OMG ! टीआई बनकर भाई-बहन का अपहरण...! दूसरे गांव ले जाकर कमरे में किया बंद, रातभर बेरहमी से पीटा, घायलों का जिला अस्पताल में चल रहा उपचार, अब इन पर FIR दर्ज, ये घटना मल्हारगढ़ थाना क्षेत्र की, पढ़े खबर
टीआई बनकर भाई-बहन का अपहरण...!

रिपोर्ट- नरेंद्र राठौर
पिपलियामंडी। गांव काचरिया चन्द्रावत में टीआई बनकर 15 से 20 साथियों के साथ मिलकर एक भाई-बहिन से मारपीट से बाद उनका अपहरण कर बरखेड़ापंथ ले जाने व बाद में रातभर उन्हें अलग-अलग कमरे में बंद कर अर्द्धनग्न कर मारपीट करने का मामला सामने आया है। युवक ने बताया जानलेवा हमला करने में एक व्यक्ति खुद को टीआई बता रहा था। मुझसे 20 हजार रुपए छिन लिए और 20 लाख रुपए और मंगवाने के लिए दबाव बनाया गया। नही देने पर अफीम केस में फसाने की धमकी दी और रातभर बेल्ट, लकड़ियों, लात-घुसों से पीटा व चाकूओं से भी हमला किया। सुबह किसी पड़ोसी ने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस पहुंची और मुझे अस्पताल ले गई। नही तो मुझे जान से मार देते।
दवाई देने गया था युवक-
लसुडावन (अफजलपुर) निवासी मुकेश कुमावत के साथ यह घटना हुई। मारपीट की घटना से मुकेश के सिर, हाथ, पैर, आंख पर गंभीर चोंट के निशान है। जो मंदसौर जिला अस्पताल में भर्ती है। पुलिस व मीडिया को दिए बयान में मुकेश ने बताया कि वह शुक्रवार को मंदसौर गेंहू बेचने आया था, गेंहू बेचने के बाद मोबाइल पर कॉल आने पर अपनी मूह बोली बहन को गांव काचरिया चन्द्रावत में गोली-दवाई देने गया था। मैं चाय पी रहा था, इसी दौरान रात्रि 8.30 करीब सात-आठ बाइक पर सवार होकर आए करीब 15 से 20 लोगों ने मुझे वहां से उठाया और बाबूखेड़ा मार्ग पर ले गए, जहां मेरे साथ मारपीट की। मेरे पास गेंहू बेचकर रखे गए 20 हजार रुपए भी छिन लिए। इसके बाद सभी मुझे बंधक बनाकर बरखेडापंथ ले गए। और एक कमरे में बंद कर दिया। उसमें से एक व्यक्ति बोला मैं टीआई हूं, 20 लाख रुपए मंगवा नही तो अफीम के केस में फसा देंगे। मैंने कहा कि मेरे पास इतने रुपए नही है तो उन्होंने मुझे रातभर घर में घेरकर लात-घुसों, लकड़ियों, बेल्ट से पीटा व चाकू से भी वार किए, जिससे मेरी आंख, सिर, कमर, हाथ, पैर में गंभीर चोंटे आई।
पुलिस मेरे लिए भगवान बनकर आई-
मुकेश ने बताया कि मुझे रातभर पीटते रहे, इसी दौरान पड़ोसी किसी व्यक्ति ने डॉयल 100 पर कॉल कर दिया। सुबह 4 बजे पुलिस पहुंची तो हमलावर सभी भाग निकले। पुलिस मेरे लिए भगवान बनकर पहुंची, नही तो हमलावर मुझे जान से मार देते। डॉयल 100 से मुझे मल्हारगढ़ अस्पताल भर्ती कराया, वहां से मुझे मंदसौर जिला अस्पताल भर्ती कराया।
महिला की रिपोर्ट पर केस दर्ज-
बरखेड़ापंथ निवासी दुर्गाबाई पति पुष्कर बावरी ने बताया कि मेरी शादी 14 वर्ष पूर्व बरखेड़ापंथ निवासी पुष्कर बावरी से हुई थी। 4 वर्ष पूर्व पति ने मेरे साथ मारपीट की थी, तो मैं अपनी बहन कैलाशीबाई के यहां काचरिया चन्द्रावत में रहकर मजदूरी कर रही थी, मेरे राखी डोरे का भाई मुकेश कुमावत, मेरी बहन के पैर में चोंट लगने पर इलाज चलने पर मंदसौर से गोली-दवाई लेकर काचरिया चन्द्रावत आया था। इसी दौरान मेरे पति पुष्कर, काका ससुर कमल, देवर दयानंद आदि मुझे व मुकेश को बरखेड़ापंथ लेकर आए, यहां बरखेड़ापंथ में मेरे काका ससुर कमल, देवर दयानंद, पति पुष्कर व मेरी काकी सास विष्णुबाई ने मेरे साथ लकड़ियों से मारपीट की, जिससे मेरे मूह, आंख पर चोंट आई। मेरे भाई मुकेश के साथ भी सभी ने लाठियों से पिटाई की।
चार आरोपियों पर केस दर्ज किया है-
मल्हारगढ़ टीआई राजेन्द्र पंवार ने बताया कि महिला के पति ने युवक व महिला के साथ मारपीट की है। युवक को अस्पताल भर्ती कराकर चार आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है। बयान के बाद जांच में जो भी तथ्य सामने आएगें, उस आधार पर धारा बढ़ाई जाएगी।