BIG NEWS : अपने घर में सौ रहें विजय सेवक, और जयपुर से हुई टिकट बुक, सीट उनके नाम की, पर सफर कर रहीं अनजान महिला, मोबाइल पर मैसेज आते ही उड़े होश, साइबर सेल में की शिकायत, जांच में जुटी नीमच पुलिस, मामला इस ट्रेवल्स से जुड़ा, पढ़े खबर
अपने घर में सौ रहें विजय सेवक

नीमच। शहर के शांति नगर निवासी विजय कुमार पिता बाबूलाल सेवक ने साइबर सेल नीमच में एक शिकायत की है, जिसमे उन्होंने उनके नाम और मोबाईल नम्बर- 99939-99001 का दुरूपयोग करने की बात करते हुए आवेदन दिया, और उचित कार्यवाही की मांग की है।
अपनी शिकायत में विजय कुमार सेवक ने बताया कि, दिनांक- 10 अगस्त 2025 की रात करीब 11:47 बजे उनके मोबाईल नम्बर- 9993999001 पर अशोक ट्रेवल्स (मंदसौर ग्रुप) के बिजनस अकाउन्ट व्हाट्सएप्प से तीन अलग-अलग मैसेज भेजे गए, जिनमें बताया गया कि, विजय कुमार सेवक के नाम व मोबाईल नंबर से जयपुर से मन्दसौर तक का बस टिकट बुक कराया गया, और विजय कुमार के पास उसकी PDF भी भेजी गई।
विजय सेवक ने बताया कि, मैसेज आने के वक्त तक वें सो चुके थे। इसलिए देर रात करीब 02:35 बजे उनकी नींद खुलने पर उन्होंने मैसेज देखा। जिसमे दिए गए वाहन बस क्रमांक- MP.14.ZC.9418 के ड्राइवर सुरेश वैष्णव के मो. नंबर 96361-78486 पर कॉल लगाकर बताया कि, मुझे जो मैसेज मिला है। उसके अनुसार मैं आपकी बस की सीट नं. 14 पर यात्रा कर रहा हूं, जबकि विजय सेवक इस समय अपने घर नीमच में सोएं हुए थे।
विजय सेवक ने आगे बताय कि, उन्होंने तुरन्त संबंधित यात्री की जांच करने की बात कहीं, इस पर करीब 10 मिनट बाद 02:47 बजे उक्त ड्राइवर सुरेश वैष्णव ने व्हाट्सएप कॉल पर बताया कि, जयपुर ऑफिस की बुकिंग वाले ने गलत नंबर पर मैसेज कर दिया और उस सीट नम्बर- 14 पर महिला यात्री है। इसके बाद उसने सॉरी कहते हुए कॉल बन्द कर लिया। जबकि ट्रेवल्स संचालक द्वारा मेरे नंबर पर भेजे गए PDF टिकट पर मेरा नाम (विजय सेवक) स्पष्ट रूप से लिखा है। इसके बाद ना तो ट्रेवल्स द्वारा किसी प्रकार का कॉल किया और न ही स्पष्ट किया कि यह कैसे हुआ....?
विजय सेवक ने इस सम्पूर्ण घटना से संबंधित टिकट, व्हाट्सएप्प मैसेज और कॉल डिटेल की प्रिन्ट इमेज संलग्न कर साइबर सेल नीमच में शिकायती आवेदन दिया, और उक्त घटना के लिए ट्रेवल्स कम्पनी को जिम्मेदार बताते हुए उनके मोबाईल नंबर- 9993999001 का दुरूपयोग कर टिकट बुकिंग करना, उनके नाम से टिकट बुक कर उनके भेजकर किसी अन्य व्यक्ति / यात्री को सफर करवाना और गलती से या जान बूझकर गलत टिकट जारी होने को षढ़यंत्र बताया है, विजय सेवक ने साइबर सेल नीमच और पुलिस से इस मामले की जांच करने की मांग करते हुए वैधानिक कार्यवाही की मांग की है।