NEWS : विश्व पर्यावरण दिवस, चालों भविष्य सुरक्षित बनाएं, जरा एक-एक वृक्ष तो लगाएं, भूमि पुनर्स्थापना थीम, जाजू कन्या महाविद्यालय में किया पौधरोपण, दिया ये संदेश, पढ़े खबर
विश्व पर्यावरण दिवस
नीमच। प्राकृतिक संसाधनों का अधिक दोहन ग्लोबल वार्मिंग, टिकाऊ विकास, वन्य जीव अपराध, मानव जीवन शैली के गलत उपयोग आदि पर जागरूकता उत्पन्न करने प्रतिवर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इसके तहत आज सीताराम जाजू शासकीय कन्या महाविद्यालय में इको क्लब एवं जीव विज्ञान विभाग के तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें आज से प्रारंभ पर्यावरण बचाओ अभियान में बीज एकत्रण और सीड बॉल्स निर्माण के अंतर्गत स्टाफ एवं छात्राओं द्वारा नीम, इमली, चीकू, सीताफल, जामुन, आंवला, रीठा, बाबुल, आम के बीजों को महाविद्यालय में जमा किया।
जिसको मिट्टी एवं खाद मिश्रित मिश्रण में सीड बॉल्स निर्माण कर वर्षा ऋतु में छिड़काव किया जाएगा। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एन के डबकरा ने छात्राओं और स्टाफ को विश्व पर्यावरण दिवस मनाए जाने के उद्देश्य से इस वर्ष की थीम "भूमि पुनर्स्थापना" आदि के महत्व के बारे में बताया तथा पर्यावरण के विभिन्न चुनौतियां जलवायु परिवर्तन, वैश्विक तापीकरण, प्रदूषण, जैव विविधता संरक्षण आदि को करने हेतु पर्यावरण पौधारोपण ही एकमात्र हल है। प्राचार्य द्वारा इस अवसर पर उपस्थित सभी छात्राओं और स्टाफ को हरित शपथ दिलवाई, साथ ही अशोक पौधे का रोपण कर वृक्षारोपण अभियान का प्रारंभ किया, जो वर्षा काल तक जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि, छात्राओं सहित समस्त स्टाफ ने सक्रिय सहभागिता कर स्लोगन प्रतियोगिता में बढ़ चढ़कर सहभागिता की। "आओ गाओ गीत, पेड़ है अपने मीत, इनकी निश्चल प्रीत, इससे जीवन संगीत एवं "जब संरक्षित जल और जंगल होगा, तभी मानव का मंगल होगा "जैसे सुंदर कई अन्य स्लोगन भी इस अवसर पर स्टाफ द्वारा लिखे गए, कार्यक्रम का संचालन इको क्लब प्रभारी डॉ. साधना सेवक ने किया। उन्होंने बताया कि, जिस तरह पृथ्वी का दोहन हो रहा है, वैश्विक स्तर पर भविष्य के लिए चिंता का विषय है और इनसे बचने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण कर, उसे 4 साल तक देखभाल कर बढ़ाना ही हमारा प्रमुख कर्तव्य होना चाहिए। जहां कहीं खाली जमीन मिले अवश्य हम सभी मिलकर उस पर पौधारोपण करें और इसकी देखभाल भी करें तभी हमारी पृथ्वी भविष्य के लिए संरक्षित रह पाएगी ।
इस अवसर पर डॉ. प्रतिभा कालानी ने पर्यावरण संरक्षण पर स्वरचित कविता पाठ किया तथा स्लोगन प्रतियोगिता के सहभागियों को प्राचार्य द्वारा प्रमाण पत्र का वितरण किया। कार्यक्रम में डॉ. प्रतिभा कलानी, डॉ. बीना चौधरी, डॉ. हिना हरित, डॉ. हीर सिंह राजपूत, डॉ. प्रियंका ढलवानी, अमृता सोनी, डॉ. अक्षय पुरोहित संतोष उदीया, डॉ. दीपा कुमावत, अशोक पंवार सहित समस्त स्टाफ उपस्थित थे एवं बड़ी संख्या में छात्राएं ने इसमें सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन इको क्लब प्रभारी डॉक्टर साधना सेवक ने किया और आभार प्रदर्शन इको क्लब सह प्रभारी डॉ. प्रियंका ढलवानी द्वारा किया।