EXCLUSIVE REPORT: लीज पर थोड़ी जमीन, फिर धीमे-धीमे हथिया ली पूरी, खेल मैदान साफ, और तान दिया गिट्टी प्लांट, शासकीय भूमि पर धड़ाधड़ ब्लास्टिंग, सावन गांव में अवैध खनन का बड़ा खेल, ये 6 पार्टनर मास्टरमाइंड, पढ़े खबर
लीज पर थोड़ी जमीन, फिर धीमे-धीमे हथिया ली पूरी, खेल मैदान साफ, और तान दिया गिट्टी प्लांट, शासकीय भूमि पर धड़ाधड़ ब्लास्टिंग, सावन गांव में अवैध खनन का बड़ा खेल, ये 6 पार्टनर मास्टरमाइंड, पढ़े खबर
नीमच। नीमच जिला अवैध मादक पदार्थ की तस्करी के लिए देशभर में मशहूर है। यहां से बड़े पैमाने पर काले सोने और डोडाचूरा की तस्करी... तस्करों द्वारा की जाती है। इसी तरह नीमच जिले होने वाले अवैध परिवहन की खबरे की सामने आती रहती है, और प्रशासन-पुलिस की टीम द्वारा समय-समय पर इनके खिलाफ कार्यवाही भी देखने को मिली है
अब बात की जाए, भूमि माफियाओं की, तो इन पर भी प्रशासन द्वारा लगातार कार्यवाहियां की जाती है। इस दौरान शासकीय जमीन को कब्जे से मुक्त कराना और अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करने जैसी कार्यवाही शामिल है, लेकिन इन दिनों नीमच जिले में खनिज माफियाओं की एक गैंग उस तर्ज पर अवैध खनन के कारोबार को अंजाम दे रही है, जिसका अंदाजा अब तक शायद ही किसी ने लगाया होगा। ऐसा करके अब तक गिरोह के सदस्य करोड़ों की काली कमाई तो कर ही चुके है, साथ ही करोड़ों की शासकीय जमीन को भी उन्होंने हथिया लिया है।
जी हां, सूत्रों ने इस गिरोह के संबंध में ऐसे खुलासे किये है, जो काफी चौकाने वाले है। दरअसल, हम बात कर रहें है। नीमच जिले के ग्राम सावन की नई आबादी कॉलोनी स्थित खेल मैदान की। खेल मैदान की कुछ हेक्टेयर जमीन लिज पर मिलने के बाद यहां खनिज माफियाओं ने पहले गिट्टी क्रेशर का एक प्लांट स्थापित किया, और फिर धीरे-धीरे खेल मैदान की वो जमीन ही पूरे के पूरे क्रेशर प्लांट के रूप में तब्दील हो गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सामने आया है कि, ग्राम सावन की वैध दस्तावेजों के माध्यम से गांव के ही जगदीश, बाबू, मुकेश, छगन, दुर्गासिंह और बंशी बंजारा ने करीब 1 हेक्टेयर बीघा जमीन लिज पर ली, और पार्टनरशिप में गिट्टी क्रेशर का एक प्लांट यहां शुरू किया। शुरूआती समय में तो यह सभी पार्टनशिप में वैध तरीके से उस एक हेक्टेयर जमीन पर ब्लास्टिंग करते रहें, फिर जैसे-जैसे नोटों की गड्डियां इन्हें दिखाई देने लगी। वैसे-वैसे इन सभी की नियत में खोट आने लगा।
सूत्रों का कहना है कि, जब इन खनिज माफियाओं की नियत फिसलने लगी, तो इन्होंने 1 हेक्टेयर वैध जमीन से अन्य भूमि को भी धीरे-धीरे अपने कब्जे में लेना शुरू किया। बस फिर क्या था... इन सभी ने खेल मैदान की उस जमीन को लगातार ब्लास्ट करना शुरू किया, और पत्थर निकालते हुए उसे अब तक दो हेक्टेयर में तब्दील कर दिया। अब तो खेल मैदान कहीं से कहीं तक यहां नजर भी नहीं आता। सभी खनिज माफिया यह कारोबार लंबे समय से संचालित कर रहे है। ऐसे में यह साफतोर पर कहां जा सकता है कि, ये सभी एक साथ मिलकर शासन को अब तक करोड़ों रूपये का चूना लगा चूंके है।
सूत्र बताते है कि, इन खनिज माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि, यह गांव के व्यक्ति को कुछ समझते ही नहीं। इसका एक उदाहरण बीते गुरूवार को ही देखने को मिला। बताया जा रहा है कि, बिजली विभाग से संबंधित एक शासकीय कर्मचारी गांव में बिजली ठीक करने पहुंचा था। उसी दौरान उसकी इस गिरोह के दुर्गासिंह बंजारा से किसी बात को लेकर तू-तू मैं-मैं हो गई, तो दुर्गासिंह बंजारा ने आव देखा ना ताव, और शासकीय कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया। फिर वहीं शासकीय कर्मचारी नीमच सिटी थाने पहुंचा, और घटनाक्रम को लेकर शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की, और अल्हेड़ गांव के मुख्य मार्ग स्थित ढाबे पर दबिश दी। जहां से पुलिस ने दुर्गासिंह बंजारा को हिरासत में लिया, और थाने लेकर पहुंची।
मामले में हैरानी की बात तो यह है कि, खनिज माफिया गैंग के ये 6 सदस्य विगत लंबे समय से इस अवैध कारोबार को यहां संचालित कर रहे है। जिसकी खबर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को कानों-कान नहीं है। अगर प्रशासनिक स्तर पर इस गांव में मौजूद अवैध क्रेशर प्लांट की जांच करें, तो संभवतः कई बड़ी कार्यवाहियों को अंजाम दिया जा सकता है। साथ ही शासकीय जमीन को भी इन भूमाफियाओं से मुक्त कराया जा सकता है।