BIG NEWS : नई कृषि मंडी का मुख्य गेट बंद, उठाना पड़ रही भारी परेशानियां, विधायक की निष्क्रियता, जावद विधानसभा के किसान भोग रहे पीड़ा, कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार बोले- हालात बदतर, पढ़े खबर
नई कृषि मंडी का मुख्य गेट बंद

जावद। भाजपा के राज में किसानों के साथ अनीति निरंतर बडती जा रही है हालात ये बन चुके है कि किसी ना किसी रूप में किसान को परेशान होना ही है। नई कृषि मंडी किसानों की सुविधा के लिये बनाई थी लेकिन यहां तो हो उल्टा रहा है जावद विधानसभा क्षेत्र के किसानो को वर्तमान में आ रही परेशानियो के आगे उनके लिये नीमच की पुरानी कृषि मंडी और नई कृषि मंडी में कोई अंतर नहीं रह गया है। नई कृषि मंडी से लाभ नहीं उल्टा नुकसान हो रहा है। किसान भाजपा के राज में वैसे ही परेशान रहता है उपर से उनके राज में जानबूझकर इस प्रकार से ऐसी समस्या उत्पन्न की जाती है जो समस्या होती नहीं है लेकिन किसानो को पीड़ा जो देना है जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा की निष्क्रियता से ऐसे ही हालात नीमच की चंगेरा स्थित नई कृषि मंडी में हो रहे है यहां कृषि मंडी का मुख्य गेट जो हाईवें मुख्य मार्ग के समीप है उसको बंद कर रखा है जिससे जावद विधानसभा क्षेत्र के किसानों को जावद बार्डर सीमा से नई कृषि मंडी में आने के लिये 5 से 7 किलोमीटर लंबा रास्ता अपनाना पड रहा है जिससे भारी परेशानियां उठाना पड रही है।
उक्त आरोप लगाते हुए कॉंग्रेस के प्रदेश सचिव व जावद के पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि चंगेरा क्षेत्र में निर्मित नई कृषि मंडी बनी यह जावद विधानसभा की बार्डर पर बनी हुई है। वहां से एक किलोमीटर पर जावद बार्डर लग रही है। भाजपा के जनप्रतिनिधियो व शासन प्रशासन में बैठे जिम्मेदारों को जावद विधानसभा क्षेत्र के किसानों से क्या परेशानी आ रही है कि जो कि हाईवे मुख्य मार्ग के समीप स्थित कृषि मंडी का मेन गेट बंद कर रखा है। गेट बंद रहने से जावद विधानसभा के किसानों को 5 से 7 किलोमीटर घूमकर आना पड रहा है। ऐसे में माना जा सकता है नई कृषि मंडी बनने से जावद विधानसभा को सबसे बड़ा नुकसान हो रहा है।
उनको कोई लाभ नहीं हो रहा है जावद के लिये मुख्य मंडी नीमच है विधायक सकलेचा रोजाना इस मार्ग से निकलते है किसानों की परेशानी को जानते है लेकिन उनसे तो सिर्फ बड़ी-बडी व हवा हवाई बाते करवा लो जमीनी धरातल पर हालात खराब है। किसानों की इस समस्या पर उनका कोई ध्यान नहीं है। उन्हें वोट लेते समय तो किसान व किसानो की पीड़ा बहुत नजर आती है जीतने के बाद में वे सब भूल जाते है। थोथा चना बाजे घना की तर्ज पर काम करने वाले विधायक सकेलचा को सत्ता के मद से बाहर निकल आमजनता व किसानों की समस्या को देखना चाहिये उसका निराकरण करवाना चाहिये। मुख्य गेट बंद रहने सेें नई कृषि मंडी का जावद के किसानों के लिये कोई औचित्य नहीं रह गया है।
सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि नयी कृषि मंडी में मुख्य गेट नहीं खोलना था तो तो वो गेट बनाकर शासन को आर्थिक चुना क्यों लगवाया। वर्तमान में जावद विधानसभा के किसान चंगेरा वाले मंडी मार्ग से जाते है तो उन्हें डूंगलावदा होकर जाना पडता है और वहां से मंडी में घूमकर फिर वहीं मुख्य गेट के पास आना पडता है क्योंकि मुख्य गेट के पास भी कई गोदाम बने है। घूम फिरकर किसानों कोे वहीं मुख्य गेट के पास ही आना है तो मुख्य गेट को खोल देना चाहिये ताकि दूरी तक आने जाने की झंझट खतम हो जायेगी। वहीं मुख्य गेट खुलने से राजस्थान की फसल आती है उनको भी फायदा होगा। सभी को मुख्य गेट खुल जाने से सुविधा होगी और फायदा भी होगा। मुख्य गेट बंद के मामले की गंभीरता को समझते हुए जिला कलेक्टर व मंडी सचिव को संज्ञान में लेकर किसानो की इस समस्या को तुरंत हल कर मुख्य गेट अविलंब खुलवाना चाहिये।
भाजपा के जनप्रतिनिधियों का किसानों से वोट लेने तक का रिश्ता, मुख्य गेट नहीं खोला तो किसानो के हित में करेंगे धरना प्रदर्शन-
सत्यनारायण पाटीदार ने कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधि व नेतागण किसानों व आमजन से वोट लेने तक ही रिश्ता निभाते है उसके बाद सत्ता के मद में उनकी परेशानियों को उनकी समस्याओं को भूल जाते है। सत्ता के मद में उनको ना तो किसान याद आता है ना ही आमजनता। जब चुनाव आते है तब भाजपा के लोगो को सभी याद आते है। किसानो की परेशानी से उन्हें कोई लेना देना नहीं होता है। पाटीदार ने कहा कि यदि किसानो के हित मे मुख्य गेट नहीं खोला गया तो इसके लिये यदि उनको धरना प्रदर्शन करना पड़ा तो भी वे करेंगे लेकिन मुख्य गेट को किसानों के हित में उनकी सुविधा के लिये खुलवाकर रहेंगे।