NEWS : भावांतर भुगतान योजना, इन तारीखों पर होगा किसानों का पंजीयन, और इस दिन से शुरू होगी सोयाबीन की खरीदी, प्रेसवार्ता में दी विस्तृत जानकारी, क्या बोले राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, पढ़े खबर

भावांतर भुगतान योजना

NEWS : भावांतर भुगतान योजना, इन तारीखों पर होगा किसानों का पंजीयन, और इस दिन से शुरू होगी सोयाबीन की खरीदी, प्रेसवार्ता में दी विस्तृत जानकारी, क्या बोले राज्यसभा सांसद बंशीलाल गुर्जर, पढ़े खबर

मंदसौर। किसानों के हित में चलाई जा रही भावांतर भुगतान योजना को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेसवार्ता आयोजित की। प्रेसवार्ता के दौरान सांसद बंशीलाल गुर्जर, कलेक्टर अदिती गर्ग, विधायक हरदीप सिंह डंग, पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, राजेश दीक्षित, जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनु प्रिया विनीत यादव, जनपद अध्यक्ष बसंत शर्मा, सीईओ जिला पंचायत अनुकूल जैन, कृषि विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, मीडियागण मौजूद थे। 

प्रेस वार्ता में बताया गया, कि किसानों का पंजीयन 3 से 17 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसके लिए सोसायटी स्तर पर 68 पंजीयन केंद्र, ग्राहक सेवा केंद्र, एमपी ऑनलाइन, एमपी किसान ऐप एवं ई-उपार्जन पोर्टल के माध्यम से सुविधा उपलब्ध कराई गई है। पंजीयन हेतु किसानों को आधार कार्ड, बी-1 नकल, ई-केवाईसी किया हुआ बैंक खाता, आधार से लिंक मोबाइल नंबर एवं समग्र आईडी साथ लाना होगा। सोयाबीन खरीदी का कार्य 24 अक्टूबर से 15 जनवरी तक किया जाएगा। मंडियों में भावांतर सहायता केंद्र (हेल्प डेस्क) एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा ताकि किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।

सांसद गुर्जर ने कहा कि सरकार ने प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को त्वरित मुआवजा प्रदान किया है। आज प्रदेशभर में लगभग 675 करोड़ रुपए का मुआवजा किसानों को दिया गया है। भावांतर योजना के तहत सोयाबीन विक्रय मूल्य और एमएसपी के अंतर की राशि किसानों को 15 दिवस में सीधे बैंक खाते में हस्तांतरित होगी। यदि किसान को विक्रय मूल्य न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम लेकिन मंडी के मॉडल रेट से अधिक प्राप्त होता है, तो किसान को विक्रय मूल्य और एमएसपी के अंतर की राशि प्रदान की जाएगी। यदि किसान को विक्रय मूल्य एमएसपी तथा मंडी मॉडल रेट दोनों से कम प्राप्त होता है, तो किसान को एमएसपी और मंडी मॉडल रेट के बीच का अंतर भुगतान इस योजना अंतर्गत होगा।

विधायक हरदीप सिंह डंग ने कहा कि सरकार की इस योजना से प्रत्येक किसान लाभान्वित होगा। कम गुणवत्ता वाली सोयाबीन पर भी किसानों को भावांतर का लाभ मिलेगा। पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि अतिवृष्टि और पीला मोजेक से प्रभावित किसानों को सबसे अधिक राहत राशि मंदसौर जिले में मिली है, जो जिले की बड़ी उपलब्धि है। कलेक्टर अदिती गर्ग ने बताया कि भावांतर योजना की जानकारी 2 अक्टूबर को आयोजित ग्राम सभाओं मैं किसानों को विस्तृत रूप में बताई गई। साथ ही मंडियों एवं पंजीयन केंद्रों पर पोस्टर-बैनरों के माध्यम से दी जा रही है। किसानों से आग्रह है कि वे समय पर अपना पंजीयन अवश्य कराएं और योजना का लाभ लें।