NEWS: नागदा शहर को जिला बनाने एवं अन्य मांगो की स्वीकृति हेतु, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह से की भेंट-पूर्व विधायक शेखावत.....
नागदा शहर को जिला बनाने एवं अन्य मांगो की स्वीकृति हेतु,
नागदा पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि दिनांक 6 मार्च 2023 को कर्नाटक के महामहिम डॉ. थावरचंदजी गेहलोत एवं नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि ओ. पी. गेहलोत संग भोपाल प्रवास कर नागदा को जिला बनाने एवं क्षेत्र की अन्य मांगो को पुरा करने हेतु मुख्यमंत्री शिवराजसिंहजी चौहान से भेंट कर उन्हें पत्र सौपा। पत्र के माध्यम से मांग की गई कि नागदा एक प्रमुख औद्योगिक शहर है यह दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग के मध्य में स्थित होकर पश्चिम रेल्वे का प्रमुख जंक्शन है। यह उज्जैन जिले का सबसे बड़ा शहर होने एवं जिले की दुरी 50 किमी से अधिक होने से स्थानीय लोगो को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिये नागदा को जिला बनाने की कार्यवाही पूर्ण कर शीघ्र ही नागदा को जिला घोषित करें। इसके साथ ही विधानसभा क्षेत्र की कुछ प्रमुख मांगे है जिन्हें पूर्ण किया जाना अतिआवश्यक है।
जो इस प्रकार है-
(1) नर्मदा-क्षिप्रा-चंबल लिंक योजना करीब 2215 करोड़ की स्वीकृत हुई है। क्षेत्र में जल जीवन मिशन अंतर्गत 85 गांवो में नल-जल योजना स्वीकृत होकर कुछ पुर्ण हो गई है एवं कुछ निर्माणाधीन है। किन्तु जलस्तर करीब 1000 से 1200 फीट नीचे होने से योजना हेतु पानी की कमी महसुस हो रही है। इनमें से समस्याग्रस्त पंचायतो में नर्मदा-क्षिप्रा-चंबल लिंक योजना का पानी पेयजल हेतु पहुंचाया जावे।
(2) विधानसभा में ग्रामीण क्षेत्र को जोड़ने वाली छोटी-छोटी 3 से 4 किमी की करीब 20 से 25 सड़के कुल किलोमीटर लगभग 70 किमी है। इन सड़को का कार्य लोक निर्माण विभाग से कराया जावे।
(3) किसानो के खेतो तक जाने हेतु क्षेत्र में करीब 40 नवीन खेत सड़क की आवश्यकता है जिससे बारीश के दिनों में किसानो को अपनी उपज को मण्डी तक लाने में मदद मिलेगी। यह सड़के स्वीकृत करवाई जावे।
(4) विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में रोजड़े(घोडारोज) का आतंक है जो आये दिन किसानो की खड़ी फसलो को नुकसान पहुंचाती है। इन्हें पकड़कर सुरक्षित क्षेत्र में छोड़ने हेतु मेरे विधायक रहते विधानसभा में प्रश्न लगाया था जिसके जवाब में तत्कालीन वनमंत्री श्री गौरीशंकरजी शेजवार ने योजना बनाने का आश्वासन दिया था कि इन्हें पकड़कर बड़े अभ्यारण्यो में छोड़ा जावेगा। जिस पर कार्यवाही की जावे।
(5) उज्जैन जिले के बाद नागदा जिले का सबसे बड़ा शहर है, यहां पर कई प्रान्तो के लोग निवास करते है। इसलिये यहां पर सी.एम. राईजिंग स्कूल की स्वीकृति प्रदान करवाई जावे।
(7) आपके पूर्व कार्यकाल में नगर पालिका खाचरौद में जल आवर्द्धन योजनान्तर्गत करीब 29 करोड़ रूपये की स्वीकृति मिली थी। उक्त योजना की गेपिंग का 4 करोड़ रूपये का कार्य अभी भी बाकी है। जिसे शीघ्र राशि स्वीकृत कर पुर्ण करवाई जावे।
(8) नगर पालिका खाचरौद में जल आवर्द्धन योजना में पाईपलाईन बिछाने हेतु शहर की अधिकांश सड़को को खोदा गया था किन्तु उनकी रिपेयरिंग आज तक नहीं हुई है। इन सड़को की रिपेयरिंग हेतु नपा खाचरौद को 2 करोड़ रूपये की स्वीकृति की जावे।
(9) नागदा, खाचरौद, मडावदा एवं चापाखेड़ा के अस्पतालो में चिकित्सको की कमी है जिससे ग्रामीणो को सुलभ इलाज में परेशानी होती है। शीघ्र ही डॉक्टरो की कमी को पुर्ण करवाया जावे।
(10) नागदा शहर यातायात की दृष्टि से दिल्ली, मुंबई सेन्ट्रल रेल्वे के मध्य बसा हुआ है यहां से 40 किमी दुर 6 लेन हाईवे निर्माणाधीन है। नागदा में पूर्व से तीन बड़े उद्योग संचालित है इसलिये उद्योगो के लिये अनुकुलता को देखते हुए यहां पर और बड़े उद्योग लगवाये जावे।
(11) विधानसभा के नागदा, खाचरौद एवं ग्रामीण क्षेत्रो में अभी भी पात्र सभी हितग्राहियों को आवास, भू अधिकार पट्टे नहीं बने है उन्हें सर्वे कराकर शीघ्र बनवाया जावे।
