NEWS: नीमच के टाउन हॉल में पहुंचेगे कलाकार, कलाकृतियों का करेंगे प्रदर्शन, तो इन सामग्रियों का भी विक्रय, आप भी पहुंचे, और देखें ये घरेलु वस्तुएं, पढ़े खबर

नीमच के टाउन हॉल में पहुंचेगे कलाकार, कलाकृतियों का करेंगे प्रदर्शन, तो इन सामग्रियों का भी विक्रय, आप भी पहुंचे, और देखें ये घरेलु वस्तुएं, पढ़े खबर

NEWS: नीमच के टाउन हॉल में पहुंचेगे कलाकार, कलाकृतियों का करेंगे प्रदर्शन, तो इन सामग्रियों का भी विक्रय, आप भी पहुंचे, और देखें ये घरेलु वस्तुएं, पढ़े खबर

नीमच। कला प्रेमियों के लिए आकर्षक, सजावटपूर्ण हाथों से बनी प्रदेशभर के शिल्पियों की सामग्री के प्रदर्शन और विक्रय का शुभारंभ दिनांक- 9 दिसंबर की शाम 4 बजे टाउन हॉल दशहरा मैंदान पर होगा। हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम मप्र शासन के पंजीकृत कलाकार टाउन हाल में अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन और विक्रय करेंगे। आयोजन का शुभारंभ विधायक दिलीपसिंह परिहार करेंगे। इस मौके पर कलेक्टर मंयक अग्रवाल एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित तारापुर के पवन झरिया भी उपस्थित रहेंगे। 

मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया कि, संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम लिमीटेड मप्र शासन प्रदेश के सिद्धहस्त कलाकारों को बाजार उपलब्ध कराने और उत्पाद के विक्रय के लिए नीमच के कला प्रेमियों के बीच विभिन्न सामग्री लेकर आया है। अपनी-अपनी कला में महारथ प्राप्त यह कलाकार देश में संचालित मृगनयनी शोरूम की विशाल श्रृंखला पर अपने उत्पाद उपलब्ध कराते हैं। नीमच जिले के निवासियों का कला के प्रति विशेष रूझान देखते हुए टाउन हाल दशहरा मैदान में 9 से 21 दिसंबर तक विशाल मेला-प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। 

सोनी ने बताया कि, नीमच के लोग दूरदराज से आने वाले कलाकारों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करते हैं। विभिन्न कला में पारंगत यह कलाकार निगम द्वारा उत्पाद के बेहतर प्रदर्शन के अवसर में शामिल होते हैं। इसमें महिलाएं शिल्पकार भी अपनी सामग्री लेकर आती है। मृगनयनी प्रर्देश के हस्तशिल्पकारों एवं बुनकरों को अच्छा बाजार और गुणवत्तापूर्ण सामग्री की उचित कीमत दिलाने की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास करता है। वर्तमान में कलाकारों की कला को देश ही नहीं विदेश में बाजार उपलब्ध कराने के लिए शासन पूरे प्रदेश में 22 मृगनयनी एम्पोरियम का संचालन सफलतापूर्वक कर रहा हैै। जिनके माध्यम से मध्यप्रदेश के ही कारिगरों की लगन और मेहनत से बनाई कलात्मक सामग्री का विक्रय किया जाता है। 

सोनी ने बताया कि, कलाकारों के उत्साह को बनाए रखने तथा उन्हें आर्थिक संबल प्रदान करने के क्रम में मृगनयनी एम्पोरियम प्रदेश में अनेक स्थानों पर वर्ष भर में 100 से भी अधिक प्रदर्शनियों का आयोजन करता है। जिसमें बुनकर व हस्तशिल्पकारों को आमंत्रित किया जाता है। इन प्रदर्शनियों में शिल्पकार जहां बाजार की मांग अनुसार अपने उत्पाद तैयार करता है वहीं कला प्रेमी भी बाजार में उपलब्ध शिल्प से रूबरू होते हैं। निगम और मृगनयनी दुर्लभ और लुप्त होती कला बनाए रखने तथा अपनी परम्परा, भौगोलिक पहचान और पर्यावरण संरक्षण की हर शिल्प को आम लोगों तक पहुॅंचाने का प्रयास कर रहा है। नीमच का यह आयोजन इसी प्रयास का एक हिस्सा है।

टाउन हाल में आयोजित मेले में प्रमुख रूप से ग्वालियर का ग्लास वर्क, चंदेरी की विश्व प्रसिद्ध साड़ियां, सूट, धार जिले की बाग प्रिंट की सामग्री, भोपाल का बांस फर्नीचर, जरी-जरदोजी वर्क, लेदर की जूतियां, जूट के झूले, झाबुआ की आदिवासी गुडिया, पडाना का हेंडलूम बेड कवर, इंदौर का लेदर शिल्प, देवास के लेदर बेग्स, जबलपुर की अर्टिफिशियल ज्वैलरी, महेश्वर के साड़ियां-सूट, उज्जैन का भैरवगढ़ प्रिंट, नीमच-तारापुर का दाबू प्रिंट उपलब्ध होगी। सोनी ने नगर के सभी प्रेमियों को मेले में आमंत्रित किया है। यह मेला गुणवत्तापूर्ण सामग्री से परिपूर्ण है। आम लोगों के लिए निःशुल्क तथा सुबह 11 से रात 9 बजे तक खुला है।