NEWS : विजय कारगिल दिवस, जीरन महाविद्यालय छात्रों को बताया इतिहास, भारतीय जवानों को किया याद, पढ़े खबर

विजय कारगिल दिवस

NEWS : विजय कारगिल दिवस, जीरन महाविद्यालय छात्रों को बताया इतिहास, भारतीय जवानों को किया याद, पढ़े खबर

जीरन। शासकीय महाविद्यालय में स्वामी विवेकानंद मार्गदर्शन योजना के तहत शुक्रवार को विजय कारगिल दिवस मनाया गया। कार्यक्रम प्रभारी प्राचार्य प्रो. सीमा चौहान के निर्देशन मे आयोजित किया। जिसमे प्रो. सीमा चौहान ने बताया कि, कारगिल विजय दिवस स्वतंत्र भारत के सभी देशवासियों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस है। प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच कारगिल युद्ध हुआ था, जो लगभग 60 दिनों तक चला और 26 जुलाई के दिन उसका अंत हुआ। इसमें भारत विजय हुआ। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए भारतीय जवानों के सम्मान हेतु यह दिवस मनाया जाता है।

इसी कड़ी मे डॉ विष्णु निकुम ने बताया कि, 1947 में ब्रिटिश साम्राज्य से आज़ाद होने के बाद से भारत और पाकिस्तान ने चार युद्ध लड़े हैं। 1947-1948, 1965, 1971 और 1999 का युद्ध, जिसे कारगिल युद्ध के नाम से भी जाना जाता है, तब लड़ा गया था जब दोनों देशों के पास परमाणु हथियार थे। युद्ध एक निर्णायक भारतीय जीत के साथ समाप्त हुआ। भारतीय जवानों ने पाकिस्तानी सेना के सभी घुसपैठियों को खदेड़कर सभी चोटियों पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया था। भारत के साथ छेड़ा गया ये युद्ध पाकिस्तानी सेना की सबसे बड़ी गलती साबित हुआ था। 

डॉ. रजनीश मिश्रा ने बताया कि, उनमें से एक हैं कैप्टन विक्रम बत्रा, जिन्हें कारगिल वॉर का हीरो भी कहा जाता है। 9 सितंबर 1974 को जन्मे कप्तान विक्रम बत्रा इस युद्ध में 7 जुलाई 1999 को शहीद हो गए। उन्हें उनके साहस के लिए मरणोपरांत भारत के सबसे प्रतिष्ठित और सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परम वीर चक्र दिया। 

किसी कार्यक्रम में स्वामी विवेकानंद करियर मार्गदर्शन प्रभारी और टी.पी.ओ.डॉ. सोनम घोटा द्वारा अग्नि वीर आर्मी भर्ती, कोचिंग संस्थानों और महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला और उनके बारे में जानकारियां विद्यार्थियों को प्रदान की गई। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. सोनम घोटा द्वारा किया गया। तथा आभार डॉ. शिखा सोनी द्वारा किया गया। इस अवसर पर समस्त महाविद्यालय स्टाफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।