NEWS: ग्राम चीताखेड़ा से उज्जैन के लिए कावड़ यात्रा रवाना, भक्त पहुंचेंगे बाबा महाकाल के दरबार, भव्य जलाभिषेक करेंगे, इस बार ऐसे टूटा रिकॉर्ड, पढ़े आजाद मंसूरी की खबर

ग्राम चीताखेड़ा से उज्जैन के लिए कावड़ यात्रा रवाना

NEWS: ग्राम चीताखेड़ा से उज्जैन के लिए कावड़ यात्रा रवाना, भक्त पहुंचेंगे बाबा महाकाल के दरबार, भव्य जलाभिषेक करेंगे, इस बार ऐसे टूटा रिकॉर्ड, पढ़े आजाद मंसूरी की खबर

चीताखेड़ा। काल भैरव मंदिर समिति के तत्वावधान में पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी सावन माह में बुधवार सुबह 7 बजे चीताखेड़ा के बजरंग मंदिर से उज्जैन महाकाल के लिए 5 दिवसीय पैदल यात्रा निकाली गई। यात्रा की शुरुवात बड़े ही धूम-धाम से बम बम भोले... जय श्री महाकाल... हर हर महादेव... गगन भेदी जयकारों के साथ गांव के विभिन्न मार्गों और बस स्टैंड, राजीव कॉलोनी, घसुंडी जागीर सहित अन्य क्षेत्रों से होते हुए उज्जैन के लिए रवाना हुई। अब ग्राम कनघट्टी, वही पार्श्वनाथ, मंदसौर, दलौदा, जावरा, नागदा जंक्शन व रुई से होते हुए करीब 250 किलोमीटर का सफर तय कर सभी पैदल यात्री बाबा महाकाल के दरबार पहुंचेंगे। जहां महाकाल को पवित्र जल से जलाभिषेक कर यात्रा का समापन होगा।

विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल के पदाधिकारी मुकेश माली ने बताया कि, कालभैरव मंदिर समिति के तत्वावधान में दूसरी बार पैदल यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा सुबह 7 बजे बजरंग मंदिर से महाकाल की जय जयकार के साथ प्रारंभ हुई, और फिर नगर भ्रमण करते हुए उज्जैन महाकाल के लिए प्रस्थान किया। 

यात्रा का सरपंच मंजू जैन, मनसुख जैन, अंजुमन कमेटी सेकेट्री अजीज शेख, अकबर खां पठान, रजाक शेख, पंच अनिल साल्वी, पत्रकार दशरथ माली, श्याम सिंह सिसौदिया, नवीन जुणी, राधेश्याम सोनी, अशोक माली, पत्रकार आजाद मंसूरी, सहित कई वरिष्ठ जनों ने यात्रियों का दुपट्टा ओढ़ाकर फूल-मालाओं से स्वागत किया। गांव में जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा भव्य स्वागत किया। 

बीते वर्ष 8 से 10 कावड़ियों से शुरूआत की गई यात्रा में इस वर्ष 31 कावडिएं शामिल हुए, यात्रा का पहला पड़ाव दलौदा के देवनारायण मंदिर, दूसरा पड़ाव जावरा के सीताराम बाग (मांगलिक भवन), तीसरा पड़ाव नागदा जंक्शन के हनुमान मंदिर, चौथा पड़ाव रुई ग्राम हिंदू जागरण मंच, पांचवें दिन कांवड़ यात्रा उज्जैन महाकाल पहुंचेंगी। जहां बाबा महाकाल को पवित्र जल से अभिषेक कर क्षेत्र की सुख समृद्धि और खुशहाली एवं भरपूर बारिश की कामना कर पैदल कांवड़ यात्रा का समापन होगा।