BIG NEWS : गुटबाजी से परेशान बीजेपी नेता का छलका दर्द, बोले- महाराज चुगलखोरों से रहें सतर्क, ज्योतिरादित्य सिंधिया को विधायक की नसीहत, क्या है पूरा मामला...! पढ़े खबर
गुटबाजी से परेशान बीजेपी नेता का छलका दर्द

डेस्क। मध्य प्रदेश के गुना के विकास को लेकर भाजपा की आपसी राजनीति से विधायक पन्नालाल शाक्य बेहद दुखी है। वे अब जनता के सामने अपना दर्द बयां कर यह कहते दिखाई दे रहे हैं कि ‘गुना में जो बड़ी जीत मुझे मिली, वो आप लोगों की वजह से से हुई थी। वरना कुछ लोग तो चुनाव के समय जोर से वोटों की कटाई कर रहे थे। अंदर ही अंदर और अब भी कर रहे हैं।’ उन्होंने खुले मंच से कहा कि ‘गुना में इलेक्टेड की कोई नहीं सुन रहा, सिलेक्टेड हो गया है हावी। जिसकी वजह से गुना का विकास जिस गति से होना था, वह नहीं हो पा रहा है।’
विधायक शाक्य ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया को दी नसीहत-
हमने जिस विकास के लिए पहल की, वही पहल के लिए सिलेक्टेड लोग विरोध कराने लग गए। उन्होंने आरोप लगाया कि सिलेक्टेड लोगों की बात सुनी जा रही है न कि इलेक्टेड लोगों की। पन्नालाल ने यहां तक कह दिया कि मैंने पिछली बार एक बैठक में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से इतना कह दिया था कि महाराज चुगलखोरों से सावधान रहें, बस तभी से सिलेक्टेड मेरा विरोध करने पर उतारु हो गए। इसमें केन्द्रीय मंत्री सिंधिया को हस्तक्षेप करना चाहिए, जिससे चरणबद्ध विकास हो सके।
पार्क का उद्घाटन करने पहुंचे थे शाक्य-
विधायक पन्नालाल शाक्य का यह दर्द विश्व पर्यावरण दिवस पर शास्त्री पार्क पर गुरुवार को आयोजित साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाने के कार्यक्रम में निकला। उन्होंने कहा कि हरिपुर को शामिल कर दस किलोमीटर के एरिया को नगर निगम में शामिल करने की बात कही थी। यह बात भाजपा के कुछ स्थानीय नेताओं को रास नहीं आई तो उन्होंने वहां के सरपंच आदि को विरोध में ज्ञापन दिलवाने का काम कराया। अब उसमें कुछ तुकबंदी कर यह मांग कराई जाने लगी है कि उनकी ग्राम पंचायत को नगर निगम में मत लो।
ज्योति मल्होत्रा बेच रही है फोटो-
विधायक पन्नालाल शाक्य ने कहा कि ज्योति मल्होत्रा का नाम ध्यान है कि नहीं, वो क्या कर रही थी। देश की सभी प्रकार की खुफिया जानकारी दुश्मन को दे रही थी, फोटो बेच रही है। ऐसे लोगों से सावधान रहना बहुत जरूरी है। स्मरण रहे कि विधायक और भाजपा के कुछ नेताओं के बीच गुना नगर पालिका को नगर निगम बनाए जाने को लेकर आपस में राजनीति चल रही है। इसको लेकर नगर निगम के प्रस्ताव में शामिल गांवों के लोगों से विरोध में पत्र कलेक्टर तक भिजवा रहे है।