NEWS: सांसद गुप्ता को सबकुछ मंदसौर में करना है तो, नीमच से जिले का दर्जा भी छीन लेना चाहिए...!,कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने लगाए गंभीर आरोप, पढ़े खबर
सांसद गुप्ता को सबकुछ मंदसौर में करना है तो, नीमच से जिले का दर्जा भी छीन लेना चाहिए...!,कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने लगाए गंभीर आरोप, पढ़े खबर
नीमच। सांसद सुधीर गुप्ता कहने को नीमच-मंदसौर जिले के सांसद है,लेकिन वास्तविकता में वे सिर्फ मंदसौर के ही सांसद है। क्योंकि केंद्र की कोई भी योजना हो,वह नीमच का हक़ छीनकर मंदसौर को अधिक प्राथमिकता देते हैं। अभी ताजा मामला सीपीएस फैक्टरी एवं सैनिक स्कूल का है,जिसे मंदसौर में खोलने की स्वीकृति मिल चुकी है, अब डोडे से अफीम निकालने वाली सीपीएस पद्धति का प्लांट भी मंदसौर में लगाने की तैयारी हो चुकी है जबकि ओपियम फैक्ट्री नीमच में है। सांसदजी को अगर सबकुछ मंदसौर में ही करना है तो नीमच से जिले का दर्जा भी छीन लेना चाहिए। क्योंकि हमारे यहां के निर्वाचित जनप्रतिनिधि सोए हुए हैं...?
यह गंभीर आरोप कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने लगाया है। उन्होंने कहा कि सांसद सुधीर गुप्ता ने नीमच से रोजगार के साधन,रेलवे,सड़क,शिक्षा एवं चिकित्सा,पर्यटन के हर मामले में नीमच को पीछे रख छोड़ा है। केंद्र सरकार अगर संसदीय क्षेत्र के लिए कोई योजना बनाती है, तो हमारे सांसद श्री गुप्ता का पहला प्रयास रहता है कि वह मंदसौर जिले को मिले, जबकि संसदीय क्षेत्र में नीमच जिला भी आता है, पर उन्हें नीमच नजर नहीं आता है, जिसके कई उदाहरण है,जिसमें पहले मेडिकल कॉलेज नीमच में आवश्यक होने के बावजूद मंदसौर में स्वीकृत हुआ,जब सांसद गुप्ता से नीमच के हक़ की बात करी तो नीमच उन्होंने यह कह कर मना कर दिया कि आप लेट हो चुके है। बाद में जनआंदोलन हुआ और बात भोपाल तक पहुंची, उसके बाद नीमच जिले को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिली। इसी तरह हाल ही में चिकित्सा क्षेत्र में मंदसौर जिला चिकित्सालय के पहले से डेंगू के इलाज के लिए आरडीपी मशीन थी उसके बाद इसी के लिए वहाँ एसडीपी मशीन भी लग चुकी है लेकिन नीमच चिकित्सालय को में दोनों में से एक भी मशीन उपलब्ध नही करवाई गई।
बाहेती ने कहा कि सांसद की नीमच के प्रति कोई बड़ी उपलब्धि आज तक नीमच के खाते में नही आई है। सांसद गुप्ता ने पासपोर्ट बनवाने की सुविधाओं के लिए पासपोर्ट ऑफिस भी मंदसौर में ही खुलवाने का प्रस्ताव भेजा और नीमच की जनता देखती रह गयी।रेलवे सुविधाओं में उन्होंने नीमच जिले से संचालित एवं नीमच में स्टॉपेज होने वाली ट्रेनों को मंदसौर से संचालित करवा दिया और कई ट्रेनों का स्टॉपेज नीमच से हटवाकर मंदसौर में करवा दिया। पहले उदयपुर मैसूर ट्रैन का ठहराव मंदसौर में करवाया और बाद में इंदौर यशवंतपुरम एक्सप्रेस ट्रेन का स्टापेज भी मंदसौर में कर दिया गया। जबकि नीमच में देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ का ट्रेनिंग सेंटर है यहां से बल के जवानों की कंपनियों की देश के विभिन्न प्रांतों में तैनाती के दौरान बड़ी संख्या में आवाजाही होती है।
कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने बताया कि चंबल का पानी पहले नीमच में पहुंचाने की योजना बनी फिर भी सांसद गुप्ता ने मंदसौर जिले के गांवों में इस योजना के काम पहले शुरू करवा दिया।
विद्युत सुविधाओं के मामले में अपने संसदीय कार्यकाल के 80 फीसदी ग्रीड मंदसौर जिले में स्थापित करवाएं फिर भी नीमच के जनप्रतिनिधी आंखें मूंदे रहे।
इससे स्पष्ट है कि नीमच जिले का विकास सांसद को रास नहीं आया। यही नहीं पुरातात्विक जगहों के सर्वे के नाम पर भी नीमच को पीछे धकेला गया,गांधीसागर में पर्यटन को बढावा देने के नाम पर नीमच की हवाई पट्टी नजदीक होने के बावजूद मंदसौर हवाई पट्टी को पर्यटन मंत्रालय में जुड़वा दिया। बाहेती ने कहा कि मंदसौर के विकास में कांग्रेस उसके विरोध में नही है किंतु जनप्रतिनिधि बनने के बाद सांसद को पूरे क्षेत्र के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।
बाहेती ने कहा सांसद लगातार नीमच की अनदेखी कर रहे है। पूर्व में नीमच-सिंगोली-कोटा रेल लाईन के प्रारंभिक सर्वे की कार्ययोजना तत्कालीन सांसद सुश्री मीनाक्षी नटराजन ने स्वीकृत कराई थी, लेकिन इसके बाद सांसद ने इस योजना को आगे बढ़ाने में कोई प्रयास नही किया क्योंकि मामला नीमच जिले का था। इसी तरह बांसवाड़ा-कोटा हाईवे की कार्ययोजना पहले जीरन-नीमच क्षेत्र को शामिल कर बनाई जा रही थी, लेकिन इसमें भी सांसद गुप्ता ने अड़ंगा डाला और इसमें नीमच -जीरन को काट कर मंदसौर से पिपलियामंडी होकर निकलवाने का प्रस्ताव बनवाया। जबकि यह मार्ग 65 किलोमीटर कम दूरी का था
अब सीपीएस प्लांट भी मंदसौर में लगाने पर जोर-
कांग्रेस नेता तरूण बाहेती ने कहा कि नीमच के प्रति सांसद सुधीर गुप्ता का सौतेला व्यवहार और मंदसौर के प्रति प्रेम कई बार देखने में आ चुका है। पिछले माह मंदसौर जिले को सैनिक स्कूल की सौगात मिली। लेकिन अब तो हद हो रही है। नीमच जिले में वर्षों से ओपियम एंड अल्कालाइड प्लांट एवं फैक्टरी है, लेकिन वर्तमान में अफीम की खेती के लिए नई सीपीएस पद्धति शुरू की गई है, उसका प्लांट मंदसौर में लगाने की कवायद की जा रही है। यह नीमच जिले के साथ सरासर अन्याय है, जबकि नीमच की ओपियम फैक्ट्री एशिया का सबसे बड़ा ओपियम एंड अल्कालाइड प्लांट है, फिर ऐसा क्यों...? यह फैक्ट्री नीमच में लगती तो सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलता । अगर सांसद श्री सुधीर गुप्ता को सबकुछ मंदसौर को दिलाना है, तो नीमच को मिला जिले का दर्जा खत्म कर देना चाहिए ताकि नीमच के नागरिकों की अपेक्षाएं तो समाप्त हो जाएगी।
आखिर हमारें विधायकगणों की क्या उपयोगिता है-
सांसद गुप्ता द्वारा नीमच जिले के साथ किए जा रहे दोयम व्यवहार को लेकर नीमच के विधायकों की चुप रहने की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए बाहेती ने कहा कि नीमच से लगातार सुविधाएं छिनती जा रही और नीमच के विधायकगण सिर्फ क्रिकेट टूर्नामेंट कराने में व्यस्त हैं। क्या उनके अनुसार टैंकर बांटना और प्रतीक्षालय बनाना ही विकास कहलाता है। जनता ने उन्हें अपने हक़ की लड़ाई के लिये चुना है लेकिन नीमच के विकास के मामले में बोल क्यों नहीं पा रहे हैं ऐसे में उनकी कार्य क्षमता पर भी सवाल खड़े होते हैं।