NEWS : जाजू कन्या महाविद्यालय में ''नेचर इन मिनिएचर'' कार्यशाला संपन्न, पौधों को विकसित करने का तरीका समझाया, इन्होंने दिया प्रशिक्षण, पढ़े खबर
जाजू कन्या महाविद्यालय में ''नेचर इन मिनिएचर'' कार्यशाला संपन्न
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नीमच। श्री सीताराम जाजू शासकीय कन्या महाविद्यालय के इको क्लब द्वारा पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम अंतर्गत बौने बोनसाई पौधे बनाने की कार्यशाला "नेचर इन मिनिएचर" आयोजित की। विशेषज्ञ के रूप में सी.आई.एस.एफ. में डिप्टी कमांडेंट तरुण कुमार ढलवानी ने बोनसाई बनाने की तकनीक समक्ष में समझाई। इसमें फाईकस, पीपल, बरगद जैसे बड़े वृक्षों तथा मध्यम पौधों को छोटा करके विकसित करने का तरीका समझाया। प्राचीन भारत में वामन वृक्ष कला जो भारतीय ऋषि मुनियों द्वारा औषधीय पौधों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के कारण अपनाई जाती थी, उसे बीच से कटिंग से या परिपक्व पौधों से बोनसाई पौधे बनाने की लाइव तकनीक सिखाई।
स्प्लिट ट्रक तकनीक नेबारी मेकिंग से जड बाहर निकलना तथा पोट्स और मीडिया बनाना, उसमें इस्तेमाल होने वाले खाद के उपयोग को बताया। विभिन्न प्रकार के बोनसाई ओवर रॉक, एक्सपोज्ड, फॉर्मल, इनफॉर्मल, अपराइट, कैस्केड उदाहरण सहित उसके रखरखाव उपयुक्त फंगीसाइड के उपयोग को कैसे करें बताया। बोनसाई पौधे को बनाते समय वायरिंग से आकर देकर कैनोपी का आकार देना समझाया। आपने छात्राओं को तना, जड़ और अन्य सामग्री देकर लाईव कट करवाया तथा बायोएंजाइम बनाने का सरल तरीका सिखाया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में इको क्लब प्रभारी डॉ. साधना सेवक ने पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम परिचय और अतिथि परिचय दिया प्राचार्य डॉ. एन.के. डबकरा ने अतिथि का स्वागत करते हुए छात्राओं को इस सुंदर कला को ध्यान से संयम से सीख कर अपनाने तथा पर्यावरण संरक्षण को प्रेरित किया। कार्यक्रम में 50 छात्राओं सहित प्रो विजया वधवा, डॉ. बीना चौधरी डॉ. सलूजा, डॉ. रश्मि वर्मा, डॉ. रांका सहित अन्य प्राध्यापक और स्टाफ उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन छात्रा मोनाली द्वारा दिया गया।