WEATHER UPDATE : एमपी में मानसून की धमाकेदार एंट्री, अब एक्टिव हुआ साइक्लोनिक सर्कुलेशन, अगले कुछ ही घंटों में होगी भारी बारिश...! नीमच-मंदसौर सहित इन जिलों में अलर्ट जारी, पढ़े खबर
एमपी में मानसून की धमाकेदार एंट्री

डेस्क। मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री के साथ ही पूरे प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी है। गुरूवार को भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। मंडला के बिछिया इलाके में लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ के हालात बन गए, शिवपुरी में बारिश के कारण सिंध नदी उफान पर आ गई। कोलारस में भारी बारिश के कारण कई गांव जलमग्न हो गए, ओरछा, भोपाल, जबलपुर में अच्छी बारिश हुई है। इसी बीच मौसम विभाग ने अगले तीन घटों में जबलपुर, डिंडौरी और मंडला जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट-
ऑरेंज अलर्ट- डिंडोरी, कटनी, सिवनी, मंडला, बालाघाट जिलों में अतिभारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
येलो अलर्ट- रायसेन, सिहोर, गुना, शिवपुरी, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, मैहर, पांढुर्णा, भोपाल, विदिशा, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, अशोकनगर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, सतना, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
ये मौसम प्रणाली सक्रिय
- मानसून ट्रफ माध्य समुद्र तल पर बीकानेर, श्योपुर, खजुराहो, डाल्टनगंज, दीघा से होकर पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व तक विस्तृत है।
- एक चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिम राजस्थान के मध्य भागों और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।
- एक चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है।
- एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण पश्चिमी बंगाल और संलग्न उत्तर ओडिशा पर माध्य समुद्र तल से 1.5 और 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है एवं ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।
- एक ट्रफ उत्तर-पूर्व अरब सागर से गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं पश्चिमी बंगाल और संलग्न उत्तर ओडिशा पर बने चक्रवातीय परिसंचरण से होकर उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक माध्य समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य विस्तृत है एवं ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है।