BIG NEWS : चीताखेडा के किशन बंजारा का आतंक,झगड़ा जमीन का,ओर महिला को बनाया निशाना,फाड़े कपडे ओर पीटा जमकर,फिर पुलिस का डर,की ऐसी होशियारी,अब मामला पंहुचा थाने,पढ़े ये खबर

चीताखेडा के किशन बंजारा का आतंक,झगड़ा जमीन का

BIG NEWS : चीताखेडा के किशन बंजारा का आतंक,झगड़ा जमीन का,ओर महिला को बनाया निशाना,फाड़े कपडे ओर पीटा जमकर,फिर पुलिस का डर,की ऐसी होशियारी,अब मामला पंहुचा थाने,पढ़े ये खबर

रिपोर्ट-राजेश प्रपन्न,,,,,
चिताखेड़ा / रामनगर का कथित आदतन झगड़ालू प्रवृत्ति का किशन बंजारा के आतंक से परेशान हैं तिखीरुण्डी की एक विधवा महिला और साधारण देवानाथ के परिवार के सीधेपन का फायदा उठाते हुए बिना किसी आधार के जमिन को लेकर विधवा महिला पवनीबाई और देवानाथ कालवेलिया परिवार को उन्हीं के पट्टे की जमीन को हांकने जोतने ,फसल की बुवाई तक नहीं करने दे रहा है।खेत पर काम करने जाते है तो अपने साथियों के साथ जानलेवा हमला करने वो दोडता है । 

विगत दिवस को भी देवानाथ कालवेलिया खेत को ट्रैक्टर  से हंकवा रहा था तो मौके पर उनकी धर्मपत्नी प्रेमबाई  खेत में पत्थर कंकड़ बिन रही थी तो उन पर जानलेवा धावा बोल दिया। पीट-पीट कर लहुलुहान कर अधमरा कर दिया। फिर भी जी नहीं भरा तो कपड़े भी फाड़ दिए। पुलिस से बचने के लिए हाथों में पत्थर लेकर खुद ने अपने ही सिर में  स्वयं को  चोटें पहुंचाई है और चिकित्सालय पहुंच गया। 

यह मामला चीताखेडा के हल्का नंबर 8में तिखी रुण्डी के देवा नाथ कालबेलिया अपने पारिवारिक कार्य से रिश्तेदारी में कहीं गए हुए थे  60वर्षिय उनकी धर्मपत्नी  प्रेमबाई-देवा नाथ कालबेलिया  खेत पर पत्थर बिन रही थी और ट्रेक्टर से खेत हंकवा रही थी । इतने में रामनगर का आदतन झगड़ालू स्वभाव का किशन व परसराम पिता नानुराम बंजारा दोनों भाइयों ने आते ही प्रेमबाई पर जानलेवा हमला कर दिया गला पकडकर नीचे गिरा दिया और पत्थर, सरिए से पिट पिट कर लहुलुहान कर दिया,इतने में उनकी बहूं गुड्डा बाई बीच बचाव करने आई तो दोनों ने उनके साथ भी झुमाझटकी की और उसे धमकाते हुए ये तक कहा की आज के बाद खेत पर आए तो जान से मार देंगे।

घटना की जानकारी मोबाइल फोन पर देवानाथ को बताई।परिजन प्रेमबाई को घायल अवस्था में थाना पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसी झगड़ालू व्यक्ति द्वारा पूर्व में भी तिखीरुण्डी की ही एक विधवा महिला पवनीबाई के साथ भी मारपीट करने दौड़ा था इसके आतंक के डर से पवनी बाई खेत पर भी जाना बंद कर दिया है।


जानकारी में आया है की इस मामले में पटवारी और गिरदावर की भूमिका संदेह के घेरे मे है,ये मामला कई बार इन तक पंहुचा लेकिन कोई समाधान नहीं हो पाया है ऐसे में इस तरह के विवाद यहाँ देखने को मिलते रहते है पर अब तो हद ही हो गई,आज ये झगड़ा मारपीट तक पंहुचा है लेकिन ये कभी जानलेवा भी हो सकता है,ऐसे में प्रशासन को इस मामले में गंभीरता बरतना चाहिए ओर उनके स्तर पर विवाद की मूल जड़ तक जाकर उसे हल करना ही चाहिए,