BIG NEWS: योगेश प्रजापति और मनोहर मोटवानी आमने-सामने, एक ने की प्रेसवार्ता, तो दुसरे ने कुछ यूं दिया जवाब, आरोप प्रत्यारोप का दौर, जमकर हुआ जुबानी हमला, क्या है पूरा मामला...! पढ़े ये खबर

योगेश प्रजापति और मनोहर मोटवानी आमने-सामने

BIG NEWS: योगेश प्रजापति और मनोहर मोटवानी आमने-सामने, एक ने की प्रेसवार्ता, तो दुसरे ने कुछ यूं दिया जवाब, आरोप प्रत्यारोप का दौर, जमकर हुआ जुबानी हमला, क्या है पूरा मामला...! पढ़े ये खबर

नीमच। सोमवार दोपहर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्षद योगेश प्रजापति ने शहर के एक निजी रेस्टोरेंट में पे्रसवार्ता का आयोजन किया। जहां उन्होंने नगर पालिका परिषद के साथ ही सभापति मनोहर मोटवानी पर गंभीर आरोप लगाएं, इसी वार्ता के कुछ देर बाद ही नपा सभापति मनोहर मोटवानी ने भी एक पे्रसवार्ता का आयोजन किया, और योगेश प्रजापति द्वारा लगाएं गए आरोपों को झूठा बताया। 

योगेश प्रजापति की प्रेसवार्ता- 

कांग्रेस पार्षद योगेश प्रजापति ने आयोजित प्रेसवार्ता में नपाध्यक्ष स्वाति चैपड़ा पर गंभीर आरोप लगाएं, उन्होंने परिषद से वकील बदलने के अधिकार प्राप्त कर 120 करोड़ों की भूमि का खेल का आरोप लगाया। साथ ही सिंधी काॅलोनी की जमीन का कैस हाईकोर्ट में नगर पालिका को हारने की बात कहीं। 

इस अलावा योगेश प्रजापति ने कहां कि, अपने आपकों इमानदार कहने वाली नपाध्यक्ष ने कैस हारने के पांच माह बाद भी पिटीश नहीं लगाने की बात कहीं। वहीं संतोष चैपड़ा को भू-माफिया बताने के साथ ही लोक निर्माण सभापति मनोहर मोटवानी के इशारों पर कठपुतली की तरह नपाध्यक्ष द्वारा काम करने की बात कहीं। 

योगेश प्रजापति ने जनसेवा की आड़ में जमीनों को हड़पना इनका काम होना बताया, साथ ही नगर पालिका पर से भाजपा पार्षदों का विश्वास उठने की बात कहीं। 

नगर पालिका सभापति मनोहर मोटवानी की प्रेसवार्ता- 

फिर आज ही के दिन नपा सभापति मनोहर मोटवानी ने भी प्रेसवार्ता आयोजित की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्षद योगेश प्रजापति के सभी आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहां कि, निंदनिय बात है, वों जमीनों के लिए खुद विशेष सम्मेलन ला रहे है, और आरोप इस तरह से भाजपा की नगर पालिका पर लगा रहे है। हमारे सभी पार्षद शहर विकास में लगे है। 

सभापति ने कहां कि, हम इस तरह की राजनीति नहीं करते है, जो गलत करेगा, वों डरेगा... एक इंच भी जमीन नहीं बिकी है। जिस जमीन का प्रजापति जिक्र कर रहे है, वों जमीन शंकरलाल से ली, और शंकरलाल को मुआवजे के तौर पर शासन ने दी। जमीन नियमानुसार खरीदी गई है। हम व्यापार करते है, इनके जैसे शिकायत कर अवैध वसूली नहीं की... न्याय होता है, सच और झूठ जनता के सामने आता है।