BIG NEWS: धरनास्थल पर सोएं कुंभकरण, तो संविदाकर्मियों लगे जगाने में, घंटों बजाएं ढोल-नगाड़े, और किया विरोध, मामला सरकार से दो सूत्रीय मांग का, पढ़े खबर

धरनास्थल पर सोएं कुंभकरण, तो संविदाकर्मियों लगे जगाने में, घंटों बजाएं ढोल-नगाड़े, और किया विरोध, मामला सरकार से दो सूत्रीय मांग का, पढ़े खबर

BIG NEWS: धरनास्थल पर सोएं कुंभकरण, तो संविदाकर्मियों लगे जगाने में, घंटों बजाएं ढोल-नगाड़े, और किया विरोध, मामला सरकार से दो सूत्रीय मांग का, पढ़े खबर

मंदसौर। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने मंगलवार को अनूठे तरीके से प्रदर्शन किया। उन्होंने धरना स्थल पर  कुंभकरण की नींद सोई सरकार को जगाने का प्रयास किया। आंदोलन के 20 वें दिन सरकार से जल्द मांगे पूरी करने की बात कहीं 

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने बताया कि सरकार कुंभकरण रुपी नींद सोई हुई है, जैसे कुभकरण को जगाने के लिए कई जतन करने पड़ते थे। वे भी ऐसा ही कर रहे है। उनके 20 दिन के आंदोलन में आज तक सरकार या अधिकारियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इससे साफ है कि, सरकार कुंभकरण की नींद सोई है। उसे जगाने के लिए ही वे आंदोलन कर रहे हैं। हड़तालियों ने कुंभकरण के पास ढोल, बजे, नगाड़े बजाकर विरोध किया।

गौरतलब है कि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मध्य प्रदेश में कार्यरत 32 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी न्यायोचित दो प्रमुख मांगों को लेकर विगत 15 दिसम्बर 2022 से चरण बद्ध आंदोलन कर रहे है। जिसकी सूचना शासन प्रशासन को पूर्व में ही दी जा चुकी थी। शासन पर भरोसा कैसे किया जाए, इस प्रकार ये सरकार पूर्व में  2013 , 2016, 2018 और 2021 में भी हमारे साथ छलावा कर चुकी है। 

यह दो सूत्रिय मांग-

वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मचारियों को निति बनाकर उनका नियमितीकरण करना। तथा सामान्य प्रशासन विभाग के पत्रक्रमांक-सी-5-2/2018/1/1/3, 05 जून 2018 की संविदा निती लागू कर 90% वेतन दिया। 

विभिन्न योजनाओं में पद समाप्त कर निकाले गए कर्मचारियों की बहाली करना।