WOW ! नशे की लत छोड़ युवा बन रहें खेलों और संगीत के उस्ताद, हैप्पी होम रिहेब सेंटर पर उपचार का अनूठा तरीका, इन्होंने अपने अनुभव भी सुनाए, पढ़े खबर
नशे की लत छोड़ युवा बन रहें खेलों और संगीत के उस्ताद

इंदौर। शहर के कई युवा अब नशे की लत छोड़ खेल और संगीत के उस्ताद बन रहे है। सही गाइडेंस से जीवन बदल गया। वापस शान से ज़िंदगी जीना चाहते हैं, शहर के ही हैप्पी होम रिहेब सेंटर में उपचार ले रहे युवाओं ने यह साबित भी कर दिया। गणतंत्र दिवस के मौके पर सेंटर में युवाओं के लिए कई तरह की प्रतियोगिता आयोजित की।
उल्लेखनीय है कि, पिछले दस वर्षों से यह सेंटर संचालित है। मानसिक बीमारी से परेशान युवा ने कहा- "मुझे लगा अब जीवन खत्म हो गया. लेकिन यहां आकर मैंने कैरम और शतरंज प्रतियोगिता में पहला स्थान पाया। मुझे ख़ुशी है जीवन लौट आया" संगीत में भी नशे की लत से निपटने के लिए उपचार ले रहे युवाओं ने राष्ट्रभक्ति गीत प्रस्तुत किए।
इस मौके पर हैपी होम रिहेब सेंटर के डायरेक्टर प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया "सेंटर पर अनूठे तरीके से उपचार किया जाता है. बिना टॉर्चर किए पीड़ित व्यक्ति को उपचार देते हैं. सामान्य शौक से लत में बदलने और दुष्प्रभाव को गंभीरता से समझना होगा" इस मौके पर पीड़ितों द्वारा तैयार पोस्टर प्रदर्शनी के माध्यम से मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ पायल ने देश में अलग-अलग तरह से नशे की चपेट आ रहे लोगों की स्थिति बताया।
रिहेब सेंटर से स्वस्थ होकर जीवन जी रहे अयोजन में आए विशेष अतिथि गुरमीत टुटेजा ने संस्था का आभार मानते हुए अपने अनुभव सुनाए. मनोवैज्ञानिक आधार पर तैयार नुक्कड़ नाटक की इंटर्नशिप कर रहे सदस्यों ने प्रस्तुति दी। आयोजन में शामिल मुख्य अतिथि के तौर पर वरिष्ठ पत्रकार व लेखक डॉ. विवेक वर्द्धन श्रीवास्तव मौजूद थे।
डॉ. विवेक ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ऐसी संस्थाओं से समाज में सकारात्मक माहौल तैयार हुआ। नशे की लत में आए युवाओं को नया जीवन मिला। आयोजन का संचालन माधब ने आयोजन का संचालन किया।