ELECTION NEWS : त्रिस्तरीय चुनाव में घमासान, वहीँ रौचक और दिलचस्प भी, कहीं पत्नियां आमने-सामने, तो जेठानी को टक्कट देती देवरानी, उधर बहु भी चुनावी मैदान में, पढ़े ये खबर

त्रिस्तरीय चुनाव में घमासान, वहीँ रौचक और दिलचस्प भी, कहीं पत्नियां आमने-सामने, तो जेठानी को टक्कट देती देवरानी, उधर बहु भी चुनावी मैदान में, पढ़े ये खबर

ELECTION NEWS : त्रिस्तरीय चुनाव में घमासान, वहीँ रौचक और दिलचस्प भी, कहीं पत्नियां आमने-सामने, तो जेठानी को टक्कट देती देवरानी, उधर बहु भी चुनावी मैदान में, पढ़े ये खबर

धार - प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई जगह बड़े ही दिलचस्प व रोचक मुकाबले देखे जा रहे हैं, कहीं सास-बहू आमने सामने हैं तो कहीं भाई भाई से टकरा रहा है. कहीं ससुर और बहू में मुकाबला है तो कहीं जेठानी-देवरानी से टकरा रही है, धार में भी एक ऐसा ही रोचक मुकाबला सामने आया है, यहां सांसद छतरसिंह दरबार की पत्नी और उनके छोटे भाई की पत्नी यानि देवरानी- जेठानी एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं, साथ ही छतरसिंह दरबार की बहू भी सरपंच का चुनाव लड़ रही हैं, यानि परिवार की सभी महिलाएं चुनाव मैदान में ताल ठोक रही हैं,

धार के मनावर की ग्राम पंचायत लुन्हैरा में पंचायत चुनाव दिलचस्प हो गए हैं. यहां पर सांसद छतरसिंह दरबार की बीवी, बहू और छोटे भाई की पत्नी सब चुनाव लड़ रही हैं. इनमें से बीवी और छोटे भाई की पत्नी तो आमने सामने हैं,

सांसद छतर सिंह की बहू सविता दरबार ग्राम पंचायत लुन्हैरा में सरपंच पद का चुनाव लड़ रही है, उनकी पत्नी हेमलता दरबार जनपद पंचायत मनावर के वार्ड क्र. 15 से जनपद सदस्य के लिए मैदान में हैं, उनके सामने छतरसिंह दरबार के छोटे भाई महेन्द्र पाल सिंह दरबार की पत्नी शर्मिला दरबार ताल ठोक रही हैं, यानि दोनों देवरानी-जेठानी एक दूसरे के सामने चुनाव मैदान में डटी हुई हैं, छोटे भाई महेन्द्र पाल सिंह दरबार और उनकी पत्नी शर्मिला का कहना है चुनाव में हमने पहले नामांकन दाखिल किया था, इस कारण सांसद की पत्नी को फॉर्म उठा लेना चाहिए था, लेकिन अब वे भी चुनावी मैदान में हैं. शर्मिला सिंह का कहना है वे विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं, उन्हें उम्मीद है कि उन पर विश्वास कर वोट देगी,

लुन्हेरा पंचायत में चुनाव को लेकर मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा हैं, यहां दिलचस्प और रोचक मुकाबले के बीच परिणाम को लेकर मतदाता भी रोमांचित हैं, वो किसे वोट दें इस पर उलझे हुए हैं, अब देखने वाली बात होगी कि चुनावी ऊंट किस करवट बैठता है,और किसे चुनाव में जीत हासिल होती है,