BIG NEWS: भरभड़िया गांव में तालाब, पहले अवैध खनन, फिर अतिक्रमण, और तान दिया बाड़ा, अब मामला पहुंचा जिला कलेक्टर तक, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन, आखिर किसने कब्जाई जमीन, पढ़े खबर

भरभड़िया गांव में तालाब

BIG NEWS: भरभड़िया गांव में तालाब, पहले अवैध खनन, फिर अतिक्रमण, और तान दिया बाड़ा, अब मामला पहुंचा जिला कलेक्टर तक, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन, आखिर किसने कब्जाई जमीन, पढ़े खबर

नीमच। जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दुरी पर मौजूद ग्राम भरभड़िया में तालाब पर अतिक्रमण करने का मामला सामने आया है। जिसकी शिकायत अब जिला कलेक्टर तक पहुंच गई है। ग्रामवासियों ने एक शिकायती आवेदन जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंच दिया है। 

ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि, ग्राम भरभड़िया में कई वर्षो पुराना एक तालाब है। जिसमे गांव के ही मवेशी और आवारा मवेशी पानी पीकर अपनी प्यास बुझाते है, और मजदूरों तथा गांव में क्रियाक्रम के बाद लोगों द्वारा इसी तालाब का उपयोग किया जाता है।

लेकिन गांव के ही निवासी रघुवीर पिता बंशीलाल पाटीदार ने उक्त तालाब पर अतिक्रमण कर लिया, और वहां दीवाल बना दी। साथ ही उक्त तालाब से मिट्टी निकालकर अवैध खनन भी किया गया है। उक्त तालाब से मिट्टी बिना पंचायत या प्रशासन की अनुमति के बिना ही निकालते हुए अवैध खनन किया जा रहा है। उक्त मिट्टी का उपयोग बाड़े के अंदर व कच्चा रास्ता बनाने में किया गया। 

इतना ही नहीं, अतिक्रमणकर्ता द्वारा तालाब में ही बड़ा बाड़ा खड़ा कर दिया है। जिसमे पानी भर गया है, और भविष्य में भी कोई अनहोनी हो सकती है, क्योकि तालाब में गहराई काफी बढ़ गयी है। गांव के लोगों द्वारा तालाब के अतिक्रमण को मुक्त करने को कहा गया, लेकिन वह ताकत व रुपयों के बल पर जबरन उक्त तालाब पर दीवाल बनाकर अतिक्रमण कर रहा है।

ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से मांग की है कि, आम जनता के हितों को देखते हुए तथा गरीबों के लिये उक्त तालाब से अतिक्रमण हटाने की तुरन्त कार्यवाही करने की कृपा करे। अगर कार्यवाही नहीं की गई, तो उक्त तालाब पर अन्य व्यक्तियों द्वारा अतिक्रमण किया जावेगा और धीरे-धीरे तालाब अपना मुल स्वरूप को खो देगा, और दृश्यहीन हो जावेगा। अतिकमणकर्ता के विरूद्ध उचित कार्यवाही करने की कृपा करे। जिससे भविष्य में ग्राम के किसी भी व्यक्ति द्वारा तालाब पर कोई अतिक्रमण नही करें।

इनका कहना- 

तालाब में अतिक्रमण से जुड़ा मामला मैरे संज्ञान में है, और इसकी पूरी रिपोर्ट मैरे द्वारा तैयार की गई, जिसे करीब डेढ़ महिने पहले ही मैरे द्वारा तहसीलदार के समक्ष प्रस्तुत कर दिया गया है।- अजय शर्मा, हल्का पटवारी।