NEWS: MSME मंत्री सखलेचा ने की सिंचाई योजनाओं व निर्माण कार्यों की समीक्षा, दिए आवश्यक निर्देश, पढ़े खबर
MSME मंत्री सखलेचा ने की सिंचाई योजनाओं व निर्माण कार्यों की समीक्षा, दिए आवश्यक निर्देश, पढ़े खबर
नीमच, प्रदेश के एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने जावद प्रवास के दौरान बुधवार की शाम को डाक बंगला जावद पर जल संसाधन एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की बैठक में क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्य और सिंचाई जलाशयों के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
इस मौके पर कलेक्टर दिनेश जैन, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार तोलानी, एसडीएम शिवानी गर्ग सहित जल संसाधन लोक निर्माण कृषि उद्योग सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक में मंत्री सखलेचा द्वारा क्षेत्र में स्वीकृत एवं निर्माणाधीन सिंचाई जलाशयों के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली, बैठक में जल संसाधन कार्यपालन यंत्री एच.के मालवीय ने अवगत कराया कि, परभणी तालाब एवं चोर क्रिया तालाबों का निर्माण कार्य 90% पूरा हो गया है, यह दोनों कार्य सीमा पूर्ण कर लिए जाएंगे बांणदा जलाशय का निर्माण कार्य भी प्रारंभ होकर 4 स्टॉप डेमो के निर्माण का कार्य पूरा हो गया है
अमरपुरा जलाशय के लिए वन विभाग को जमीन के बदले जमीन आवंटित की जाना है अंगोरा जलाशय का कार्य 20 जून तक पूर्ण कर लिया जावेगा मंत्री सखलेचा ने जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए कि सिंचाई जलाशयों के लिए भू अर्जन की कार्रवाई तत्काल पूरी करवा कर संबंधित तो को मुआवजे का भुगतान किया जाए तथा जहां जरूरी हो वहां विस्थापन का कार्य भी तेजी से पूरा किया जाए।
लोक निर्माण विभाग द्वारा स्वीकृत सड़कों के निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा के दौरान मंत्री श्री सखलेचा ने कहा कि मुख्य सड़कों के निर्माण का कार्य तत्काल प्रारंभ किया जावे प्रयास किया जावे की बरसात के पूर्व सड़कों के निर्माण का कार्य पूरा हो जाए निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए, लोक निर्माण कार्य पाल यंत्री मैं अवगत कराया कि मोरवन से जावद तक की सड़क के नवीनीकृत डामरीकरण का कार्य तेजी से जारी है और इस हफ्ते इस सड़क के नवीनीकरण का कार्य पूरा हो जाएगा
बैठक में मंत्री सखलेचा ने जावद में 16 व 17 अप्रैल को आयोजित होने वाली कृषि संगोष्ठी की जानकारी देते हुए, इस कार्यक्रम की तैयारियां करने के निर्देश भी दिए, उन्होंने कृषि विभाग को कृषि संगोष्ठी में क्षेत्र के अधिकाधिक प्रगतिशील किसानों को शामिल होने हेतु आमंत्रित करने के निर्देश भी दिए।