BIG NEWS: केंद्र की मोदी सरकार के 8 वर्ष पूर्ण, मीडिया से मुखातिब हुए भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर, गिनाई ये उपलब्धियां, साथ ही ये रहे उपस्थित, पढ़े खबर
केंद्र की मोदी सरकार के 8 वर्ष पूर्ण, मीडिया से मुखातिब हुए भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर, गिनाई ये उपलब्धियां, साथ ही ये रहे उपस्थित, पढ़े खबर
नीमच। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सफलतम 8 वर्ष पूर्ण होने को लेकर भाजपा इसे सेवा सुशासन और गरीब कल्याण पखवाड़े के रूप में मना रही है। इसी तारतम्य में केंद्र एवं राज्य सरकार की उपलब्धियों तथा विकासवादी योजनाओं को लेकर आज भाजपा जिलाध्यक्षक पवन पाटीदार निज कार्यालय पर एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। जिसमें भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंशीलाल गुर्जर, मंदसौर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। वहीं इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्षक पवन पाटीदार, विधायक दिलीपसिंह परिहार, महेन्द्र भटनागर सहित कई भाजपा कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।
पत्रकारों से रूबरू होते हुए मुख्य वक्ता बंशीलाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि गरीब कल्याण को समर्पित नरेन्द्र मोदी सरकार के आठ वर्ष पूर्ण हो रहे है। भारत सरकार एक भारत श्रेष्ठ भारत के निर्माण के लिये प्रतिबद्ध है। वर्ष 2014 में भारत में एक क्रांतिकारी परिवर्तन आया। प्रजातंत्र के इतिहास में 32 वर्षों के बाद किसी राजनैतिक दल को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का अवसर मिला, वह दल भाजपा है। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर देश की जनता ने भरोसा किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता के उस भरोसे पर खरा उतरते हुए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद जो पहला भाषण दिया था। उसमें उन्होंने कहा था हमारी आने वाली सरकार गरीबों को समर्पित होगी। हमारी सरकार वंचित, उपेक्षितों, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ों को समर्पित होगी। उसी दिशा में काम करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई ऐतिहासिक निर्णय लिये।
प्रधानमंत्री जनधन योजना-
2014 से पहले देश की बड़ी आबादी ऐसी थी जिनका बैंकों से कोई सरोकार नहीं था, उनमें विशेषकर महिलाएँ थी। प्रधानमंत्री ने देश के गरीबों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ देने के लिये तथा गरीब को भी मुख्य धारा से जोडऩे के लिये पिछले आठ वर्षों में 45 करोड़ से अधिक जनधन खाते खोलकर सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे गरीबों के खाते में देने का काम किया। जिसके कारण देश का गरीब व्यक्ति भी मुख्यधारा से जुड़ कर अर्थतंत्र का बड़ा हिस्सा बन गया।
प्रधानमंत्री आवास योजना-
नरेन्द्र मोदी ने संकल्प किया कि देश का कोई भी व्यक्ति बेघर ना रहे। इस संकल्प को सिद्धि की तरफ ले जाते हुए भारत सरकार ने पिछले आठ वर्षों में 2 करोड़ 39 लाख से अधिक गरीब व्यक्तियों को प्रधानमंत्री आवास बनवाकर चाबी सौंपी।
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना-
2014 तक देश में लगभग 50 प्रतिशत घरों में ही गैस कनेक्शन पहुंचे थे और अब आठ वर्षों में शतप्रतिशत गरीब परिवारों को उज्वला गैस कनेक्शन के माध्यम से 8 करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन देकर शतप्रतिशत गरीब परिवारों में गैस पहुंचाने का काम किया है।
देश के 82 प्रतिशत लघु व सीमांत किसानों के जीवन में बदलाव लाना-
देश के खेती करने वाले किसानों में 82 प्रतिशत लघु व सीमांत किसान है , इन किसानों की जिन्दगी में बदलाव लाने के लिये प्रधान मन्त्री जी ने अभूतपूर्व काम किया है। कृषि क्षेत्र के लिये पहले यूपीए सरकार के समय केवल 23 हजार करोड़ का बजट दिया जाता था अब इस बजट को पाँच गुना से अधिक करते हुए 1 लाख 32 हजार करोड़ रुपये किया गया है । जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है तथा उनकी जिन्दगी में बदलाव आ रहा है, तथा किसानों का जीवन स्तर अच्छा हो रहा।
