NEWS : नीमच जिला अस्पताल में मरीजों पर प्रभाव और विषय पर कार्यशाला संपन्न, डीन डॉ. अरविन्द घनघोरिया बोले- मरीजों का खुशी-खुशी करें इलाज, फिर आपका सरकारी अस्पताल नीमच ही नहीं...! पढ़े खबर
नीमच जिला अस्पताल में मरीजों पर प्रभाव और विषय पर कार्यशाला संपन्न
नीमच। सभी मरीज़ो का खुशी खुशी इलाज़ करें, और उनके ठीक होने पर, डिस्चार्ज टिकट देते समय उन्हें हाथ जोड़कर या हाथ मिलाकर बधाई दे, फिर देखे आपका सरकारी अस्पताल नीमच ही नहीं, देश का सबसे अच्छा अस्पताल होगा। यह विचार डीन डॉ. अरविन्द घनघोरिया ने वर्कशॉप मे व्यक्त किये। जिला अस्पताल को नीमच का सर्व श्रेष्ठ अस्पताल बनाने हेतु अच्छे व्यबहर की भूमिका पर बल दिया।
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के डीन और अन्य विशेषज्ञों द्वारा, मरीज़ो को उच्च स्तरीय स्वास्थय सेवा उपलब्ध कराने हेतु और इलाज की गुणवत्ता को और अधिक सुधारने हेतु विषय पर लाइव वर्कशॉप मे बताया गया। वर्कशॉप, ओपीडी से शुरू हुई और मरीज़ो के साथ, डॉक्टर के अच्छे व्यवहार के विभिन्न पहलुओं को समझाया गया। डीन डॉ. अरविन्द घनघोरिया ने मरीज़ो के साथ मधुर वातावरण बनाने हेतु कई सारे उपाय बताये।
तत्पश्चात वर्कशॉप सर्जरी विभाग के वार्ड मे संचालित की गयी, वार्ड मे राउंड के दौरान एक प्रयोग में जब मरीजों के सामने डीन द्वारा हाथ जोड़कर, प्रसन्नता से व्यवहार किया गया। तत्पश्चात उनके चेहरे की खुशी को सभी चिकित्सकों, नर्सिंग ऑफिसर, मरीजो और उनके सम्बन्धियों द्वारा देखा गया और पूरा वार्ड मे प्रसन्नता का वातावरण छा गया।
वर्कशॉप मे डीन के साथ अस्पताल सुपेरिंटेंडेंत डॉ. महेंद्र पाटिल, डॉ. ब्रजेन्द्र स्वरुप सर्जरी विभाग प्रमुख, डॉ. भान प्रताप मेडिसिन विभाग, डॉ. पुनीत हड्डी रोग सर्जन, डॉ. कृष्ण मानिरोग चिकित्सक, डॉ. रजनीश, नेत्र रोग सर्जन डॉ. हेमेंद्र भारद्वाज़, बेहिशी चिकित्सक, डॉ. निशांत गुप्ता और समेत नर्सिंग ऑफिसर्स ने भी अपना योगदान दिया।