BIG NEWS : देश के आदर्श थाने मल्हारगढ़ में फर्जी केस, छात्र को गलत तरीके से किया गिरफ्तार, तो हाईकोर्ट ने बरती सख्ती, आदेश के बाद मंदसौर एसपी का बड़ा एक्शन, ये पुलिसकर्मी सस्पेंड, बस में लगे CCTV ने खोली पोल, पढ़े खबर

देश के आदर्श थाने मल्हारगढ़ में फर्जी केस

BIG NEWS : देश के आदर्श थाने मल्हारगढ़ में फर्जी केस, छात्र को गलत तरीके से किया गिरफ्तार, तो हाईकोर्ट ने बरती सख्ती, आदेश के बाद मंदसौर एसपी का बड़ा एक्शन, ये पुलिसकर्मी सस्पेंड, बस में लगे CCTV ने खोली पोल, पढ़े खबर

नीमच/मंदसौर। देशभर के आदर्श थानों के रूप में टॉप 10 की सूची में नवें पायदान पर रहे मंदसौर जिले में मलारगढ़ थाने की हरकत में खाकी को शर्मसार कर दिया। यहां एक युवक पर फर्जी नार्कोटिक्स केस बनाने के मामले में हाईकोर्ट इंदौर की सख्ती के बाद एसपी विनोद कुमार मीणा मंगलवार को यहां पेश हुए। इसमें बताया कि, 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। मामले में हाईकोर्ट ने आदेश सुनकर रिजर्व रख लिया है, और औपचारिक आदेश कभी भी जारी कर दिया जाएगा। एसपी विनोद कुमार मीणा ने साफतौर पर यह भी कहां कि, पुलिस से गलती हुई है। 

बताया जा रहा है कि, बेगुनाह स्कूली छात्र सोहनलाल को 29 अगस्त को राजस्थान की बस से उतारकर केस बनाने के मामले में याचिका लगी हुई थी। जिसमें बीती सुनवाई में हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस को जवाब देने के आदेश दिए और एसपी को बुलाया था। एसपी मीणा ने उपस्थित होकर कोर्ट को बताया कि, बस में से छात्र को उतारकर उसे ड्रग स्मगलिंग में गिरफ्तार कर जेल भेजने वाले पुलिसकर्मी मल्हारगढ़ थाने के थे। इसमें आरोपी 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए, जांच शुरु कर दी गई है।

एसपी बोले- गलती हुई है पुलिस से- 

सुनवाई के दौरान एसपी मीणा ने माना कि, इस मामले में गलती हुई है। जिन पुलिसकर्मियों ने उसे बस से उठाया था। वे भी मल्हारगढ़ थाना के ही है। इस मामले में बीती सुनवाई पर आए जांच अधिकारी एसआई ने भी कोर्ट को गलत जानकारी दी थी। इस पर भी एसपी ने माफी भी मांगी। कोर्ट ने यह भी पूछा कि, थाने में कितना स्टाफ है, इस पर बताया गया कि, 55 का स्टाफ है। इसमें कार्रवाई करते हुए 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए है।

पूरे मामले पर एक नजर- 

गौरतलब है कि, मल्हारगढ़ पुलिस ने बीती 29 अगस्त 2025 को 2.7 किलो अवैध मादक पदार्थ अफीम के साथ एक छात्र सोहन पिता बालाराम जोधपुर को आरोपी बनाया था। अगले दिन 30 अगस्त को मंदसौर कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया। सोहन ने अधिवक्ता हिमांशु ठाकुर के जरिए याचिका दायर की। परिजनों ने बताया कि, वह होशियार छात्र है और 12वीं फर्स्ट डिवीजन में पास की है, और वह पीएससी की तैयारी शुरु करने जा रहा था। हाईकोर्ट ने ना सिर्फ जमानत मंजूर की, बल्कि इसमें पुलिस पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि, ऐसा लग रहा है कि, पूरा मल्हरागढ़ थाना की ही मिलीभगत है, एसपी इस पर जवाब दें।

CCTV कैमरे में खोली पुलिस की पोल- 

जानकारी यह भी सामने आई है कि, मल्हारगढ पुलिस ने छात्र सोहनलाल को 29 अगस्त को गिरफ्तार किया और उस पर एनडीपीएस के तहत अफीम का केस बनाया। इस मामले में सोहनलाल 29 अगस्त से जेल में बंद है। उसके द्वारा अधिवक्ता हिमांशु ठाकुर के जरिए हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की गई। इसमें एक बस क्रमांक- RJ.35.PA.1410 के अंदर के सीसीटीवी फुटेज पेश किए। इसमें इस दिन सोहनलाल सफर कर रहा है, तभी रात को 11.30 बजे अपने आप को पुलिसकर्मी बताने वाले तीन युवक बस में आते हैं और उसे उतारकर ले जाते हैं। इसी दिन मल्हारगढ़ थाने में शाम 5.15 बजे सोहनलाल को पुलिस द्वारा एनडीपीएस केस में गिरफ्तार बताया जाता है और केस नंबर 218/25 दर्ज किया जाता है। जबकि बस में जब युवक था तो खाली हाथ था। वहीं यही पुलिस वाले एक जैसे कपड़े टी शर्ट में मल्हारगढ़ थाने के बाहर दिख रहे हैं।