के खिलाफ अपनी पसंद के युवक के साथ घर से भाग गई। परिजनों ने हमीरगढ़ थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई। पुलिस ने जब उसको ढूंढकर परिजनों की मौजूदगी में उससे बात की, तो उसने अपने परिजनों को पहचानने से साफ इंकार कर दिया और अपने प्रेमी के साथ चली गई, तब से ही परिजनों ने यह कह दिया कि, हमारी बेटी तो मर चुकी है और उन्होंने शोक संदेश भी छपवा दिया।
शोक संदेश वायरल...!
जब शोक संदेश सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ तो भीलवाड़ा के ही युवक आशीष जाट ने कमेंट लिखा कि, रतनपूरा गांव में लड़की 18 साल की होते ही अपने बॉयफ़्रेंड के साथ भाग गई और थाने में अपने मां बाप के लिये कहा कि, मैं इनको जानती नहीं हूं। इसके बाद परिवार ने इसकी गोरनी की चिट्ठियां बाट दी, लड़की के छोटे भाई ने बताया कि, मेरी बहन प्रेमी लड़के के साथ चली गई थी, जिससे माता पिता बहुत आहत हुए और इसी को लेकर उन्होंने यह शोक पत्रिका छपवा कर मृत्यु भोज रख दिया है।
हमीरगढ़ थाना प्रभारी भंवरलाल चौधरी के अनुसार, 15 दिन पूर्व लड़की के पिता ने थाने में अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी और उसके प्रेमी लड़के की गुमशुदगी रिपोर्ट भीलवाड़ा के सदर थाने में दर्ज हुई थी। लड़की की प्रेमी के साथ पहले सगाई होकर टूट चुकी थी और अब वह उसी के साथ रहना चाहती थी। इसीलिए वह उसके साथ चली गई।
जब पुलिस ने उसके माता-पिता को थाने में बुलाया तो लड़की ने अपने माता-पिता को पहचानने से इंकार करते हुए प्रेमी के साथ जाने की इच्छा जता दी, तब से ही उसके परिजन खफा हो गए और उसकी शोक पत्रिका छपवा कर समाज में बटवा दी। परिजनों ने कहा कि जब हमारी बेटी ने हमें पहचानने से इंकार कर दिया तब हमारे लिए मर चुकी है।