WEATHER UPDATE : एमपी में बारिश और बाढ़ से हाहाकार, बीस से ज्यादा इलाके डूबे, पुल-पुलिया बहे, दिन-रात के तापमान में सिर्फ इतने डिग्री का अंतर, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, पढ़े खबर
एमपी में बारिश और बाढ़ से हाहाकार

डेस्क। मध्य प्रदेश में बने मजबूत सिस्टम ने तकरीबन पूरे प्रदेश को बारिश ने तरबतर कर रखा है। 3 दिन से 50 से अधिक स्थानों पर रुक-रुककर बारिश हो रही है। कई इलाकों में तेज बारिश का दौर भी जारी है। इससे अब हालात बिगड़ने लगे हैं। नरसिंहपुर और कटनी में 2 दिन की बारिश से मुख्य मार्ग में पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हो गए, वहीं, मंडला में नर्मदा लाल निशान से ऊपर बह रही है। इसका असर पूरे महाकौशल में नजर आया। जबलपुर में नर्मदा का जल स्तर तेजी से बढ़ा है। 24 घंटे में ही बरगी बांध में 4-5 फीट पानी बढ़ गया। इसी के चलते रविवार दोपहर 12 बजे गेट खोलने की तैयारी है।
मौसम विभाग के अनुसार, 5-6 दिन प्रदेश में जोरदार बारिश के आसार है। इसका पूर्वी हिस्से में ज्यादा असर अधिक दिख सकता है। प्रदेश में अब तक औसत से 58 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है। शनिवार को श्योपुर में सबसे ज्यादा 7 इंच तो जबलपुर में सवा चार इंच पानी गिरा। भोपाल में तीसरे दिन भी रिमझिम फुहारों का दौर रहा। आधा इंच पानी गिरा।
नरसिंहपुर में पुलिया बही, स्टेट हाईवे बंद-
नरसिंहपुर में भारी बारिश के चलते शुक्रवार की रात स्टेट हाईवे-22 पर बंदेसुर गांव के पास पुलिया बह गई। इससे करेली-गाडरवारा-पिपरिया मार्ग बाधित हो गया। वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से निकाला जा रहा है। तेज बारिश के बीच जिले में शेढ़ और नर्मदा नदी उफान पर रहीं। कई घाटों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। शहडोल जिले के मझौली गांव में कच्चे मकान की दीवार ढह गई। शुक्रवार की रात जोरदार बारिश के बीच हादसा हुआ। सुबह जवाहर महरा (70) पत्नी डोमनिया बाई (65) के शव निकाले गए। वहीं उमरिया जिले के मंगठार में जोहिला नदी पर बने डैम के दो गेट खोले गए। डैम में जल स्तर 477 मीटर करीब जा पहुंचा था।
पन्ना के बिलखुरा बांध की नहर फूटी, दो गांव टापू बने-
पन्ना जिले में भारी बारिश के चलते बिलखुरा बांध की नहर टूट गई। घटना के बाद बिलखुरा और ठाकुरनपुरा गांव में पानी भर गया। कई घर जलमग्न हुए। कुछ को खाली कराया गया। वहीं देवेंद्रनगर-बिरवाही मार्ग पर रेलवे ब्रिज में पानी भरने से दो दर्जन गांवों के लोगों का आवागमन ठप हो गया। श्योपुर में महज 4 घंटे में 6 इंच से ज्यादा बारिश हुई। शहर के कई घरों-दुकानों में पानी घुस गया। सीप और कदवाल नदी उफान पर रही। कई घर-गाड़ियां भी डूबे। शिवपुरी में 24 घंटे के दौरान भारी बारिश हुई। शहर की कॉलोनियां जलमग्न हो गईं। पार्वती नदी उफान पर होने से बैराड़ और जोराई गांव में ३-४ फीट तक पानी भर गया।
कटनी में दो दिनों से बेलकुंड नदी उफान पर रही। नदी के तेज बहाव में घुघरा गांव के पास पुल की मिट्टी बह गई। पिंडरई और देवरी गांव के बीच कोही नाले के उफान में होने से गांव के संपर्क कट गए। मऊगंज जिले के दुबगवां कुर्मियान में शनिवार को बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े ग्रामीण सुखेन्द्र (65), चैतू कोल और लवकुश (13) और सोहागी के सहलोलवा गांव में हरिलाल (50) की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई।
यहां बाढ़-बारिश का अलर्ट-
अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, नरसिंहपुर, पन्ना, रीवा, सागर, सिवनी, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, उमरिया, अशोकनगर, गुना, रायसेन, राजगढ़, श्योपुर, शिवपुरी, विदिशा।
दिन और रात के तापमान में सिर्फ डेढ़ डिग्री का ही अंतर-
राजधानी में इस बार लगातार बारिश का दौर चल रहा है। शनिवार को भी दिन भर बारिश के बाद तापमान में तेजी से गिरावट आई और दिन और रात के तापमान में महज डेढ़ डिग्री का अंतर रह गया। अधिकतम तापमान जहां 25.6 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 24 डिग्री रहा। लगातार बारिश के चलते बड़े तालाब के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। शनिवार को बड़े तालाब का जलस्तर 1659.20 फीट पर पहुंच गया, जो 1658.55 फीट पर था।
सीजन में अब तक 3 इंच अधिक बारिश-
जुलाई की शुरुआत से ही शहर में अच्छी बारिश हो रही है। बारिश का आंकड़ा सामान्य के मुकाबले 3 इंच अधिक हो गया है। 1 जून से अब तक 262.3 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश की तुलना में 74.5 मिमी यानी लगभग तीन इंच अधिक है। इसी प्रकार शनिवार को भी सुबह से शाम तक शहर में 12 मिमी बारिश हो चुकी है।
आगे भी जारी रहेगा दौर-
मौसम विभाग के अनुसार, अभी मानसूनी सिस्टम एक्टिव है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी की ओर एक ऊपरी हवा का घेरा बना हुआ है, इसके लो प्रेशर में तब्दील होने की संभावना है। इसके चलते अभी दो दिन बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी। इसके बाद तीव्रता में थोड़ी कमी आ सकती है।