BIG NEWS: ऑनलाइन एप से लोन बना मौत की वजह, सुसाइड नोट में युवक ने बयां किया दर्द, पड़े खबर
ऑनलाइन एप से लोन बना मौत की वजह, सुसाइड नोट में युवक ने बयां किया दर्द
डेट्स / इंदौर के बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपुरा में रहने वाले एक युवक ने अपनी पत्नी और दो बच्चों को जहर देकर जहां मौत के घाट उतार दिया तो वहीं खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली युवक लोन न चुका पाने से परेशान था
मैं अमित यादव अपने पूरे होश में यह पत्र लिख रहा हूं जीने की इच्छा मेरी भी है, पर मेरे हालात अब ऐसे नहीं हैं. आदमी मैं बुरा नहीं हूं इसमें किसी की कोई गलती नहीं मेरी ही है. मैंने कई ऑनलाइन ऐप से लोन ले रखा है जैसे टू बैलेंस मूवी पॉकेट मनी भीम स्मार्ट कॉइन जैसी कंपनियों से लोन लिया और अब मैं भर नहीं पा रहा हूं इज्जत के डर से यह कदम उठा रहा हूं. कृपा कर पुलिस मेरे परिवार जैसे मां-बाप सास-ससुर को परेशान न करें. मैं ही दोषी हूं साथ ही एक विशेष बात मेरे परिवार को बता दें कि लोन पैन कार्ड का होता है अगर पैन कार्ड धारक मर जाता है तो लोन का कोई अस्तित्व नहीं रहता है
मेरा लोन किसी को भरने की जरूरत नहीं है. इसमें कुछ और लोगों के बारे में कहना चाहता हूं मैं मेरे भाई और माता-पिता से बहुत प्यार करता हूं आपस में घरवाले नहीं लड़ें यह मेरी आखिरी इच्छा है यह पत्र मेरे घर वालों को अवश्य पढ़ा दे मम्मी मैं जा रहा हूं डिप्रेशन बहुत है और मरना आसान नहीं होता. मुझे माता-पिता बहुत अच्छे मिले सास-ससुर भी अच्छे मिले मैं ही खराब था कृपया आपस में न लड़ें इससे मेरी आत्मा को दुख होगा मैं वापस आऊंगा भाई तू बहुत बड़ा आदमी बने यही मेरी तमन्ना है मेरी बॉडी को एक बार हंस कर जरूर देख लेना जिंदगी की जंग हार गए हैं प्लीज मेरे घर वालों को जरूर दिखाएं मौत शरीर की होती है.
दरअसल, इंदौर जिले के बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथपूरा निवासी अमित यादव ने अपनी पत्नी और दो छोटे बच्चों को पहले जहर दिया और खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक अमित सोमवार को उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी देखकर अपने परिवार के साथ घर पर लौटा था. इसके बाद उसने इस तरह का कदम उठा लिया.
घटना की जानकारी उस समय लगी, जब विदिशा में रहने वाले परिजनों ने अमित को फोन लगाया, लेकिन अमित ने फोन नहीं उठाया. इस पर अमित के ससुराल के लोगों को पूरे मामले की जानकारी दी. ससुराल के लोग जब अमित के घर पहुंचे तो काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला. इसके बाद ससुराल वालों ने पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर जब अंदर देखा तो मृतक अमित जहां फांसी के फंदे पर झूल रहा था तो वहीं पत्नी और दो बच्चे मृत अवस्था में पड़े हुए थे
इसके बाद पुलिस ने चारों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अरविंदो हॉस्पिटल भेज दिया. पुलिस बारीकी से जांच-पड़ताल करने में जुटी है. अमित के पास एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमें कर्ज से परेशान होने की बात उसने लिखी है बताया जा रहा है कि अमित ने विभिन्न ऑनलाइन कंपनियों से ऑनलाइन तरीके से लोन ले रखा था वह लोग लगातार अमित को परेशान कर रहे थे इन्हीं सब बातों से परेशान होकर उसने इस तरह का कदम उठाया
ससुराल वालों ने बताया कि अमित टावर लगाने का काम करता था. मूल रूप से विदिशा का रहने वाला था लेकिन नौकरी के चलते वह इंदौर आकर अपने ससुराल के पास ही रह रहा था सुसाइड नोट में अमित ने अपनी मौत को लेकर परिवार वालों से माफी मांगी है साथ ही उसके अकाउंट में तकरीबन साढे 850 रुपये भी थे, जो उसने अपने भाई और एक मित्र को ट्रांसफर करने की बात कही है वहीं घटना की जानकारी लगने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी दुख व्यक्त किया है