OMG ! अगर आप भी करते है ऑनलाइन खरीदी, तो हो जाएं सावधान, पहले किया सौदा, फिर वहीं कार वापस की चोरी, घटना का खुलासा, तो ऐसे पकड़ाएं बदमाश, पढ़े खबर
अगर आप भी करते है ऑनलाइन खरीदी
डेस्क। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के अंतर्गत आने वाली शोभापुर पुलिस चौकी के क्षेत्र में चोरी का एक अजीबो गरीब मामला सामने आया। यहां ऑनलाइन वेबसाइट में विज्ञापन देकर शोभापुर के एक युवक को जबलपुर में रहने वाले एक युवक ने कार बेची। खरीदने वाले युवक ने कार का भुगतान कर दिया और कार अपने घर ले आया। इसके बाद कार बेचने वाला युवक अपने साथियों के साथ ओरिजनल चाबी लेकर आया और कार चालू कर उसे चुराकर ले गया।
हालांकि, ये पूरा घटनाक्रम इलाके में लगे एक कैमरे में कैद हो गया, वरना शायद कोई समझ ही नहीं पाता कि आखिर इतनी सफाई से चोरी किसने की है। फिलहाल, मामला सामने आने के बाद पुलिस ने चोरी का केस दर्ज करते हुए कार बेचने और दौबारा उसे चोरी करने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, उसके साथियों की तलाश की जा रही है।
जबलपुर से आया और चुरा ले गया बेची हुई कार-
मामले की जांच में जुटी पुलिस ने बताया कि जिले के शोभापुर में रहने वाले शकील खान ने ऑनलाइन वेबसाइट पर कार बेचने का विज्ञापन देखा। ये विज्ञापन जबलपुर में रहने वाले विकास गोटिया उर्फ अभिषेक यादव द्वारा अपलोड किया था। कार की स्थिति अच्छी देखकर शकील कार खरीदने 30 अक्टूबर को जबलपुर पहुंच गए। उसने अभिषेक से कार क्रमांक एमपी 20 सीजे 4323 को 3 लाख 80 हजार में खरीदा। शकील ने 3 लाख नकद और 50 हजार ऑनलाइन पैमेंट किए, जबकि गाड़ी नाम पर ट्रांसफर होने के बाद 30 हजार रुपए देने की बात तय हुई।
मुख्य गिरफ्तार, 3 फरार-
साढ़े तीन लाख रुपए लेने के बाद अभिषेक ने शकील को कार की डुप्लीकेट चाबी और रजिस्ट्रेशन कार्ड दे दिया। शकील कार लेकर शोभापुर आ गए। 5 नवंबर की रात शकील की कार चोरी हो गई। उसने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। मामले की पड़ताल शुरु करते हुए पुलिस ने इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरु किए। साक्ष्यों के आधार पर कार बेचने वाले अभिषेक यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया। यहां पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और चोरी करने की पूरी कहानी बयां कर दी। अभिषेक को पुलिस ने रिमांड में लिया है। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने उसके साथी प्रियांशु सोनी उर्फ दीपांशु नाहर, राहुल यादव व टीटू यादव पर मामला दर्ज किया है। अन्य तीनों आरोपी फरार हैं।
जीपीएस सिस्टम से लोकेशन का पता किया-
आरोपियों ने कार में लगे जीपीएस सिस्टम से कार की लोकेशन का पता किया गया। 5 नवंबर की रात आरोपी अभिषेक कार में असली चाबी लगाकर कार लेकर फरार हो गया था। फुटेज के आधार और कार खरीदते समय अभिषेक की फोटो से मिलान के आधार पर पुलिस को शक हुई। पुलिस ने क्षेत्र के अन्य फुटेज भी देखे थे। पूछताछ में अभिषेक ने चोरी और ठगी की वारदात कुबूल कर ली। बताया जा रहा है कि आरोपी ने जो कार बेची थी, वो भी उसकी नहीं, बल्कि उसके दोस्त की बहन की कार थी।
ऐसे पकड़ाया मुख्य आरोपी-
मामले की जांच में जुटी शोभापुर चौकी प्रभारी मेघा उदेनिया ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और फोटो के आधार पर आरोपी की पहचान हुई। पूछताछ में उसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर चोरी करना कबूल किया है। बताया जा रहा है कि, अभिषेक और उसके साथियों ने नाम और पहचान बदलकर वारदात को अंजाम दिया। अभिषेक को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। उसके अन्य साथियों की तलाश जारी है।