BIG NEWS : प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा (गंगानगर) के तत्वाधान में एक लाइफ चेंजिंग वर्कशॉप का आयोजन, मेडिसिन, तनाव व नशा मुक्ति जैसे कई विषय, क्या है कार्यशाला का उद्देश्य, पढ़े इस खबर में
प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा (गंगानगर) के तत्वाधान में एक लाइफ चेंजिंग वर्कशॉप का आयोजन
नीमच। आधुनिक युग की भागदौड़ भरी जिंदगी में दो पल सुख और शांति की तलाश में आज हर व्यक्ति है। लेकिन पैसा कमाने की होड़ में आज हर किसी का जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। आज लोगों की नींद विकृत हो रही है। आराम से बैठकर भोजन करने का समय नहीं है। हर कोई एक दूसरे से आगे बढ़ने में लगा हुआ है। इस प्रतिस्पर्धा में लोगों ने एक नहीं अनेक बीमारियों को आमंत्रण दे दिया है और 90 प्रतिशत युवा डिप्रेशन से ग्रस्त है। इस भागदौड़ भरे जीवन में ऑफिस से लेकर घर तक हर चीज का टेंशन लोगो को रहता है और इससे निजात पाने के लिए लोग गलत रास्ता चुनते हैं और नीचे गिराने वाले स्तर का हल्का मनोरंजन करते हैं। जिसमें आजकल लोग रात में नाइट क्लब्स, पब्स जाते हैं और नशे में चूर होकर आधी रात को घर पहुंचते हैं।
ऐसे में लोग बीमारियों का शिकार हो जाते हैं और पूरी तरह से उनका जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है। इन सभी समस्याओं को जड़ से खत्म करने के लिए सन टू ह्यूमन फाउंडेशन नामक एक संस्था ने कदम आगे बढ़ाया है और हर घर मेडिसिन मुक्त और तनाव मुक्त हो सके इस उद्देश्य से इनकी टीम ने इसी श्रृंखला में नीमच के सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर और ए.ए. एडवेन्चरस यूट्यूब चैनल के फाउंडर आयुष अम्ब द्वारा टाऊन हॉल में सायं 5 बजे से प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक अरोरा (गंगानगर) के तत्वाधान में एक लाइफ चेंजिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
इस वर्कशॉप में प्रवचन नहीं प्रयोग, जहां छोटे छोटे प्रयोगों के माध्यम से कैसे हम अपने जीवन को स्वस्थ बना सकते हैं, कैसे हम दवाइयों से मुक्ति पा सकते हैं, कैसे बच्चों में समझ पैदा हो सके, कैसे हम अपने बिजनेस को चार गुना बढ़ा सकते हैं, कैसे परिवार में हार्मनी बन सके, इन सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर अतिथियों द्वारा किया गया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लीड कॉलेज के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ भूपेंद्र कुमार अम्ब ने कहा कि आधुनिक युग में विद्यार्थी पढ़ाई को लेकर बहुत तनाव में रहता है। शरीर में ऊर्जा का निरंतर प्रभाव होता है। आधुनिक शिक्षा में सामग्री आधारभूत है। रोजगार पर शिक्षा है कोटा में प्रतिमाह आत्महत्या के कारण मृत्यु दर बढ़ रही है। शारीरिक ऊर्जा का विकल्प होना चाहिए। उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव में जागृति के लिए शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम भी एक माध्यम है। मनुष्य की दिनचर्या मशीन की तरह बन रही है। दिमाग की पैन क्रिया जागृत होने के बाद भी ऊर्जावान बन सकती है। शरीर को ऊर्जावान बनाने के लिए प्रतिदिन एक घंटा व्यायाम करना चाहिए।
अल्कलाइन भोजन ग्रहण करना चाहिए नवरात्रि में इस प्रकार के प्रयोग करना चाहिए तो हमें इसका लाभ मिल सकता है। अनुराग सर ने कहा कि रोग से स्वस्थ होने के लिए मनुष्य दवाइयों की तरफ जा रहा है लेकिन इसके बेहतर उपाय विकल्प है संपूर्ण भारत में यह अभियान बहुत अच्छी पहल है। इस अवसर पर आयुष अंब ने प्रवचन नहीं प्रयोग का वर्तमान परिपेक्ष्य में महत्व प्रतिपादित करते हुए कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ध्यान लगाना आवश्यक होता है। और हमारी तीसरी आंख को जागरूक करना आवश्यक होता है। शरीर को स्वस्थ करने के लिए मुंह में लार बनना आवश्यक है। इसके लिए व्यायाम एक सशक्त माध्यम है। दूध और चाय का त्याग कर हमें छाछ व घी का उपयोग करना चाहिए।
मनुष्य के दोनों हाथों में 216 एक्यूप्रेशर चिकित्सा बिंदु होते हैं। मनुष्य तनाव में होने के कारण अपने जीवन में आनंद के लिए नशे की लत का आदी हो जाता है यदि मनुष्य को नशे से बचाना है तो नृत्य व्यायाम भी एक विकल्प हो सकता है। प्रोफेसर संजय जोशी ने कार्यशाला में भाग लेने के बाद अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि 3 मिनट में शरीर की थकान दूर हो जाती है इस ज्ञान की परिणिति यह है कि सुखद अनुभव महसूस कर रहा हुं। यह ध्यान हमें ऊर्जा वान बनाता है। पर्यावरण कार्यकर्ता जगदीश शर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि परम आलय के शिविर से प्रशिक्षण के बाद तेल की वस्तुओं का त्याग कर दिया यह मेरे जीवन में एक नया परिवर्तन आया है अब शरीर भी स्वस्थ उर्जावान रहता है।
शिक्षाविद प्रधानाचार्य सविता चौधरी ने कहा कि जीवन दवाइयां से शुरू होकर दवाइयां से चल रहा है मानव शरीर को रोग दूर करने के लिए व्यायाम आवश्यक है ताली योग ध्यान शासन नृत्य शरीर की ऊर्जा के लिए आवश्यक होना चाहिए। महिला सामाजिक कार्यकर्ता दिव्या लालवानी ने कहा कि शुगर बीपी जैसे रोगों को ठीक करने के लिए यह प्रयोग सशक्त माध्यम सिद्ध हो सकते हैं।
इस अवसर पर पूर्व पार्षद गजेंद्र चावला, लायंस क्लब के शैलेंद्र पोरवाल शैलू, डीएफओ शंकर लाल यादव, कोमल भाग्यवानी, सविता चौधरी, नेहा, रमेश कदम, विनोद रमन अनुराग सर, अनीता सिसोदिया, प्रोफेसर, सुरेखा यादव, मिताली यादव, योनिक यादव, ओम प्रकाश सचदेवा, घनश्याम अम्ब, सहित विभिन्न नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।