BIG NEWS : यूपी से खरीदी पिस्टल और बाइक, पांच दिनों तक की रैकी, फिर यूं कर दी भाजपा नेता रमेश इनाणी की हत्या, चित्तौड़गढ़ पुलिस को मिली बड़ी सफलता, खाकी ने पूरा सीन किया रीक्रिएट, पढ़े मनीष मालानी की खास रिपोर्ट

यूपी से खरीदी पिस्टल और बाइक

BIG NEWS : यूपी से खरीदी पिस्टल और बाइक, पांच दिनों तक की रैकी, फिर यूं कर दी भाजपा नेता रमेश इनाणी की हत्या, चित्तौड़गढ़ पुलिस को मिली बड़ी सफलता, खाकी ने पूरा सीन किया रीक्रिएट, पढ़े मनीष मालानी की खास रिपोर्ट

चित्तौड़गढ़। भाजपा नेता और व्यवसायी रमेश इनाणी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। कोतवाली पुलिस ने वारदात में प्रयोग की गई बाइक और हेलमेट बरामद कर लिए हैं। गिरफ्तार आरोपी मनीष दुबे को गुरुवार को मौका-मुआयना और वारदात की रीक्रिएशन के लिए घटना स्थल ले जाया गया, जहां उसने पूरी वारदात कैसे अंजाम दी, इसका विस्तृत ब्यौरा दिया। सीआई तुलसीराम प्रजापत ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में कबूल किया कि वारदात के दौरान उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए हेलमेट पहना था और बाद में उसे मायरा घाटा क्षेत्र में छिपा दिया था। पुलिस ने वहां से बाइक और हेलमेट दोनों बरामद कर लिए।

यूपी से लाया था बाइक और पिस्तौल- 

जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी मनीष दुबे ने बाइक और पिस्तौल दोनों उत्तर प्रदेश से खरीदे थे। उसने बाइक ₹10,000 में खरीदी थी और पहचान छिपाने के लिए चेसिस और इंजन नंबर मिटा दिए थे। पिस्तौल भी यूपी से लाई गई थी, जिसे पुलिस ने उसके घर से बरामद किया। तलाशी के दौरान पुलिस को घर से केसरिया वस्त्र और पूजा सामग्री भी मिली, जिससे अंदेशा है कि वह धार्मिक व्यक्ति का रूप धारण कर लोगों को भ्रमित करता था।

हत्याकांड से पहले पांच दिन तक की थी रेकी- 

पुलिस के अनुसार आरोपी ने हत्या से पहले लगातार पांच दिन तक रेकी की। वह रोजाना महाराणा प्रताप सेतु मार्ग स्थित शराब की दुकान के पास बैठकर बीयर पीने का नाटक करता था और इनाणी की गतिविधियों पर नजर रखता था। वारदात वाले दिन भी वह सुबह से वहीं बैठा था। जैसे ही इनाणी स्कूटी से निकले, आरोपी ने बीयर का कैन फेंका, उनका पीछा किया और फायरिंग कर हत्या कर दी।

हर एंगल से जांच जारी- 

हत्याकांड के पीछे किसका हाथ है, इस पर पुलिस ने कहा कि अभी किसी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाज़ी होगी। मृतक के परिजनों ने रामद्वार के संत रामता राम महाराज पर संलिप्तता का आरोप लगाया है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और परिजनों के दिए बयानों का मिलान किया जा रहा है। आरोपी के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और संपर्कों की भी गहन जांच शुरू कर दी गई है।

प्रदर्शनकारियों के खिलाफ केस दर्ज- 

उधर, बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में शव रखकर प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। एसआई पारस कुमार की रिपोर्ट पर सुनील कलांतरी, दिनेश काबरा और भरत चाष्टा के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

पुलिस: साजिश की हर कड़ी जोड़ी जाएगी- 

कोतवाली पुलिस का कहना है कि जांच अब कई दिशाओं में आगे बढ़ रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी ने हथियार और बाइक किससे और कैसे खरीदे और वारदात से पहले व बाद में वह किससे मिला। सुरक्षा के लिहाज़ से पुलिस ने मृतक के घर पर भी जवान तैनात किए हैं।