WOW ! जल गंगा संवर्धन अभियान, MP के इस जिले ने बनाया विश्व रिकॉर्ड, एक दिन में 20 लाख से ज्यादा सीड बॉल्स का रोपण, वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज, पढ़े खबर
जल गंगा संवर्धन अभियान
डेस्क। मध्य प्रदेश में 5 से 16 जून तक चलाए गए जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत झाबुआ जिले ने विश्व रिकॉर्ड बनाया है। एक दिन में पूरे जिले में 20 लाख से अधिक सीड बॉल्स का जन सहयोग से रोपण कर वर्ल्ड बुक में नाम दर्ज कराया है।
मुख्यमंत्री म.प्र. शासन भोपाल के महत्वकांक्षी अभियान जल गंगा संवर्धन अभियान अनुक्रम में केबिनेट मंत्री महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री निर्मला भूरिया की उपस्थिति में गंगा दशहरा के अवसर पर रविवार को ग्राम पंचायत कचरा खदान जनपद पंचायत पेटलावद में सीड बॉल बिखेरे गए। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर किया गया।
मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया द्वारा कहा गया कि, मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न जल संरचनाओं के जीर्णोधार के लिए 5 जून से 16 जून तक अभियान चलाया। सभी स्व सहायता समूह की महिलाओं एवं जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत जिन्होंने सीड बॉल निर्माण एवं रोपड़ में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभी को इसके लिए धन्यवाद एवं मुख्यमंत्री द्वारा इस कार्य की सराहना की गई।
कलेक्टर नेहा मीना द्वारा कहा गया कि, सीड बॉल का कार्य प्रारंभ में स्व. सहायता समूह की महिलाओं द्वारा ही शुरू किया गया था, लेकिन बाद में जनपद स्तर पर भी इस कार्य को प्रारंभ किया गया। जिससे पूरे जिले में वृहद स्तर पर सीड बॉल निर्माण कर रोपण किया। सभी के इस कार्य की प्रशंसा की।
मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया एवं द्वारा गंगा दशहरा के अवसर पर श्रृंगेश्वर धाम मंदिर भेरूपाड़ा पेटलावद में पूजन कर महाआरती की। अतिथियों द्वारा वृक्षारोपण किया। महिलाओं द्वारा श्रंगेश्वर धाम से घाट तक कलश यात्रा निकली। घाट पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में अतिथियों द्वारा पूजन किया गया व घाट पर गंगा आरती की। इसके पश्चात मंचीय कार्यक्रम में भजन मंडली द्वारा भजन की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मंदिर के महंत रामेश्वरगिरी महाराज को शाल एवं श्रीफल से सम्मानित किया। कार्यक्रम का समापन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जितेन्द्र सिंह चौहान द्वारा किया गया।
गंगा दशहरा के पावन दिवस एक दिन में 20 लाख सीड बॉल्स का रोपण किया गया। वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों द्वारा दिया गया प्रोविजनल सर्टिफिकेट। डॉक्यूमेंटेशन उपरान्त मुख्य सर्टिफिकेट भोपाल में कार्यक्रम किया जाकर दिया जाएगा। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, वर्ड रेकॉर्ड के प्रतिनिधि एवं आमजन उपस्थित रहे।