BIG BREAKING: देवास जिला अस्पताल से 3 दिन की बच्ची चोरी, आक्रोशित परिजनों ने किया चक्काजाम, मौके पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी, महिलाएं बोली- हमें बेटी चाहिए, अब 27 टीम जुटी मासूम की तलाश में, पढ़े खबर 

देवास जिला अस्पताल से 3 दिन की बच्ची चोरी, आक्रोशित परिजनों ने किया चक्काजाम, मौके पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी, महिलाएं बोली- हमें बेटी चाहिए, अब 27 टीम जुटी मासूम की तलाश में, पढ़े खबर 

BIG BREAKING: देवास जिला अस्पताल से 3 दिन की बच्ची चोरी, आक्रोशित परिजनों ने किया चक्काजाम, मौके पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी, महिलाएं बोली- हमें बेटी चाहिए, अब 27 टीम जुटी मासूम की तलाश में, पढ़े खबर 

देवास। जिले से इस वक्त की एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां के शासकीय अस्पताल से तीन दिन की बच्ची चोरी होने का मामला सामने आया। जिसके बाद आक्रोशित परिजनों ने चक्काजाम कर दिया। जिसकी सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर भी मौके पर पहुंचे। घटनाक्रम गुरुवार रात का देवास जिला अस्पताल में मौजूद वार्ड का बताया जा रहा है। 

जानकारी के अनुसार टीना वर्मा पति विशाल वर्मा निवासी शाजापुर को जिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए भर्ती करवाया था। टीना ने 20 अप्रैल को बेटी को जन्म दिया था। इसके बाद टीना वर्मा को वार्ड में भर्ती किया गया था। गुरुवार रात करीब 2 बजे तक बच्ची स्वजन के बाद थी। अचानक 3 बजे गायब हो गई। स्वजन ने आसपास ढूंढा, लेकिन बच्ची नहीं मिली। 

इसके बाद अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। अस्पताल के बाहर और एबी रोड़ पर चक्काजाम कर दिया। इतना ही नहीं गुस्साएं परिजनों और समाजजन ने सीएमएचओ कार्यालय के साथ कलेक्टोरेट कार्यालय में हंगामा किया। आक्रोशित स्वजन कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां नारेबाजी की। सूचना पर एसपी डाक्टर शिवदयाल सिंह, एसडीएम महेंद्र कवचे, एसडीएस सहित अन्य अधिकारी पहुंचे, लेकिन स्वजनों ने हंगामा जारी रखी। उन्होंने मांग की हमारी बच्चों को ढूंढकर लाओ। अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया।

महिलाओं ने कलेक्टर से कहा कि, हम मौके पर नहीं आए, इसलिए हमें यहां आना पड़ा। हमें हमारी बेटी चाहिए। वहीं घटना को लेकर पूर्व पार्षद रुपेश वर्मा ने केरोसीन डालकर खुद को जलाने का प्रयास भी किया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। वार्ड के आसपास कहीं भी सीसीटीवी कैमरे में भी नहीं लगे हैं। जिससे अब कुछ पुलिस के हाथ में कोई सुराग नहीं लगा। मामले कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने कहा कि, दोषियों पर कार्रवाई होगी। कुछ समय के लिए जिला अस्पताल की व्यवस्था एक प्रशानिक अधिकारी के हाथ में दी जाएगी। बच्ची को ढूंढने के लिए 27 टीमें बनाई गई। 

परिजनों का आरोप है कि, वार्ड के आसपास कैमरे भी नहीं लगे हैं, वहीं वार्ड की कुछ महिलाओं ने बताया कि, रात में घटना से कुछ समय पहले तीन लोग वार्ड में आए थे। उन्होंने एसएनसीयू का रास्ता पूछा और चले गए।