BIG NEWS : एमपी के सांसद को जान से मारने की धमकी, फोन पर कॉल कर धमकाया, पुलिस तक पहुंची शिकायत, आखिर कहां से आया फोन, हुआ ये बड़ा खुलासा...! पढ़े खबर

एमपी के सांसद को जान से मारने की धमकी

BIG NEWS : एमपी के सांसद को जान से मारने की धमकी, फोन पर कॉल कर धमकाया, पुलिस तक पहुंची शिकायत, आखिर कहां से आया फोन, हुआ ये बड़ा खुलासा...! पढ़े खबर

डेस्क। एमपी के एक सांसद को जान से मारने की धमकी दी गई है। सांसद को फोन पर धमकी भरा कॉल आया। फोन करने वाले ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। मामले की शिकायत सांसद ने पुलिस को कर दी। पुलिस सांसद की शिकायत की जांच में जुटी है, और मोबाइल नंबर ट्रेस किया जा रहा है।

एमपी के बीजेपी सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी को यह धमकी दी गई है। महेंद्र सिंह सोलंकी देवास शाजापुर लोकसभा सीट के सांसद है। सांसद सोलंकी ने बताया कि, उन्हें फोन पर धमकी भरा कॉल आया। फोन पर जान से मारने की धमकी आने के बाद सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने पुलिस को शिकायत की। उन्होंने एसपी संपत उपाध्याय से इस घटना की शिकायत की है। देवास से भाजपा सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी को धमकी मिलने की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पता चला है कि सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी को मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से यूपी से फ़ोन आया था। फ़ोन करने वाले ने सांसद महेंद्र सिंह को जान से मारने की धमकी दी।

सांसद को जान से मारने की धमकी देने की शिकायत के बाद पुलिस विभाग हरकत में आ गया है। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने बताया कि सांसद को जान से मारने की धमकी देने के मामले की फ़िलहाल जांच की जा रही है। इधर पता चला है कि सांसद महेंद्रसिंह सोलंकी को यूपी के कानपुर से किए गए फोन पर यह धमकी दी गई है। हालांकि पुुलिस अभी कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही धमकी देनेवाला का पता लगा लिया जाएगा।

देवास सांसद महेेंद्रसिंह सोलंकी लगातार चर्चाओं में बने हुए हैं। दो माह पहले सांसद सोलंकी के घर चोरी हो गई थी। इस केस में पुलिस ने नाबालिग सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी सांसद बनने से पहले जज रह चुके हैं। भोपाल जिला न्यायालय में जज के रूप में पदस्थ रहे महेंद्र सिंह सोलंकी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े थे। 2019 में महेन्द्र सिंह सोलंकी को भारतीय जनता पार्टी ने देवास शाजापुर संसदीय सीट से लोकसभा उम्मीदवार बना दिया। तब सरकारी सेवा से इस्तीफा देकर वे चुनाव मैदान में उतर आए।