NEWS : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस, जीरन महाविद्यालय में व्याख्यान एवं निबंध कार्यक्रम संपन्न, प्रोफेसर ने बच्चों को दी अहम जानकारियां, पढ़े खबर

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस

NEWS : विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस, जीरन महाविद्यालय में व्याख्यान एवं निबंध कार्यक्रम संपन्न, प्रोफेसर ने बच्चों को दी अहम जानकारियां, पढ़े खबर

रिपोर्ट- राजेश प्रपन्न 

जीरन। प्रभारी प्राचार्य प्रोफेसर दिव्या खरारे के निर्देशन व भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ के बैनर तले शासकीय महाविद्यालय में आज निबंध एवं व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया। सर्वप्रथम भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ नोडल डॉ. रामधन मीणा ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते कहा कि, 2024 के विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम है "मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो.दिव्या खरारे ने विश्व स्वास्थ्य के हवाले से बताया कि प्यारे छात्र एवम् छात्राओ आप सभी को विदित है कि पहले हमारे देश, हमारे आस पड़ोस, हमारे दादा-दादी, मां-बाप एवं गांव के अन्य व्यक्ति सुबह जल्दी उठा करते थे एवं रात को भी जल्दी सोया करते थे जिससे उनकी दैनिक दिनचर्या स्वस्थ रहती थी। 

साथ ही दैनिक दिनचर्या स्वस्थ रहने से उनका मानसिक स्वास्थ्य भी स्वस्थ था, लेकिन आज हमारा जो यूथ है उसकी दिनचर्या ही बिगड़ गई है फलस्वरुप वह कई मानसिक विकारों से ग्रस्त हो गया है। वक्ता प्रोफेसर रणजीत सिंह चंद्रावत ने अपने वक्तव्य की शुरुआत सम्माननीय उद्यमी रतन टाटा के हवाले से बताई कि आप देखिए रतन टाटा अपनी कमाई का लगभग एक बहुत बड़ा हिस्सा है। वह परोपकार हेतु दान किया करते थे। आज उनका अवसान हो गया है, और उनको लोग दानवीर उद्यमी के नाम से जानते है। 

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (10 अक्टूबर) वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य शिक्षा, जागरूकता और सामाजिक कलंक के खिलाफ वकालत के लिए एक अंतरराष्ट्रीय दिवस है। इसे पहली बार 1992 में विश्व मानसिक स्वास्थ्य महासंघ की पहल पर मनाया गया था, जो 150 से अधिक देशों में सदस्यों और संपर्कों वाला एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है। मानसिक स्वास्थ्य के 4 प्रकार में हमारी भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक भलाई शामिल है। यह हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है।

निबंध प्रतियोगिता में 6 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें निर्णायक द्वय डॉ.नानूराम नर्गेश एवं डॉ. शीतल सोलंकी रहे। जिन्होंने जिन्होंने कर्मचारी प्रथम स्थान मीनाक्षी आर्य एवं वेदिका जाट को प्रदान किया गया, द्वितीय स्थान वर्षा प्रजापत एवं दीपिका माली को प्रदान किया गया तथा तृतीय स्थान पर लक्ष्मी माली एवं कुमकुम टॉक रही। अंत में कार्यक्रम का आभार एवम्  धन्यवाद डॉ.रजनीश मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में दीपक पाटीदार, प्रो. कृष्णा सौलंकी एवं समस्त स्टॉफ एवम छात्र छात्राए उपस्थित रहे। जानकारी मीडिया प्रभारी रणजीत सिंह चन्द्रावत ने दी।