OMG ! रौंगटे खड़े कर देने वाला हादसा, वायनाड में लैंड स्लाइड से 23 की मौत, सैकड़ों लोग मलबे में फंसे, रेस्क्यू में लगी सेना, आसमान में हेलीकॉप्टर तैनात, पढ़े खबर
रौंगटे खड़े कर देने वाला हादसा
डेस्क। वायनाड के चूरलपारा में मंगलवार को हुए भीषण भूस्खलन में 23 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि भूस्खलन रात करीब 2 बजे हुआ और इलाका पूरी तरह से कट गया। 400 से ज्यादा लोग अभी तक मलबे में फंसे हुए है। एनडीआरएफ की टीमें भी इनमें से कुछ प्रभावित इलाकों में नहीं पहुंच पा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वायनाड से सांसद रह चुके राहुल गांधी ने भी दुख जताया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भूस्खलन में हर मृतक के निकटतम परिजन के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की।
केरल मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं और वायुसेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दिया गया। भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है। हेल्थ डिपार्टमेंट-नेशनल हेल्थ मिशन ने कंट्रोल रूम खोल दिया है और आपातकालीन सहायता के लिए 96569-38689 और 80860-10833 हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं।
बचावकर्मियों का पहुंचना मुश्किल-
केरल के मुख्य सचिव वी. वेणु ने स्थानीय मीडिया को बताया, रात करीब 2 बजे, कम से कम दो से तीन बार भूस्खलन हुआ। इस समय, कुछ प्रभावित इलाके कट गए हैं। यहां बचावकर्मियों का पहुंचना मुश्किल हो रहा है। सभी लोग अलर्ट पर हैं। हम समन्वित तरीके से बचाव कार्य करेंगे। हम अभी भी पता लगा रहे हैं कि कितने लोग फंसे हुए हैं। बचाव कार्य सुनिश्चित करने के लिए लोगों को एयरलिफ्ट करने सहित सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
400 लोग फंसे-
स्थानीय लोग और पेशेवर बचाव ऑपरेटरों की एक टीम इलाके में लोगों का पता लगाने में लगी हुई है, जो दो हिस्सों में बंट गया है और करीब 400 परिवार अलग-थलग पड़ गए हैं। इस बीच, अट्टामाला, जिसमें अच्छी संख्या में होमस्टे हैं, बुरी तरह प्रभावित हुआ है और बचाव अभियान शुरू हो गया है और पर्यटकों के फंसने की खबरें हैं। घटनास्थल पर पहुंचे राज्य के वन मंत्री ए.के. ससीन्द्रन ने कहा कि नुकसान का आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी।
बचाव अभियान शुरू-
एक रिपोर्ट के अनुसार, 53 लोगों को एक अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं अब तक छह शव बरामद किए है। एक अन्य अस्पताल में 13 लोग घायल हैं, जिन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मंत्री ए.के. ससीन्द्रन ने बताया कि हमने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और हेलीकॉप्टरों के आने का इंतजार कर रहे हैं। जल्द ही एक नया रोपवे बनाया जाएगा और सेना एक अस्थायी पुल भी बनाएगी, ताकि पुल के बह जाने के बाद फंसे लोगों को बचाया जा सके।