NEWS: विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन संपन्न, न्यायाधीश माननीय राजवर्धन गुप्ता ने कहा- पैरालीगल वालिंटियर का कार्यक्षेत्र काफी व्यापक, पढ़े खबर
विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन संपन्न, न्यायाधीश माननीय राजवर्धन गुप्ता ने कहा- पैरालीगल वालिंटियर का कार्यक्षेत्र काफी व्यापक, पढ़े खबर
नीमच। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टीम का हिस्सा बने सभी नवचयनित पैरालीगल वालिंटियर की पहली बैठक एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन मंगलवार को दोपहर 3 बजे न्यायालय परिसर स्थति एडीआर सेंटर भवन में किया। कार्यक्रम काे संबोधित करते हुए प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजवर्धन गुप्ता ने कहा कि, पैरालीगल वालिंटियर का कार्यक्षेत्र काफी व्यापक है। सबको मिले न्याय व सम्मान मिले यही है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का अभियान और लक्ष्य है।
गांव स्तर से लोगों को न्यायिक प्रक्रिया के साथ जोड़ने और लाभ दिलाने का दायित्व पैरालीगल वालिंटियर सहज और आसानी से कर सकते है। केंद्र और राज्य की सरकार ने जन कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं। इसके बारे में लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। पैरालीगल वालिंटियर्स को लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए जागरुक करें और उनके वैधानिक अधिकारों के बारे में बताया ताकि अंतिम छोर के व्यक्ति को भी न्याय मिल सकें।
बैठक के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव संजय कुमार जैन बैठक को संबोधित करते हुए कहा, अपराध मुक्त समाज बनाने के लिए पैरालीगल वालिंटियर्स सबसे बड़ी कड़ी है। पैरालीगल वालिंटियर्स योजना की जानकारी देते हुए उन्हें उनके कार्यो के संबंध में अवगत कराते हुए प्रेरित किया कि वे ऐसा कार्य करें। जिससे जरूरतमंद व्यक्ति और विधिक सेवा संस्था के मध्य की दूरी मिटे और न्याय के इस अभियान की सभी बाधाएं समाप्त हो जाएं, साथ ही पैरालीगल वालिंटियर्स को उनके कर्तव्य के बारे में विस्तार से बताते हुए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा शासन द्वारा संचालित योजनाओं एवं उसके प्रभावी क्रियान्वयन किए जाने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं आवश्यक कानून संबंधी जानकारी विस्तार से दी।
बैठक के दौरान प्रोजक्टर के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की गतिविधियों के बारे में अवगत कराया गया। इस मौके पर स्थानांतरित हुए जिला विधिक सहायता अधिकारी योगेश बंसल का फूलमाला पहनाकर सम्मान सम्मान किया। विधिक साक्षरता शिविर के दौरान 70 से अधिक पैरालीगल वालिंटियर मौजूद थे।