NEWS : पूर्व सांसद ने लिखा CM यादव को पत्र, तो महाकाल नगरी में मेडिकल कॉलेज खोलने का भी आव्हान, क्या की मांगे, पढ़े इस खबर में
पूर्व सांसद ने लिखा CM यादव को पत्र,
उज्जैन के पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को एक पत्र लिखा है। पत्र लिखकर उज्जैन और इंदौर जिले की समस्याओं के बारे में जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने दोनों शहरों की आवश्यकताओं को पूरा करने की मांग भी की है। उन्होंने लिखा स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर शहर लगातार सातवीं बार शीर्ष पर रहा है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि इंदौर से टनों कचरा और गंदगी खान नदी के जरिए बेहद पवित्र माने जाने वाली क्षिप्रा नदी में मिलती है।
शिप्रा में जिसकी गणना देश की पवित्र नदियों में की जाती है और जिसके किनारे विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग और देवी के शक्तिपीठ सहित कई धार्मिक आस्था-स्थल है। इंदौर से बहकर क्षिप्रा में मिलने वाली गंदगी और कचरे के उचित निस्तारण के लिए पिछले वर्षों में करोड़ों रुपए की कई योजनाएं मध्य प्रदेश शासन के स्तर पर बनी, लेकिन समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। इस समस्या का शीघ्र ही कोई ठोस समाधान किया जाए।
इंदौर और उज्जैन के बीच लाखों लोगों का प्रतिदिन आवागमन होता है, जिसे देखते हुए इंदौर-उज्जैन के बीच 6 लेन मार्ग बनाया जाना बेहद जरूरी हो गया है। इसके साथ ही इंदौर उज्जैन के बीच सड़क मार्ग पर यातायात का दबाव कम करने के लिए दोनों शहरों के बीच मेट्रो ट्रेन चलाना अब आवश्यक हो गया है। उज्जैन शहर तेजी से लगातार विस्तारित हो रहा है, लेकिन गरीब और निम्न मध्यमवर्गीय तबके के लिए लोक परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए इन तबकों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उज्जैन में सिटी बसों का परिचालन शुरू होना चाहिए। इसके साथ ही उज्जैन शहर में बढ़ती आबादी और प्रतिदिन देश भर से उज्जैन आने वाले हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को देखते हुए उज्जैन में स्वास्थ्य सेवाएं अभी बिल्कुल अपर्याप्त हैं, इसलिए उज्जैन में मिनी एम्स की स्थापना की जाए।
मध्य प्रदेश में उज्जैन उच्च शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र है, लेकिन खेद की बात है कि चिकित्सा शिक्षा के लिए यहां के छात्रों को उज्जैन से बाहर जाना पड़ता है। मेरा निवेदन है कि उज्जैन में ही एक मेडिकल कॉलेज खोला जाना चाहिए। साथ ही उज्जैन स्थिति महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग तथा अन्य प्राचीन धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए देश-विदेश से हजारों लोग उज्जैन आते हैं। उनकी सुविधा के लिए महाकाल मंदिर के समीप 2000 कमरों वाली एक विशाल धर्मशाला का निर्माण शासन और जन भागीदारी से होना चाहिए।
उज्जैन से मक्सी और नागदा के बीच सड़क मार्गों पर भी यातायात का बहुत अधिक दबाव रहता है, इसलिए इन शहरों के बीच 4 लेन सड़क मार्ग बनाया जाना चाहिए। गौरतलब है कि प्रेमचंद गुड्डू ने विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर कांग्रेस से इस्तीफा देकर उज्जैन के आलोट विधानसभा से नामांकन भरा था। गुड्डू, आलोट के विधायक और उज्जैन-आलोट लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रह चुके हैं।