NEWS : यात्रियों के लिए गुड न्यूज़, अब स्लीपर कोच वंदे भारत होगी शुरु, इस दिन से मिलेगी सुविधा, क्या कुछ होगा खास, पढ़े खबर
यात्रियों के लिए गुड न्यूज़,
नई दिल्ली : देश की सबसे तेज रफ्तार से चलने वाली वंदे भारत स्कूटर के बाद अब वंदे भारत स्लीपर के लिए लोग को बहुत बेसब्री से इंतजार कर रहे है, कई सारे सवाल सामने आ रहे है, कि आखिर वंदे भारत स्लीपर कब शुरु होने वाली है, इस सवाल का जवाब अब हम आपको देंगे कि आखिर वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कब पटरी पर दोड़ने वाली है, और इस ट्रेन में यात्रियों को क्या-क्या सुविधाएं मिलने वाली है,
रेलवे के द्वारा भारत स्लीपर स्कूटर की सफलता के बाद अब भारतीय रेलवे जल्द ही वंदे भारत स्लीपर स्कूटर लॉन्च करने वाला है, इसको लेकर खबर आ रही है कि भारतीय रेलवे विभाग भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन इस साल के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है, जहां वंदे भारत स्लीपर ट्रेन वंदे भारत सीरीज का तीसरा वर्जन बताया जा रहा है, मिली जानकारी के अनुसार वंदे भारत सीरीज में चेयर-कार ट्रेनें और फिर गुजरात में संचालित होने वाली वंदे मेट्रो शामिल हैं, ICF प्रबंधक ने दी जानकारी,
वंदे भारच स्लीपर को लेकर जानकारी देते हुए इंटीग्रल कोच कंपनी चेन्नई के महाप्रबंधक यू सुब्बा राव ने बताया कि पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन अगले महीने तक बनकर तैयार हो जाएगी, पहली ट्रेन का निर्माण भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) के बेंगलुरु प्लांट में 20 सितंबर तक पूरा हो जाएगा, BEML कोचों को एकीकृत कर रहा है, और हमें उम्मीद है कोच 20 सितंबर तक चेन्नई के ICF तक पहुंच जाएंगे,
राव ने बताया कि इसके बाद हम रेक निर्माण, अंतिम परीक्षण और कमीशनिंग करेंगे, जिसमें लगभग 15-20 दिन लगेंगे, इसके बाद यह मुख्य लाइन परीक्षणों से गुज़रेगा, जिसमें दो महीने लगेंगे, इसमें लखनऊ स्थित रेलवे डिज़ाइन और मानक संगठन के तहत दोलन परीक्षण भी शामिल होगा, उत्तर पश्चिमी रेलवे ज़ोन में हाई-स्पीड परीक्षणों के लिए ट्रायल रन किए जाएंगे, अनुभव प्रदान करने की योजना बना रहा है, मिली जानकारी के अनुसार रात में लाइट बंद होने पर यात्रियों के वॉशरूम जाने के लिए सीढ़ियों के नीचे एलईडी स्ट्रिप्स होंगी,
इसके साथ ही ट्रेन अटेंडेंट के लिए अलग बर्थ भी होगी, 16 कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में कुल 823 बर्थ होंगी, जिसमें 11 3AC कोच (611 बर्थ), 4 2AC कोच (188 बर्थ) और 1 1AC कोच (24 बर्थ) शामिल होंगे, ट्रेन को BEML और हैदराबाद स्थित मेधा सर्वो ड्राइव्स लिमिटेड द्वारा विकसित किया गया है, जिसमें पोलैंड स्थित यूरोपीय रेल सलाहकार, EC इंजीनियरिंग से डिजाइन इनपुट हैं,