OMG ! नीमच में महिला के नंबर पर आया फोन, सामने से बोला अनजान व्यक्ति, समस्या सुलझाने के लिए कई देर तक बातचीत, फिर अचानक बैंक खाते से उड़ गए हजारों रूपए, साइबर ठगी का फिर बड़ा मामला, पढ़े ये खबर

नीमच में महिला के नंबर पर आया फोन, सामने से बोला अनजान व्यक्ति, समस्या सुलझाने के लिए कई देर तक बातचीत, फिर अचानक बैंक खाते से उड़ गए हजारों रूपए, साइबर ठगी का फिर बड़ा मामला, पढ़े ये खबर

OMG ! नीमच में महिला के नंबर पर आया फोन, सामने से बोला अनजान व्यक्ति, समस्या सुलझाने के लिए कई देर तक बातचीत, फिर अचानक बैंक खाते से उड़ गए हजारों रूपए, साइबर ठगी का फिर बड़ा मामला, पढ़े ये खबर

नीमच। शहर में एक बार फिर हजारों रूपये की ठगी का मामला सामने आया है। यह ठगी किसी और के साथ नहीं, बल्कि महिला अधिवक्ता के साथ हुई, जिसके बाद महिला ने मामले की शिकायत केंट थाने में की। 

केंट थाने से मिली जानकारी के अनुसार शहर के बगीचा नंबर- 10 निवासी महिला अधिवक्ता अर्पिता पिता अजीत संघवी को एसबीआई की योनों एप्प डाउनलोड करने में समस्या आ रही थी। इसका निदान करने के लिए उन्होंने कस्टमर केंयर का नंबर सर्च किया, और यहीं नंबर उन्हें महंगा पड़ गया। जब उन्होंने नंबर सर्च किया, तो वहं नंबर गलत आ गया। 

जिसके बाद अर्पिता संघवी के मोबाइल नंबर पर एक अन्य नंबर से कॉल आया, जिसमे सामने वाले ने अपने आप को बैंक कर्मी बताया, और अर्पिता से करीब 24 मिनट तक बातचीत की। इसी बीच सामने वाले व्यक्ति ने अर्पिता संघवी से मोबाइल में अनेकों प्रोसेस पूरी कराई, जब अर्पिता को शंका हुई, तो उन्होंने सामने वाले व्यक्ति से उसकी पहचान पूछी, लेकिन उसने तत्काल फोन काट दिया। फोन काटने के ठीक बाद से ही अर्पिता के मोबाइल पर मैसेज आना शुरू हो गए, जिसमे बारी-बारी से चार ट्रांजेक्शन में कुल 73 हजार 632 रूपये अर्पिता के बैंक खाते से निकाले जाने की जानकारी सामने आई

मामले में हैरानी की बात तो यह है कि अर्पिता संघवी के साथ साइबर ठगी की यह घटना बीती 20 जनवरी को हुई थी, जिसके बाद उन्होंने मामले की सूचना केंट थाने में की, लेकिन पुलिस की और से प्रकरण दर्ज नहीं हुआ। जिसके बाद उन्होंने इस साइबर ठगी की शिकायत सीएम हैल्पलाइन सहित अनेकों जगह पर की। तब कही जाकर केंट पुलिस ने 22 फरवरी को धारा- 420 में प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। 

गौरतलब है कि जिला पुलिस द्वारा इस तरह की साइबर ठगी का शिकार होने से बचने के लिए कई बार जनता को जागरूक किया जाता है। पुलिस सोशल मीडिया और समाचार पत्रों के माध्यम से आम जनता तक साइबर ठगी से बचने के लिए जानकारियां पहुंचाती है, और जागरूकता लाती है। साथ ही इस तरह के मामले होने की जानकारी भी तत्काल संबंधित थाने में शिकायत करने की अपील भी करती है, लेकिन बावजूद इसके शहर में इस तरह के मामले देखने को मिलते है।