NEWS: भारत विकास परिषद ने मनाया स्थापना दिवस, किया पौधारोपण, वृक्षों और योग की एहमियत पर डाला प्रकाश, तो इन पर्यावरण प्रेमियों का किया सम्मान, पढ़े खबर
भारत विकास परिषद ने मनाया स्थापना दिवस, किया पौधारोपण, वृक्षों और योग की एहमियत पर डाला प्रकाश, तो इन पर्यावरण प्रेमियों का किया सम्मान, पढ़े खबर

जावद। भारत विकास परिषद शाखा जावद ने 60 वां स्थापना दिवस रविवार को नवागत सीएम राइस स्कूल में पौधारोपण कर मनाया। सर्व प्रथम कार्यक्रम का शुभारंभ माँ भारती व स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यापर्ण के साथ हुआ। कार्यक्रम के अतिथि गायत्री परिवार के कमल ऐरन, समाजसेवी बंसतीलाल बड़ोला, वैभव अेाझा, भाविप के प्रांतीय अध्यक्ष प्रदीप चौपड़ा, स्कूल प्राचार्य बालकृष्ण कुमावत, गुरूवंदन छात्र अभिनंदन प्रकल्प संयोजक कैलाश सेानी, शाखा अध्यक्ष अनिल काबरा, महिला प्रमुख डॉ. रचना सिंहल मंचासीन थे। अपने उद्बोधन में प्राचार्य बी.एल. कुमावत ने शाखा द्वारा किए विकास कार्यों की प्रंशसा की। शाखा अध्यक्ष अनिल काबरा ने शाखा द्वारा विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों से सभी को अवगत कराया। भारत विकास परिषद की स्थापना के बारे में प्रदीप चौपड़ा ने बताते हुए कहा कि 1962 में चीन से युद्ध हारने के पश्चात भारतीय जनमानस में फैली निराशा व अवसाद दूर कर राष्ट्र सेवा व समर्पण के लिए तैयार करने के लिए डॉ. सूरज प्रसाद ने 1963 में भारत विकास परिषद की स्थापना की जो अपने पांच सिद्धांतों संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा व समर्पण पर कार्य करती है।
75 पौधे लगाये गये-
भारत विकास परिषद शाखा जावद द्वारा सीएम राइस स्कूल मे पौधारोपण कार्यक्रम में 75 पौधे लगाये गये । इस दौरान कमल ऐरन ने कहा कि कहा कि जब से दुनिया शुरू हुई है, तभी से इंसान और क़ुदरत के बीच गहरा रिश्ता रहा है। पेड़ों से पेट भरने के लिए फल-सब्यिां और अनाज मिला। तन ढकने के लिए कपड़ा मिला। घर के लिए लकड़ी मिली। इनसे जीवनदायिनी ऑक्सीन भी मिलती है, जिसके बिना कोई एक पल भी जिन्दा नहीं रह सकता। इनसे औषधियां मिलती हैं। पेड़ इंसान की जरूरत हैं, उसके जीवन का आधार हैं। भारतीय समाज में आदिकाल से ही पर्यावरण संरक्षण को महत्व दिया गया है। भारतीय संस्कृति में पेड़-पौधों को पूजा जाता है। विभिन्न वृक्षों में विभिन्न देवताओं का वास माना जाता है।
रोकनी होगी कटाई-
वैभव ओझा ने कहा कि मानव जीवन के लिए पेड़-पौधे बहुत जरूरी है। इसके बिना हम मानव जीवन की कल्पना नहीं कर सकते। पशु-पक्षियों के जीवन के लिए भी यह अति आवश्यक है। लेकिन शहरों का विस्तार और आधुनिक होते समाज के कारण अंधाधुंध पेड़ों की कटाई हो रही है। जिसके कारण पर्यावरण प्रदूषण बढ़ते जा रहा है और मानव जीवन पर खतरा मंडराने लगा है। भारत विकास परिषद शाखा जावद द्वारा प्रतिवर्ष विभिन्न जगहो पर पौधारोपण किया जाता है। साथ ही भारत विकास परिषद द्वारा किये जा रहे सेवा कार्यो की जमकर तारीफ की। डॉ. रचना सिंहल ने योग के बारे में विस्तार से बताया व प्रतिदिन योग करने के लिऐ कहा व पर्यावरण के बारे मे भी विस्तार रूप से बताया।
समाज, राष्ट्र को समर्पित है भारत विकास परिषद-
बसंतीलाल बड़ोला ने कहा कि भारत विकास परिषद अपने राष्ट्रव्यापी सामाजिक, सांस्कृतिक सेवा कार्य के प्रति समर्पित है। अपने उद्बोधन मे प्राचार्य बालकृष्ण कृमावत ने कहा कि परिषद संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण की भावना से कार्य करता है।
स्थापना दिवस व पौधा रोपण कार्यक्रम के दौरान पर्यावरण प्रेमी परिक्षीत चौहान, अभिषेक भारद्वाज, मुकेश चोपड़ा, रामनिवास बेाहरा, अशुंल गोयल, राजेश बट्टु जैन का सम्मान किया गया। इस अवसर पर शाखा अध्यक्ष अनिल काबरा, कोषाध्यक्ष महेश सोनी, दिलीप राठी, निरंजन गोयल, अरूण सेालंकी, देवेन्द्र शर्मा, दिनेश डाढ़, राजेश चाण्डक, दिलीप तिवारी, मीडिया प्रभारी दिपेश जेाशी, निर्मल गोयल, मधुसूदन मुछाल, राजेंद्र बोथरा, विपिन नागदा, राजेश गेायल, नंदकिशोर झंवर, दिलीप सेानी, मनीष ओझा, दीपक बड़ोला, सुनील चंदेल, स्कूल स्टॉफ भगवतीलाल कुमावत, दिलीप ओझा, सत्यनारायण काछी, अनिल जाजपुरा, सुमित्रादेवी टैलर, विमला राठौर मुख्य रूप से उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन अरूण सोलंकी द्वारा किया गया।