(12) प्रधानमंत्री आवास में छुटे पात्र परिवारो को योजना में सम्मिलित किया जावे एवं नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि द्वारा शहर हेतु कुछ मांगे रखी गई जिसमें चामुण्डा माता मंदिर का सौन्दर्यीकरण, नागदाह टेकरी को पर्यटन स्थल बनाया जाना एवं मुक्तेश्वर महादेव मंदिर पर सनसेट पाईन्ट बनाया जाना साथ ही नगर पालिका में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए पदो की पूर्ति करना, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को विनियमितिकरण करना, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारो को खाद्यान्न पात्रता पची जारी करना, एपीएल कार्डधारियों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ देना एवं नये राशन कार्ड बनाये जाने की मांग मुख्यमंत्रीजी से की है।
शेखावत ने आगे बताया कि भाजपा द्वारा हमेशा ही नागदा को जिला बनाने हेतु पत्रो, विधानसभा प्रश्नो एवं जन प्रतिनिधि मण्डल द्वारा समय-समय पर मांग की जाती रही है जिसके तहत दिनांक 21/7/2016 को भी नागदा, खाचरौद, आलोट एवं ग्रामीण क्षेत्र के करीब 150 कार्यकर्ताओं ने भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्रीजी के समक्ष एक स्वर में नागदा को जिला बनाने की मांग रखी थी। कोरोना काल के पश्चात् पुनः दिनांक 25/07/2022 को कर्नाटक के महामहिम डॉ. थावरचंद जी गेहलोत एवं सांसद श्री अनिल जी फिरोजिया के संग दिल्ली प्रवास कर वहां पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह जी चौहान एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी डी. शर्मा जी से सौजन्य भेंट कर नागदा को जिला बनाने का आग्रह सांसद एवं मेरे द्वारा किया गया था। मेरे पिछले विधायक कार्यकाल में भी नागदा को जिला बनाने हेतु 6 बार विधानसभा प्रश्न पुछ कर प्रमुखता से मुद्दा उठाया था। साथ ही 7 बार मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर नागदा को जिला बनाने की मांग की गई थी। जिसमें मुख्यमंत्री जी द्वारा मुझे पत्र लिख आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन दिया गया था। इस तरह भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा नागदा को जिला बनाने हेतु सभी तरह से प्रयास किये जा रहे है।
शेखावत ने आगे कहा कि वर्तमान में कांग्रेस के विधायक दिलीपजी गुर्जर द्वारा नागदा को जिला बनाने का राग चुनाव के नजदीक आते ही दोहराया जाता है बाकी समय उन्हें जिला बनाने की याद नहीं आती है। इसका उदाहरण यह है कि इनकी कांग्रेस की 15 माह सरकार रही जिसमें यह स्वयं सत्तापक्ष के विधायक रहे इन 15 माहो में आपने कितनी बार याचिका, विधानसभा तारांकित, अतारांकित प्रश्न लगाये, शुन्यकाल, ध्यानाकर्षण में प्रश्न उठाये एवं कितनी बार पत्र द्वारा नागदा को जिला बनाने की मांग की थी। जबकि आपके कार्यकर्ता जिला बनाने के लिये मंत्री पद ठुकराने की बात करते है, जनता को बताना चाहिये। आपके 15 माह के कार्यकाल में केबिनेट की करीब 50 से 60 मीटिंगे हुई जबकि आपका मुल सपना ही नागदा को जिला बनाने का था तब आपने नागदा को जिला बनाने का मुद्दा केबिनेट बैठक में क्यों नहीं उठाया किन्तु जब आपकी सरकार के कुछ विधायक पार्टी छोड़कर चले गये एवं आपकी सरकार अल्पमत में आ गई तब आपको ताबड़तोड़ नागदा को जिला बनाने की याद आई। चूंकि आप खुद भी जानते थे कि अल्पमत की सरकार द्वारा लिया गया निर्णय कितना प्रभावी रहता है और उसका असर ज्यादा समय नहीं रहता है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आपकी मंशा नागदा को जिला बनाना नहीं बल्कि राजनितिक लाभ उठाने की ज्यादा थी।
दिलीपजी गुर्जर द्वारा मुख्यमंत्री शिवराजसिंहजी चौहान की जिला बनाने की घोषणा की बात करते है। जब आपके मुख्यमंत्री आये तो इस घोषणा पर क्यों नहीं अमल किया गया जबकि कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंहजी के गोठड़ा माता प्रवास के दौरान गोठड़ा से बनवाड़ा तक सड़क बनाने की घोषणा की थी किन्तु इनकी एकमात्र घोषणा को भी आप स्वीकृत नहीं करा पाये। तत्पश्चात् भाजपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंहजी चौहान ने इस सड़क को स्वीकृत कराया था। इसी प्रकार आप भी पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणा को आपके कार्यकाल में पूर्ण करवाते। आप नागदा को जिला बनाने के प्रति वाकई गंभीर है तो नागदा की जनता को बताना चाहिये कि आपकी सरकार के 15 माह के कार्यकाल में आपने जिला बनाने हेतु क्या कार्यवाही की थी। यह जनता जानना चाहती है इसलिये विधायकजी से हमारा अनुरोध है कि नागदा को जिला बनाने के लिये हमारा साथ दे ना कि हमारा विरोध करें।