UP ELECTION: उत्तरप्रदेश में फिर योगी, रुझानों में भाजपा 270 सीटों पर आगे,तो सपा को 125 पर बढ़त,अखिलेश का सॉफ्ट हिदुत्व कार्ड हुआ फेल,पढ़े खबर

उत्तरप्रदेश में फिर योगी, रुझानों में भाजपा 270 सीटों पर आगे,तो सपा को 125 पर बढ़त,अखिलेश का सॉफ्ट हिदुत्व कार्ड हुआ फेल,पढ़े खबर

UP ELECTION: उत्तरप्रदेश में फिर योगी, रुझानों में भाजपा 270 सीटों पर आगे,तो सपा को 125 पर बढ़त,अखिलेश का सॉफ्ट हिदुत्व कार्ड हुआ फेल,पढ़े खबर

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की काउंटिंग जारी है और एक के बाद एक जो रूझान सामने आ रहे हैं, उसके मुताबिक अब राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन लगभग तय सा माना जा रहा है, लेकिन इस रूझानों ने समाजवादी पार्टी को सोचने पर मजबूर कर दिया है,क्योंकि राज्य में सरकार बनाने का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी को एक बार फिर जनता ने सीधेतौर पर नकार दिया है,अगर ये रूझान परिणाम के रूप में बदले तो राज्य में एक बार फिर से आदित्यनाथ योगी की ये बड़ी जीत होगी,

चुनाव परिणाम देर शाम तक पूरी तरह से घोषित होंगे लेकिन 12 बजे तक के रूझानों में बीजेपी 266 + और एसपी 130 + सीटों पर आगे चल रही है और इससे एक बात साफ हो गई है कि अखिलेश यादव की बीजेपी को सत्ता से बाहर करने की रणनीति पूरी तरह विफल रही है. वहीं इस चुनाव में अखिलेश यादव ने जो सॉफ्ट हिंदुत्व का फार्मूला अपनाया है उसे भी राज्य की जनता ने नकार दिया है,ये पहला चुनाव है जिसमें अखिलेश यादव खुलकर मंदिरों में गए और बीजेपी पर धर्म के नाम पर राजनीति करने के सीधे आरोप लगते हुए भाजपा की योगी सर्कार पर जमकर हमले बोले थे,

अगर देखें तो इस बार के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने हिंदुत्व और धर्म का सहारा लेने से गुरेज नहीं किया,वे मंदिरों में गए और एसपी की सरकार बनाने के लिए आशीर्वाद भी मांगा, लेकिन जो रूझाने सामने आ रहे हैं उसमें इसका असर देखने को नहीं मिल रहा है. एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनाव से पहले 8 जनवरी को चित्रकूट से चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी और उन्होंने कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा भी की,इसके जरिए उन्होंने हिंदू वोटरों को साधने की पूरी पूरी कोशिश की पर हिन्दू वोटर भाजपा के साथ ही डटे रहे,

यही नहीं अखिलेश यादव ने अपने चुनावी रथ के जरिए चित्रकूट में प्रचार किया,हालांकि मंदिरों में अखिलेश यादव का जाना बीजेपी को रास नहीं आया और उसने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को अयोध्या में कार सेवकों पर चलाई गई गोलियों के जरिए घेरा. लेकिन दिख रहा है कि अखिलेश यादव का सॉफ्ट हिंदुत्व उनको सियासी तौर पर कोई फायदा नहीं दे सका और बीजेपी इसके जरिए हिंदु वोटरों का धुव्रीकरण करण में सफल रही.