NEWS: रतनगढ़ में निकाली मां सरस्वती की भव्य कलश यात्रा, छात्राओं ने लिया हिस्सा, नगर में जगह-जगह भव्य स्वागत, पढ़े खबर

रतनगढ़ में निकाली मां सरस्वती की भव्य कलश यात्रा, छात्राओं ने लिया हिस्सा, नगर में जगह-जगह भव्य स्वागत, पढ़े खबर

NEWS: रतनगढ़ में निकाली मां सरस्वती की भव्य कलश यात्रा, छात्राओं ने लिया हिस्सा, नगर में जगह-जगह भव्य स्वागत, पढ़े खबर

रिपोर्ट- संतोष गुर्जर 

नीमच। शा. कन्या उ.मा.वि. रतनगढ़ में मंगलवार को मां सरस्वती मूर्ति व प्राण प्रतिष्ठा के दो दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिवस मां सरस्वती की भव्य कलश यात्रा निकाली। कलश यात्रा का नगर परिषद रतनगढ़ के मंशापूर्ण महादेव से प्रारंभ कर नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई बस स्टैंड रतनगढ़, सब्जी मंडी, मोती बावजी रोड, अग्रवाल सराय, झंडा चौक, गोवर्धन नाथ मंदिर, तेली चौक, शीतला माता मंदिर रोड, जाट रोड, होते हुए अपने गंतव्य स्थल शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रतनगढ़ पहुंची। कलश यात्रा में नगर के सभी शासकीय अशासकीय  विद्यालयों की छात्राओं द्वारा भाग लिया गया। 

यात्रा में विशेषकर आकर्षण का केंद्र रही टोंक राजस्थान की बृजमोहन हलवा की मसके जिसने नगरवासियों का मनमोह लिया। साथ ही कलश यात्रा में सबसे आगे कलश लेकर छात्राएं जो मसक के साथ ध्वजा लिए चल रही थी। द्वितीय पंक्ति मेंभेरूनाथ  डी.जे. के साथ अन्य छात्राएं डांस व नृत्य करती हुई चल रही थी। साथ ही मंदसौर के ढोल पर भी छात्राएं नाचते गाते कलश यात्रा में चल रही थी। कलश यात्रा में नगर परिषद रतनगढ़ की अध्यक्षा श्रीमती सुगना बाई कचरुलाल गुर्जर वह सभी पार्षद गणों के साथ नगर परिषद के  कर्मचारी शामिल हुए, इस विशाल शोभायात्रा में संकुल केंद्र नगर के जगह जगह नगरवासियों ने खुले मन से पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। और कई जगह छात्र छात्राओं को टोपियां और अन्य सामग्री वितरित कर स्वागत किया गया। 

कलश यात्रा में संकुल प्राचार्य रविंद्र सिंह राय, वरिष्ठ शिक्षक राजेंद्र प्रसाद व्यास व गोपाल छीपा, बालकृष्ण सोलंकी, सुरेश तावड, मंगल खटोड़, शिव प्रसाद आचार्य, दिनेश ठुमरीया, श्रीमती सुमन प्रजापत, सुश्री जस्सू आर्य, श्रीमती संगीता सोनी, सत्यनारायण सोलंकी, अनिरुद्ध प्रजापति व आसपास के शासकीय व अशासकीय शालाओं के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने इस कलश यात्रा में शामिल होकर कलश यात्रा को भव्यता प्रदान की। नगर में इस प्रकार की विशाल कलश यात्रा पहले बहुत कम देखने में आई है। इसी के साथ ही बुधवार को मां सरस्वती की मूर्ति स्थापना व प्राणप्रतिष्ठा कर भण्डारे (प्रसादी) का कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक रहेगा।