प्रधानमंत्रत्री फसल बीमा योजना-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसान को अपने क्षेत्र में मजबूती से खड़ा रहने की व्यवस्था की है। 2014 से पूर्व प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना नाम मात्र को थी। किसान जितनी प्रीमियम जमा करवा करवाता था, उतनी राशि के भी क्लेम नहीं मिलते थे। 2016 में फसल बीमा नीति में परिवर्तन करते हुए इस नीति को किसान के अनुकूल बनाया । 24 हजार करोड़ रुपये की प्रीमियम देकर अब किसान 1 लाख 21 हजार करोड़ रूपये के क्लेम प्राप्त कर रहा है तथा किसान का रिस्क मैनेजमेंट बेहतर तरीके से हो रहा है। लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य भारत सरकार ने देश के किसानों को खेती को आकर्षक व्यवसाय बनाने के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा देने का निर्णय किया। वर्ष 2018 से बजट प्रावधानों के साथ किसानों को अधिसूचित फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य अब लागत का डेढ गुना दिया जा रहा है।
किसान सम्मान निधि-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आमदनी को दुगुना करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए देश के किसानों को 2019 से किसान सम्मान निधि देने का निर्णय किया। अभी तक इस योजना के माध्यम से देश के लगभग 10 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को 2 लाख करोड़ रुपये के लगभग की राशि सीधी उनके खाते में दी गई है। इस योजना का उद्देश्य किसानों की आमदनी को दुगुना करने में सहयोग करना है।
एक देश एक बाजार-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसानों की कृषि उपज की पूरी किमत दिलाने के लिये देश में ई-नेम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) व्यवस्था प्रारम्भ कर देश की एक हजार से अधिक मण्डियों को इस प्लेटफार्म से जोडऩे का काम किया। जिससे किसानों को पूरे विश्व से कृषि उपज की किमतों व खरीददारों की जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। जिससे किसान फसल बेचने का बेहतर विकल्प व पूरी किमत प्राप्त कर रहा है।
नीम कोटेड यूरिया-
2014 से पूर्व देश में आये दिन यूरिया खाद की काला बाजारी होती थी, किसान खाद के लिये भटकता था तथा कृषि उपयोग का यूरिया अन्य उपयोगों में आ जाता था। प्रधानमंत्री ने यूरिया को अब नीम कोटेड स्वरूप में लाने का काम किया। जिसके कारण यूरिया का अन्य उपयोग रुक गया तथा किसानों को खाद की यूरिया की कमी का सामना नहीं करना पड़ रहा है।
कृषि क्षेत्र में पूंजी के प्रवाह को तेज करना-
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में पूंजी के अभाव को दूर करते हुए वर्ष 2014 से पूर्व किसानों को केवल 7 लाख करोड़ रूपये के ही कर्ज दिये जाते थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि क्षेत्र में पूंजी के प्रवाह को तेज करते हुए किसानों के कर्ज के लक्ष्य को 7 लाख करोड़ से बढ़ाकर 18 लाख करोड़ रुपये कर दिया है।
जान भी और जहान भी का संकल्प लेकर दुनिया को मानवतावादी दृष्टि कोण से परिचित कराना-
कोरोना काल में देश की जनता में विश्वास जगा कर देश को निराशा से निकालने के लिये 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज जारी कर घटते रोजगार को थामने का काम किया साथ ही नये रोजगार का सृजन किया तथा देश की गिरती हुई अर्थव्यवस्था को बचाने का काम किया ।
सबको वेक्सिन, मुक्त वेक्सिन-
कोरोना काल में पूरे विश्व में भयंकर निराशा का वातावरण था। उस समय देश के वैज्ञानिकों को विश्वास में लेकर देश में केवल नौ माह में वैक्सिन तैयार कर 200 करोड़ टीके लगाने का दुर्लभ काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने किया। इस योजना पर 35 हजार करोड़ से अधिक का खर्च कर जान भी और जहान भी के सकल्प की सिद्धी की तथा विश्व के कई देशों को वैक्सिन देकर मानवतावादी दृष्टिकोण विश्व के सामने रखा।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना-
कोरोना काल में देश का गरीब व्यक्ति रोजगार जाने के डर में था तथा उसे भरण पोषण की चिन्ता सता रही थी। इस स्थिति से गरीबों को उबारने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना प्रारम्भ की। इस योजना से देश के 80 करोड़ नागरिकों को मुफ्त अनाज वितरण किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना-
कोरोना काल में भारत सरकार ने 29 लाख से अधिक रेहड़ी , पटरी व्यवसायियों को 10 हजार रुपये तक के ऋण वितरण कर उन्हें सहारा देने का काम किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 वर्षों में सबका साथ, सबका विकास, और सबक विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र के साथ आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करते हुए जो सबसे पीछे है, सबसे नीचे है, उसको समाज में बराबर के दर्जे पर लाने का काम किया है।