ELECTION NEWS : नीमच नगर पालिका चुनाव संपन्न,वोटिंग प्रतिशत कम,भाजपाई वोटरों में नहीं दिखा उत्साह,अब इन वार्डो में दिक्कत में प्रत्याशी! चर्चा राजनितिक गलियारों में,पढ़े ये खास खबर
नीमच नगर पालिका चुनाव संपन्न,वोटिंग प्रतिशत कम,भाजपाई वोटरों में नहीं दिखा उत्साह,अब इन वार्डो में दिक्कत में प्रत्याशी! चर्चा राजनितिक गलियारों में
नीमच- नीमच में नगरीय निकाय चुनावो के पहले चरण का मतदान बुधवार को संपन्न हो गए और अब सभी को रिजल्ट का इंतजार है,नगर पालिका क्षेत्र के 40 ही वार्डो में अब प्रत्याशी अपने अपने ज्ञान गणीत लगा रहे है और अपनी अपनी जीत के दावे भी यहाँ करते देखे जा रहे है,इस दावों में वोटिंग प्रतिशत का बड़ा ही महत्व है और इसी के आधार पर कई वार्डो में समीकरण भी गड़बड़ा सकते है और इसी आधार पर हार जीत का गणित भी लगाया भी जा रहा है,
पर इस सबके बीच एक बात पर शायद किसी का ध्यान नहीं गया,जोकि भाजपा के लिए विचारणीय प्रश्न है,इस बार संगठन की मंशा अनुसार वोटिंग प्रतिशत न होना,कई सवालो को जन्म दे रहा है,हो सकता है की इस पर मंथन भी हो,लेकिन जो हमने देखा है उससे ये जरूर समझ आता है की कही न कही भाजपा का कट्टर वोटर बहार निकल कर कम हीं आया है,भाजपा बड़े वोट बैंक वाले कुछ वार्डो में तो ये साफ दिखाई पड़ रहा है और इसकी चर्चा भी हो रही है की भाजपा के वोटरों ने वोट नहीं किया है,और इन वार्डो में प्रत्याशियों को भी इसी बात का डर सताने भी लगा है की उन्हें इसका खामियाजा भुगतना न पड़ जाये,
हमने ऐसे वार्डो को भी चिन्हित किया है जहा भाजपा के वोटर बहार निकल कर कम ही आये हो,उनमे सब पहले बात करे तो वार्ड न 6 व 7 नजर आता है जहा इंद्रा नगर वाले क्षेत्र से वोटिंग कम होने की खबरे है और ये क्षेत्र भाजपाई समर्थको से भरा पड़ा सा है पर यहाँ से लोग निकल के कम आये है,इसी तरह वार्ड न 8 में भी ऐसा ही कुछ हुआ है यहाँ भी ये ही देखा जा रहा है की भाजपा का ही वोट बैंक घर से निकला नहीं है,जबकि वार्ड न 11 के भी हाल कुछ ऐसे ही दिखाई पड़े,इस वार्ड में भाजपा को जहा पहले खूब समर्थन मिला था तो वही अब यहाँ के भाजपाई वोटर चुप रहे ,वार्ड न 14 में भी कुछ ऐसे ही हाल दिखाई दिए जहा भी भाजपा का वोटर साइलेंट मोड़ पर रहा,
इसी तरह वार्ड न 20 में भी कुछ ऐसा ही नजर आया की यहाँ भी भाजपा का वोटर उस उत्साह से निकल कर बहार नहीं आया जोकि पूर्व के चुनावो में देखने को मिला करता था,वार्ड 25 भी ऐसा ही क्षेत्र देखने को मिला जहा भी भाजपा के वोटरों ने वो दम नहीं दिखाया जो देखने को मिला करता है और वे निकल के भी बहार कम ही आये है,ऐसा ही कुछ वार्ड न 28,29,30,31 में देखने को मिला है वही वार्ड न 35 व 40 में भी ऐसा ही कुछ दिखाई पड़ता है,
कुछ वार्डवासियों से हमने इस विषय पर चर्चा की जोकि भाजपा समर्थक है,उनने भी ये मन की इस बार के चुनावो में भाजपाई वोटरों में उत्साह नहीं दिखा है और कई लोग वोट तक करने बूथ तक नहीं पहुंचे है जबकि प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओ ने काफी मेहनत की है,इसके पीछे के कारण भी हमने उन लोगो से जाने तो ज्यादातर जगह टिकट वितरण से नाखुश होने की वजह सामने आई है, तो कुछ जगह भाजपा के ही निर्दलीय उम्मीदवारी भी वजह बनी है,अब ये वार्ड भाजपा के लिए चिंता का कारण जरूर है ,हालाँकि उम्मीदवार तो जीत के दावे कर रहे है पर ये तो ईवीएम से बहार आते नतीजे ही बताएंगे की इसका कितना असर परिणामो पर पड़ा या नहीं,पर ये बात पक्की है की भाजपा के गढ़ वाले वार्डो में जहा भाजपा जीत भी जाये तो ज्यादा वोटो से वे वहा नहीं जीत पाएंगे,जबकि पहले की चुनावो में भाजपा बड़े अंतर से इस वार्डो में जीतती आई है,